निशा को समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करे. उस के एक तरफ कुआं था, तो दूसरी तरफ खाई थी. हां करती है तो रिस्क बहुत है और डर भी बहुत लग रहा है, क्योंकि उस के शहर की ही उस की ही बिरादरी की आशा जिज्जी के किस्सेकहानी अभी भी हुआ करते हैं.
शादी के पहले ही आशा जिज्जी पेट से हो गई थीं. इस पर खूब हल्ला मचा था और बदनामी भी हुई थी. लड़का कौन है, यह बताने को वे तैयार नहीं हुईं, तो घर वालों ने उन का जीना हराम कर दिया था. जिस के जी में आता था, लातघूंसों से उन की ठुकाई कर दिया करता था.
इस के कुछ दिन बाद ही आशा जिज्जी घर और शहर छोड़ कर गायब हो गई थीं. फिर उन का कोई अतापता नहीं चला था. किसी ने उन्हें ज्यादा ढूंढ़ने की कोशिश भी नहीं की थी. और करते भी क्यों, आखिर वे बदचलन और कुलटा जो करार दे दी गई थीं.
लेकिन यह सदमा आशा जिज्जी के पिता बरदाश्त नहीं कर पाए थे, जिन्होंने बदनामी के डर से सल्फास खा कर खुदकुशी कर ली थी.
यही सब सोचसोच कर निशा की नींद उड़ गई थी, क्योंकि वह मना करती है तो अमर हमेशा के लिए मुंह मोड़ लेगा, जिस के बिना वह एक दिन भी रह नहीं सकती.
दरअसल, अमर ने निशा को साफसाफ कह दिया था कि अब यह दूरी उस से बरदाश्त नहीं हो रही है और प्यार में सैक्स करना कोई नई या हैरानी की बात नहीं है. अमर के मुताबिक, वे दोनों तो कुछ भी हो जाए, शादी करेंगे ही. मांबाप मान जाएं तो ठीक, नहीं तो घर से भाग कर शादी कर लेंगे.
अमर ने निशा से यह भी कहा था, ‘‘अगर तुम्हें भरोसा नहीं है, तो कोई बात नहीं. हम दोनों के रास्ते अभी भी अलग हो सकते हैं. मैं ने तो तुम से सच्चा प्यार किया है और मरते दम तक करता रहूंगा.
दो बाप का कहना, अगर तुम्हारे सिवा किसी और लड़की के बारे में सोचूं या शादी करूं. हां, जिंदगीभर पछताता जरूर रहूंगा कि जिसे मैं ने जीजान से चाहा, उस ने ही मुझ पर शक किया.’’
निशा ने हिम्मत कर के अमर को आशा जिज्जी वाला मामला बताया, तो वह हंसते हुए बोला था, ‘‘अरे यार, वह जमाना और था, जब लोग बिना कंडोम के सैक्स करने लग जाते थे, लेकिन इस से यह तो साबित होता ही है न कि आज से 15-20 साल पहले भी प्रेमी शादी से पहले सैक्स करते थे.
‘‘और पगली, तू ने यह कैसे सोच लिया कि मैं कभी तुम्हें इस हाल में छोड़ दूंगा. यह तो तुम ने हमारे प्यार की तौहीन कर दी. तुम आइंदा से ऐसा सोचना भी मत.
‘‘बस, एक बार ही तो कुछ मांग रहा हूं, क्योंकि अब इस के बिना रहा और सहा नहीं जाता. वे रोहन और प्रिया तो सैक्स करते हैं, कभी कुछ हुआ क्या? सब एहतियात बरतते हैं और जवानी के मजे लूटते हैं.’’
