उत्तर प्रदेश के 28 साला राहुल को शादी के बाद हुआ. अपनी नईनवेली पत्नी के साथ जोरदार और पलंगतोड़ हमबिस्तरी करने की ख्वाहिश में उस ने वियाग्रा नाम की दवा की जरूरत से ज्यादा खुराक यानी ओवर डोज ले ली. वियाग्रा या कोई भी दवा आमतौर पर ज्यादा नुकसानदेह नहीं होती, थोड़ेबहुत साइड इफैक्ट हो सकते हैं, लेकिन वे समय रहते ठीक भी हो जाते हैं. अगर न हों तो तुरंत डाक्टर से मशवरा लेने की हर कोई कह देता है. यही बात वियाग्रा पर लागू होती है. रोहित ने गलती यह की कि एकसाथ 6-8 गोलियां वियाग्रा की खा लीं और कुछ दिन उन के असर को यह सोचते हुए छिपाता रहा कि इस बार भी सब अपनेआप ठीक हो जाएगा. सैक्स पावर और हमबिस्तरी की मीआद बढ़ाने के लिए 25 मिलीग्राम की एक गोली और ज्यादा ढीलापन रहता हो, तो 50 मिलीग्राम की एक गोली काफी होती है.
वैसे, प्राइवेट पार्ट में इरैक्शन यानी तनाव के लिए वियाग्रा की गोली का सेवन पिछले 20 सालों में तेजी से बढ़ा है. इस ने तो हद कर दी 5 जून, 2022 को राहुल को प्रयागराज के सब से बड़े सरकारी अस्पताल मोतीलाल नेहरू मैडिकल कालेज में भरती कराया गया, तो वहां मौजूद डाक्टर भी हैरान रह गए, क्योंकि उन की जिंदगी में आया यह पहला मामला था, जिस में प्राइवेट पार्ट में तनाव कम या खत्म नहीं हो रहा था वरना अब तक तो ऐसे ही नौजवान ज्यादा आते थे, जिन के अंग में या तो तनाव नहीं आता था या वे पूरी तरह तैयार नहीं होते थे या फिर वे जल्दी डिस्चार्ज हो जाते थे. लेकिन हो गया इलाज यूरोलौजी डिपार्टमैंट के मुखिया डाक्टर दिलीप चौरसिया ने केस अपने हाथ में लिया और इलाज शुरू किया. यह मामला प्राइवेट पार्ट की नसों में खामी आ जाने का था,
जो कभीकभार लाखों में से किसी एक को होता है. उन की टीम ने मुंबई के एक नामी डाक्टर रुपिन शाह के फार्मूले को अपनाया और पेनाइथल प्रोस्थैसिस के एक महीने के अंतर से 2 आपरेशन कर रोहित को ठीक कर दिया. रोहित तो डाक्टरों की कोशिशों के चलते ठीक हो गया, लेकिन देश में लाखोंकरोड़ों नौजवान ऐसे हैं, जो नीमहकीमों के चक्कर में पड़ कर अपनी जिंदगी तबाह कर लेते हैं और मारे शर्म और डर के किसी को बताते भी नहीं कि सैक्स पावर बढ़ाने के लालच में उन की सैक्स पावर या तो कम हो गई है या बिलकुल ही खत्म हो गई है. रोहित भी शायद यही करता, अगर उसे अंग उठे रहने की परेशानी पेश न आ रही होती. अब वह ठीक हो गया है, तो उम्मीद है कि उस की पत्नी भी इस बात को बुरा सपना मान कर वापस आ जाएगी.
जानलेवा टोटके रोहित का मामला तो जैसेतैसे सुलट और सुलझ गया, लेकिन भोपाल के 24 साला प्रतीक का मर्ज अभी तक ज्यों का त्यों है, जिस ने तकरीबन 2 साल पहले अपनी गर्लफ्रैंड पर रौब गांठने और सैक्स के पहले एमपी नगर के एक फुटपाथी नीमहकीम से सैक्स पावर बढ़ाने वाली दवाएं 500 रुपए में ली थीं. नीमहकीम की हिदायत के मुताबिक प्रतीक ने पुडिया में बंधी खुराक गरम दूध से हलक में उड़ेल ली और तयशुदा जगह पर माशूका का इंतजार करने लगा. इस बाबत ह्वाट्सएप पर बात हो चुकी थी कि वह शाम के 5 बजे तक पहुंच जाएगी, फिर दोनों खूब मस्ती करेंगे. पर थोड़ी देर बाद माशूका का मैसेज आया कि घर पर मेहमान आ गए हैं,
इसलिए अब वह शाम के 7 बजे तक पहुंच पाएगी. प्रतीक मन और तन मसोस कर रह गया, क्योंकि उस नीमहकीम की दवा असर दिखाने लगी थी, लेकिन पेट के नीचे नहीं, बल्कि ऊपर जहां गैस बन रही थी और जोरदार गुड़गुड़ हो रही थी. देखते ही देखते प्रतीक को दस्त होने का सिगनल मिला, तो वह सार्वजनिक शौचालय की तरफ भागा. थोड़ी देर बाद फारिग हो कर आया, तो पेट में तेज दर्द उठा, इतना तेज कि बरदाश्त नहीं हो रहा था. लिहाजा, उस ने अपने एक दोस्त को फोन किया और कहा कि भाई, जल्दी एमपी नगर आ कर मुझे डाक्टर के यहां ले चल.
