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कहानी
साथ साथ: कौन-सी अनहोनी हुई थी रुखसाना और रज्जाक के साथ
नेहा परिवार में किसी भी तरह का वैमनस्य पैदा नहीं करना चाहती थी.
Digital Team
,
Jul 21, 2022
भाग - 1
अजनबी युवक का इतना कहना था कि रुखसाना का हाथ अपनेआप उस के सीने पर ठहर गया जैसे वह तेजी से बढ़ती धड़कनों को रोकने की कोशिश कर रही हो.
भाग - 2
‘जिंदगी कोई गहना नहीं जिसे किसी के भी पास गिरवी रख दिया जाए. मैं मन ही मन आप को अपना शौहर मान चुकी हूं.’
भाग - 3
शीला की इन हौसला भरी बातों ने रुखसाना की आंखों के आगे से काला परदा हटा दिया. रुखसाना ने देखा शाम ढल चुकी थी और एक नई सुबह उस का इंतजार कर रही थी.
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