13 फरवरी को 'किस डे' मनाया जाता है. वैलेंटाइन डे से सिर्फ एक दिन पहले. पर क्यों? क्या है इस दिन का इतिहास और अपनी पहली किस से पहले आप को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? आइए, जानते हैं इस बारे में कुछ रोचक जानकारियां.

किस डे का इतिहास

ऐसा माना जाता है कि 6वीं शताब्दी में फ्रांस में जब कपल्स एकदूसरे के साथ डांस करते हुए अपने प्यार का इजहार करते थे और उन दोनों की निगाहों में इश्क की नई कहानी जन्म लेने लगती थी, तब डांस खत्म होने के बाद वे एक दूसरे को किस करते थे. इस के अलावा यह भी कहा यह भी जाता है कि रूस में शादी के दौरान वचन लेते समय दूल्हा और दुलहन में एक दूसरे को किस करने का रिवाज था. इसी तरह से किस के जरिए अपनी भावनाओं को जाहिर करने का यह सिलसिला धीरे धीरे पूरी दुनिया में शुरू हो गया.


ऐसा कहते हैं कि किस करने से आप सामने वाले को अपनी भावनाएं उस के प्रति जताते हैं. अगर 'किस डे' की बात की जाए तो इस दिन प्रेमी जोड़ों का किस करने से प्यार का रिश्ता और ज्यादा मजबूत हो जाता है. उन का एक दूसरे के प्रति विश्वास बढ़ता है. वे एक दूसरे के करीब आ जाते हैं और अपने रिश्ते में एक दूसरे के लिए सम्मान बढ़ा देते हैं.

अगर किसी कपल में कोई अनबन हो गई है या नोकझोंक चल रही है तो सरप्राइज किस उन की जिंदगी को मिठास से भर देती है. किस की गीली छुअन जिंदगी की परेशानियों को कम कर सकती हैं. यह हमारी उदासी, गुस्से और परेशानी को गायब कर देने के लिए काफी है.

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