अब तक उस पर से माशूका और सैक्स का नशा उतर चुका था. डाक्टर ने प्रतीक की जांच की और पूछा कि क्याक्या खायापीया था, तो वह हकीमजी की पुडि़या वाली बात छिपा गया. डाक्टर की दवा लेने से उस दिन तो आराम रहा, लेकिन दूसरे दिन फिर दस्त लगने लगे. अब उस का माथा ठनका कि हकीमजी तो उसे चूना लगा गए हैं. इस बार दूसरे डाक्टर को दिखाया, तो प्रतीक को यह सच बताने में ही अपनी भलाई लगी कि उस ने सैक्स पावर बढ़ाने की दवा ली थी. डाक्टर ने पहले तो तबीयत से प्रतीक को डांटा कि पढ़ेलिखे समझदार हो कर भी इन लुटेरों के चक्कर में पड़ते हो.
खैर, अब जाओ और इतनी जांचें करवा कर लाओ. अब तक इलाज में उस के 3,000 रुपए फुंक चुके थे, लेकिन परेशानी जबरदस्त थी, इसलिए वह इलाज करवाता रहा. इस के 2 साल बाद भी कभीकभी एकदम से दस्त लगने लगते हैं, तो उसे शौचालय की तरफ भागना ही पड़ता है. अब प्रतीक ने नीमहकीमों से तोबा कर ली है कि ये लोग जानतेसमझते कुछ नहीं हैं, बस पैसा कमाने की गरज से नौजवानों को खानदानी इलाज का झांसा दे कर अपना पेट भर रहे हैं, इसलिए इन से बचना चाहिए. पूरे देश में ऐसे तथाकथित नीमहकीमों का जाल बिछा है, जो नामर्द को मर्द बनाने का ठेका लिए बैठे हैं. शर्तिया औलाद पैदा करवाने के अलावा ये लोग वीर्य को इतना गाढ़ा करने के नुसखे बताते हैं कि गाढ़े और काढ़े में फर्क खत्म हो जाता है.
सैक्स ड्राइव बढ़ाने की जड़ीबूटियां भी इन के झोलों में रहती हैं. औरत को पूरी तरह से संतुष्ट करने की रामबाण औषधि भी इन के पास मिल जाती है. सैक्स पावर बढ़ाने की गारंटी देने वाले इन नीमहकीमों के नुकसानदेह इलाज के बारे में कई बार पोल खुल चुकी है. ‘सरस सलिल’ में भी न जाने कितनी बार ऐसे लेख छपे हैं, जो पाठकों को इन ठगों से बचने के लिए आगाह करते रहे हैं और सैक्स के बारे में उपयोगी जानकारियां देते रहे हैं कि इन बातों को समझें और करें, जो शादीशुदा जिंदगी में रंग घोल देती हैं. यह बहुत बड़ी गलतफहमी है कि मैं अपनी पत्नी या माशूका को बिस्तर में संतुष्ट नहीं कर पाऊंगा या ज्यादा देर तक टिक नहीं पाऊंगा. इस गलतफहमी से बचें,
क्योंकि पत्नी या माशूका आप से प्यार और इज्जत चाहती है और जब ये दोनों उसे मिलेंगे, तो वह सैक्स में भरपूर साथ और मजा देगी. बहुत सी आहें और चीखें संतुष्टि का पैमाना नहीं हैं. पैमाना है सैक्स करने का तरीका और ताकत, जो कुदरत जवान होते ही सभी को देती है. इस के बाद भी अगर कोई परेशानी या कमजोरी लगे, तो तुरंत बिना शरमाए डाक्टर से मिलें. वह आप की समस्या, जो आमतौर पर वहम होती है, को मिनटों में दूर कर देगा.