दिलशाद गार्डन के एक गंदे से फ्लैट में रहने वाली 26 साल की सीमा अच्छी देह की मालकिन थी. वह दिल्ली में बड़े सपने ले कर आई थी और हाल ही में उस ने कुछ ऐसा काम कर दिया था कि उस के वारेन्यारे होने में ज्यादा समय नहीं बचा था.

सीमा आज सुबह से ही बड़ी चहक रही थी. हरे रंग की चुस्त बनियान और हलके भूरे रंग की शौर्ट से उस की भरपूर जवानी बाहर आने को बेताब थी. उस ने अंगड़ाई लेते हुए पहले एक कप ब्लैक कौफी बनाई और फिर सुबह का अखबार ले कर सोफे पर ‘धम्म’ से बैठ गई. यह सोफे पर उस की पसंदीदा जगह थी, जहां उस के हमेशा बैठे रहने से कुशन पर गड्ढा सा बन गया था.

सीमा ने कौफी की चुसकी लेते हुए अखबार पलटा, तो एक खबर पर उस की निगाहें जम गईं. जब खबर पढ़ी, तो सीमा की सांसें तेज हो गईं. अचानक से उसे पसीना आ गया. हाथपैर ठंडे पड़ गए. सारी खुशी पलभर में काफूर हो गई.

खबर दिल्ली की थी और सीमा का दिल दहलाने के लिए काफी थी. हुआ यों था :

पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन में बने ‘बर्गर किंग’ के आउटलेट में मंगलवार, 18 जून, 2024 की रात हुए एक शूटआउट में ?ाज्जर, हरियाणा के अमन जून की हत्या कर दी गई थी. पुलिस वालों का कहना है कि अमन की हत्या गैंगवार में हुई है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अमन जून की अशोक प्रधान गैंग से नजदीकियां थीं. इस मामले में विदेश में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने सोशल मीडिया पर राजौरी गार्डन शूटआउट की जिम्मेदारी ली है. भाऊ ने इंस्टाग्राम की एक पोस्ट में दावा किया है कि नवीन बाली (तिहाड़ में बंद) के साथ वह खुद राजौरी गार्डन की हत्या की जिम्मेदारी लेता है.

भाऊ का आरोप है कि अमन जून ने उस के करीबी शक्तिदादा की हत्या के दौरान मुखबिरी की थी. मंगलवार को राजौरी गार्डन में इसी का बदला लिया गया है. भाऊ ने धमकी दी है कि अब शक्ति दादा की हत्या में शामिल दूसरे लोगों का भी नंबर आने वाला है.

सूत्रों का यह भी कहना है कि गैंगस्टर नीरज बवानिया, नवीन बाली और हिमांशु भाऊ एकसाथ मिल कर लौरैंस गैंग के खिलाफ खुद को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मजबूत करने में जुटे हैं. वहीं, गैंगस्टर अशोक प्रधान लौरैंस के साथ काम करता है. अशोक प्रधान से अमन जून की नजदीकी थी.

ऐसे में पुलिस को शक है कि नवीन बाली और हिमांशु भाऊ गैंग ने नीरज बवानिया के इशारे पर मंगलवार रात अमन जून की हत्या कर दी. इस की वजह यह है कि अक्तूबर, 2020 में नीरज बवानिया के मौसरे भाई शक्ति दादा की हरियाणा के ?ाज्जर जिले के छाछी गांव में हत्या कर दी गई थी. नीरज बवानिया को शक था कि अमन ने इस में मुखबिरी की थी.

सीमा के होश गुम कर देने वाली खबर तो आगे थी. वजह, सीमा अब तक जिस काम को पैसे कमाने का जरीया समझ रही थी, वह तो एक ऐसा चक्रव्यूह था, जिसे भेदना उस के बस की बात नहीं थी.

खबर में आगे लिखा था कि पुलिस ने मौका ए वारदात से सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले हैं. इस में 2 शूटर और एक लड़की नजर आ रहे हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अमन को हनी ट्रैप कर वहां बुलाया गया था. वह लड़की मैट्रो से वारदात वाली जगह पर पहुंची थी.

वारदात के बाद पुलिस को अमन जून के पास से एक डीटीसी बस का टिकट, गमछा और एक मोबाइल चार्जर मिला था, पर मोबाइल और पर्स नहीं मिला था. पुलिस को शक है कि अमन जून के साथ रही वह लड़की पर्स और मोबाइल ले कर फरार हुई है.

गैंगस्टर हिमांशु भाऊ विदेश में बैठा है. उस के खिलाफ इंटरपोल ने रैड कौर्नर नोटिस भी जारी किया हुआ है. एक महीने पहले पश्चिमी दिल्ली इलाके में ही भाऊ ने फ्यूजन कार पर अपने शूटरों के जरीए रंगदारी के लिए गोलियां चलवाई थीं. बाद में स्पैशल सैल ने एक शूटर को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हिमांशु भाऊ गैंग पर मकोका के तहत केस भी दर्ज किया है.