लेकिन ये दलीलें निशा के गले नहीं उतर रही थीं. हालांकि कभीकभी उस की भी इच्छा होती थी कि अमर से अमरबेल की तरह लिपट कर अपनी प्यास और तड़प बुझा ले. आखिर हर्ज क्या है इस में. आजकल तो सब चलता है. प्रिया कैसे लुत्फ लेले कर बताती है कि सैक्स में कितना मजा आता है. बिस्तर पर पड़ेपड़े जन्नत नजर आने लगती है.
खुद निशा भी महसूस करती थी कि अमर जब उसे बांहों में भर कर छेड़छाड़ करता है, अंगों को सहलाता, मसलता और चूमता है, तो वह जैसे आसमान की सैर पर होती है.
शहर में इंजीयरिंग की पढ़ाई कर रही शालिनी के तो 2-3 लोगों से संबंध हैं, जिन्हें वह कैसेकैसे हंसहंस कर बताती है कि शादी के पहले सैक्स करने का मजा ही कुछ और है.
आजकल के तो प्यार का मतलब ही सैक्स के मजे लूटना होता है और यह कौन सी किताब या शास्त्र में लिखा है कि जिस से एक बार प्यार या हमबिस्तरी कर लो, शादी भी उसी से करो.
जब भी अमर कसबे के बाहर ले जा कर खंडहर में अपने मोबाइल पर उसे ब्लू फिल्म दिखाता है, तो शरीर में जैसे चींटियां रेंगने लगती हैं और दिल करता है कि आज कर ही लें, जो होगा देखा जाएगा. आजकल तो मैडिकल स्टोर पर पेट से न होने देने वाली गोलियां भी बिना परचे के मिल जाती हैं.
अमर तो अपने प्यार की सचाई साबित करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है और आज जमाने के सामने हाथ पकड़ कर शादी के लिए तैयार है. पीछे तो वह ही हट रही है, क्योंकि पहले दीदी की शादी होनी है.
यह मजबूरी न होती तो अब तक तो दोनों अच्छे से जम गए होते. बात अकेले पेट से हो जाने की नहीं है, बल्कि मन में बैठा दिया गया यह डर भी है कि शादी के पहले सैक्स करना पाप है. अपना जिस्म किसी को नहीं सौंपना चाहिए, यह तो पति की अमानत होता है.
हां या न की कशमकश
निशा का एक मन कहता है कि इस में हर्ज क्या है, लेकिन तुरंत ही दूसरा मन कहता है कि इस में इतनी हड़बड़ाहट क्यों? शादी तक सब्र करने में कहां का पहाड़ टूट जाएगा, लेकिन अमर जैसा कि सख्ती से कह रहा है, अगर वाकई उस
से हमेशा के लिए दूर हो गया तो फिर जिंदगी का क्या मतलब रह जाएगा. वह तो एक सैक्स को छोड़ हर लिहाज से उस की हो चुकी है, दिनरात उस के ही खयालों में डूबी रहती है. ऐसे में यह ब्रेकअप बरदाश्त करना मुश्किल हो जाएगा.
बात या परेशानी एक अकेली निशा की नहीं, बल्कि उन लाखों लड़कियों की है, जिन के बौयफ्रैंड कभी न कभी सैक्स की मांग करते ही हैं. इस बाबत वही दलीलें देते हैं, जो अमर ने निशा को दी हैं. निशा ने क्या फैसला लिया था, यह हम आगे बताने जा रहे हैं, लेकिन आमतौर पर लड़कियां ऐसी हालत में क्या और कैसा फैसला लेती हैं, यह भी कम अहम नहीं.
ज्यादातर लड़कियां बौयफ्रैंड की मांग के आगे घुटने टेक देती हैं. इस से उन्हें बाद में परेशानी होती हो, ऐसा कहने की कोई वजह नहीं, क्योंकि उन का बौयफ्रैंड और प्यार दोनों वाकई सच्चे थे. बौयफ्रैंड की नीयत में उस समय कोई खोट उन्हें नजर नहीं आया था. हां, इतना जरूर उन्हें समझना होगा कि वे सैक्स करने का अहम फैसला अपने दिमाग यानी बुद्धि से ले रही हैं और इस की जिम्मेदार वे खुद होंगी.
