आज कल के दौर में कुत्ते और बिल्लियों को पालने को चलन काफी बढ़ रहा है लोग घर में पालतू जानवर रखना बेहद पसंद करते है लेकिन कई जानवरों से इतना घुल-मिल जाते है कि उन्हे चुमने तक लग जाते है लेकिन ऐसा करना कितना ठीक है या नहीं, ये आज हम आपको बताएंगे क्योकि ऐसा करना आपको बीमार कर सकता है. शरीर में कई तरह के रोग पैदा कर सकता है लेकिन ये सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है या कोई महिला प्रेग्नेंट है तो वो अपने पालतू जानकर को किस ना करें.

क्योकि माना जाता है कि कुत्ते के मुंह और लार में कैप्नोसाइटोफागा बैक्टीरिया रहते हैं, जो करीबी संपर्क या काटने से लोगों में फैल सकता है. अधिकांश लोग बीमार नहीं पड़ेंगे, लेकिन ये बैक्टीरिया कभी-कभी कमजोर इम्युनिटी सिस्टम वाले लोगों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिसके कारण गंभीर बीमारी हो सकती है और किसी किसी स्थिति में मौत भी हो सकती है.

बिल्लियां कभी-कभी काटने और खरोंच से भी संक्रमण फैला सकती हैं. कुत्ते और बिल्लियां दोनों मेथिसिलिन-प्रतिरोधी जीवाणु स्टैफिलोकोकस ऑरियस (एमआरएसए) के भंडार हैं, पालतू जानवरों के साथ करीबी संपर्क को जूनोटिक संचरण के लिए एक अहम जोखिम कारक के रूप में पहचाना जाता है.

पालतू जानवरों से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाले संक्रामक रोगों को जूनोटिक रोग या जूनोज कहा जाता है. साथ रहने वाले जानवरों के 70 से ज्यादा कीटाणु लोगों में फैल सकते हैं.

  • कभी-कभी, पालतू जानवर जिसमें जूनोटिक कीटाणु होता है वह बीमार लग सकता है. लेकिन अक्सर कोई दिखाई देने वाला लक्षण नहीं होता, जिससे आपके लिए संक्रमित होने का जोखिम बढ़ जाता है, क्योंकि आपको अपने पालतू जानवर में कीटाणु के होने का शक नहीं होता.
  • जूनोज सीधे पालतू जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है, जैसे लार, शारीरिक तरल पदार्थ और मल के संपर्क के जरिए, या अप्रत्यक्ष रूप से, जैसे दूषित बिस्तर, मिट्टी, भोजन या पानी के संपर्क के जरिए.
  • स्टडी से पता चलता है कि पालतू जानवरों से जुड़े जूनोज का प्रसार कम है. हालांकि, संक्रमणों की असल संख्या को कम करके आंका गया है क्योंकि कई जूनोज सूचित करने योग्य नहीं हैं, या उनके कई एक्सपोजर रास्ते या सामान्य लक्षण हो सकते हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
₹ 399₹ 299
 
सब्सक्राइब करें

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
  • 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
  • चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
₹ 480₹ 399
 
सब्सक्राइब करें

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
  • 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
  • चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...