ज्यादातर लड़कियों के लिए न या हां कहना आसान नहीं होता और न ही मना करना. बौयफ्रैंड इस हालत को ज्यादा बरदाश्त नहीं कर पाता, क्योंकि उस के सिर पर तो सैक्स का मजा लेने का भूत सवार हो चुका होता है. इस के लिए वह अपनी माशूका को इस बाबत बहलाताफुसलाता है, लेकिन बाद में कई बार अपना असली चेहरा दिखाते हुए डरानेधमकाने के लिए भी उतारू हो जाता है.
न कहें तो सोचसमझ कर बौयफ्रैंड का यह डरानेधमकाने वाला असली चेहरा बहुत खतरनाक होता है, इसलिए हां कहने के पहले ठंडे दिमाग से माशूका को अपना आगापीछा और अच्छाबुरा सोच लेना चाहिए. इस की अपनी वजहें भी हैं.
बिहार के मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर इलाके में अरशद नाम के एक आशिक ने अपनी माशूका शबनम (बदला नाम) के नहाते हुए अश्लील वीडियो बना लिए और फिर उसे संबंध बनाने के लिए मजबूर करने लगा था.
इस पर शबनम राजी नहीं हुई, तो अरशद ने उस के वे पर्सनल वीडियो, जो कभी मुहब्बत और भरोसे की दुहाई दे कर बनाए थे, दोस्तों के बीच वायरल कर दिए.
उन दोस्तों में से एक ने लड़की को चालू समझा और बहती गंगा में हाथ धोने की गरज से उस पर वही दबाव बनाने लगा जो अरशद बना रहा था, यह 25 अप्रैल, 2023 के आसपास का मामला है.
अच्छा तो यह हुआ कि शबनम डरी नहीं और उस ने पुलिस में रिपोर्ट लिखा दी, जिस से अरशद और उस के दोस्त गिरफ्तार कर लिए गए, लेकिन धोखा खाई शबनम पर इतने दिन क्या गुजरी होगी, इस का एहसास कोई वही लड़की बता सकती है, जिस के साथ भी ऐसा हुआ हो और वह पुलिस तक जाने की हिम्मत न जुटा पा रही हो.
22 मार्च, 2023 को इसी तरह का एक और मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में देखने में आया था. सरिता (बदला हुआ नाम) को शादी के बाद भी बौयफ्रैंड ब्लैकमेल कर रहा था. कोई और रास्ता न देख सरिता ने यह बात अपने पति और भाई को बताई, तो उन्होंने सरिता के प्रेमी की हत्या ही कर दी और अब खुद उस जुर्म की सजा जेल में सड़ते हुए भुगत रहे हैं.
अब यह प्यार था, यह क्या खा कर कोई कहेगा कि बौयफ्रैंड ने माशूका से सैक्स की मांग की, वह नहीं मानी तो उस के भरोसे को तोड़ते हुए उस का वीडियो वायरल कर दिया. दूसरे मामले में तो बौयफ्रैंड को मरते समय पता चला होगा कि उसे प्यार में धोखा देने और ब्लैकमेल करने के एवज में सजा ए मौत प्रेमिका का भाई और पति दे रहे हैं.
अब सरिता अकेली है और तय है कि पछता ही रही होगी कि जब यही होना था, जिंदगी इस तरह बरबाद होनी ही थी, तो बौयफ्रैंड बनाया ही क्यों था? बना भी लिया था तो उस से सैक्स संबंध नहीं बनाने थे, जिन की वजह से गृहस्थी बसने के पहले ही उजड़ गई.
लिहाजा, बौयफ्रैंड की सैक्स की मांग ठुकराने से पहले यह देखपरख लेना चाहिए कि कहीं उस के पास ऐसेवैसे फोटो और वीडियो न हों, जिन का डर दिखा कर वह हर कभी सैक्स की मांग और ब्लैकमेल करने लगे.
जब यह सब न मिले, तो बदनाम भी कर दे यानी सैक्स के लिए सख्ती से मना कर देना ज्यादा बेहतर होता है, लेकिन हर आशिक ऐसा ही होगा जरूरी नहीं, फिर भी एहतियात बरतने में हर्ज नहीं.
याद रहे कि अगर एक बार सैक्स की लत लग गई, तो फिर आसानी से नहीं छूटती और पकड़े जाने का डर हमेशा बना रहता है और कई बार बौयफ्रैंड की नीयत में खोट भी आ जाता है.
भोपाल के नजदीक विदिशा की रहने वाली 24 साला कामना (बदला हुआ नाम) के साथ ऐसा ही हुआ था, जिस का बौयफ्रैंड भोपाल से अपडाउन करता था. एक बार उस ने बौयफ्रैंड की सैक्स की मांग पूरी की तो यह डिमांड करना आएदिन की बात हो गई.
धीरेधीरे बौयफ्रैंड की दिलचस्पी कामना में कम होने लगी तो कामना को चिंता हुई. उस ने पूछा तो यहांवहां के बहाने बना कर उसे टाल दिया. हालांकि उस ने शादी का वादा नहीं किया था, लेकिन कामना को अपने ठगे जाने का एहसास हुआ.
अब कामना की कभी भी सैक्स की इच्छा होने लगती है, लेकिन वह मन मसोस कर रह जाती है, क्योंकि इस के लिए हर किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उसे इस बात का भी डर लगा कि आगे शादी के बाद पति को यह सब पता चल गया तो फिर क्या होगा.
कई बार लड़कियां अपने बौयफ्रैंड को खोने के डर से या किसी लालच के चलते भी हां कर देती हैं, लेकिन बाद में पछताती हैं. ब्लैकमेलिंग का डर भी उन्हें हमेशा सताता रहता है, क्योंकि सच्ची मुहब्बत का दम तो हर आशिक भरता है, लेकिन करता ही हो, इस की कोई गारंटी नहीं. आएदिन के झगड़ेफसाद हत्याओं और आत्महत्याओं की खबरें इस की गवाह हैं, जिस से हर लड़की डरती और घबराती है.
तो फिर क्या करें
हां या न का फैसला करना हर लड़की के लिए आसान नहीं होता, लेकिन यह एक ऐसी मांग बौयफ्रैंड की है, जिसे ज्यादा दिन तक टरका कर रखा जा सकता है. जज्बाती तौर पर लड़की अपने प्रेमी को दिल से चाहती है, लेकिन सैक्स के लिए तैयार नहीं होती.
हालांकि इस फैसले पर मन ही मन उन्हें भी अच्छा नहीं लगता. वजह, बदलते जमाने को वे भी बहुत गौर और बारीकी से देख रही होती हैं कि आजकल तो वाकई यह आम बात हो गई है.
ऐसी लड़कियों की हालत निशा जैसी हो जाती है, जिस ने बहुत ही सोचविचार कर अमर को न कह
दिया, लेकिन बहुत प्यार से उसे एक बार नहीं, बल्कि कई बार अपनी फीलिंग्स के बारे में समझाया तो वह मान भी गया, कि ठीक है शादी तक इंतजार कर लेते हैं.
महीने 2 महीने तक अमर पहले की तरह निशा से मिलता रहा और सैक्स संबंध बनाने की जिद नहीं की और पहले की तरह प्यार जताता रहा, तो निशा को भरोसा हो गया कि वह वाकई उस से सच्चा प्यार करता है, इसलिए निशा ने तय कर लिया है कि अगली बार जब भी अमर सैक्स की मांग
करेगा तो वह उस की छाती पर अपनी उंगली से लिख देगी कि ‘पहले कंडोम ले आओ’.