पुलिस के मुताबिक, शूटरों ने अमन जून पर तकरीबन 40 गोलियां चलाईं. मौके से पुलिस को 30 कारतूस के खोल बरामद हुए. गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा भी था कि 14 के बदले 40 गोलियां दी हैं.

बताया जा रहा है कि 24 साल की उस लड़की का नाम अनु है, जिसे डौन बनने की चाहत गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के करीब ले आई. हिमांशु को अनु पर काफी भरोसा था, इसीलिए उस ने इस टास्क की जिम्मेदारी अनु को दी.

दिल्ली के राजौरी गार्डन के ‘बर्गर किंग’ में हुए हत्याकांड की परतें जैसेजैसे खुलती जा रही हैं, वैसेवैसे इस लेडी डौन और इस की हकीकत सामने आती जा रही है. बताया जा रहा है कि अनु ने अमन जून को अपने हुस्न के जाल में फंसा कर रैस्टोरैंट बुलाया और 40 गोलियां मरवा कर उसे मौत के घाट उतार दिया, फिर बड़े आराम से फरार हो गई.

इतनी खबर पढ़ कर सीमा के तो तोते उड़ गए. उसे आज सम?ा आया कि समीर ने उसे मनोज से क्यों मिलवाया था. अभी एक महीने पहले की तो बात है. सीमा की समीर से नईनई दोस्ती हुई थी. उस ने खुद को प्राइवेट जासूस बताया था और मनोज नाम के एक रईसजादे से मेलजोल बढ़ाने के एवज में एक लाख रुपए देने का वादा किया था. सीमा को 50,000 रुपए मिल भी चुके थे, क्योंकि वह मनोज से एक होटल में मीटिंग कर भी चुकी थी.

यह मीटिंग बड़ी रसभरी थी. दरअसल, मनोज को नईनई लड़कियों के साथ सोने का चसका था. वह समीर और सीमा के ?ांसे में आ गया था. वैसे, समीर ने सीमा को यह कह रखा था कि वह दूसरी मीटिंग में एक छिपे हुए कैमरे से अपने और मनोज की बिस्तरबाजी के फोटो और वीडियो बना कर उसे दे देगी, ताकि वह मनोज की बीवी को उस की असलियत बता कर तलाक दिलवा दे.

उस दिन सोमवार की रात थी, जब सीमा मनोज के साथ होटल में गई थी. कमरे में वे दोनों अकेले थे. मनोज ने शराब पीते हुए उस से कहा था, ‘‘तुम मु?ो पहली ही नजर में पसंद आ गई हो. आज रात को बड़ा मजा आएगा.’’

सीमा मनोज की सब बातें सुन रही थी और गौर से देख रही थी कि किस एंगल से और कहां पर कैमरा फिट किया जाए कि बैड पर होने वाली हर हरकत अच्छी तरह से रिकौर्ड हो जाए.

उस ने मनोज का पैग बनाते हुए पूछा था, ‘‘क्या आप मु?ा से दोबारा भी मिलेंगे?’’

इस पर मनोज ने सीमा को ऊपर से नीचे तक देखते हुए कहा था, ‘‘यह तो आज की रात पता चल जाएगा कि हमें दोबारा मिलना है या नहीं.’’

इधर मनोज शराब पी रहा था, उधर सीमा लाल रंग की नाइटी में उस के सामने खड़ी थी. मनोज ने उसे देखा और एकदम उतावला हो गया. उस रात सीमा ने मनोज को भरपूर देह सुख दिया.

इसी बीच मनोज ने सीमा को यह भी बताया कि वह अमीर बाप का एकलौता बेटा है और गलत संगत में पड़ कर कुछ लोगों का दुश्मन बन चुका है. पर तब सीमा को लगा था कि मनोज अपनी शादी की बात छिपा कर उस से दोबारा मिलने का बहाना ढूंढ़ रहा है.

पर आज अखबार की खबर पढ़ कर सीमा को सम?ा आ गया कि समीर ने किसी और इरादे से उसे फंसा कर हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल किया है. वह यह सोच कर घबरा गई कि अगर आज रात को मनोज और उस की मुलाकात के बीच कोई कांड हो गया और गलती से गोली उसे लग गई तो… अगर गोली नहीं भी लगी, पर अगर वह पुलिस के हत्थे चढ़ गई तो? वह सम?ा गई थी कि दाल में कुछ काला है.

सीमा को कुछ सम?ा नहीं आ रहा था. उस ने समीर को फोन किया और दुखी लहजे में बोली, ‘‘समीर, मेरी तबीयत खराब है. मैं आज रात को मनोज के पास नहीं जा पाऊंगी.’’

‘‘अब हम लोग पीछे नहीं हट सकते. मनोज के खिलाफ एक बार सुबूत मिल जाए, फिर हमारा काम बन जाएगा. तुम्हें तुम्हारे 50,000 रुपए के साथसाथ इनाम भी मिलेगा, जिसे तुम जिंदगीभर नहीं भूल पाओगी.’’

यह सुनते ही सीमा के कान खड़े हो गए. उस ने आव देखा न ताव, अपने कपड़े और पैसे एक सूटकेस में भरे और वहां से भाग निकलने की सोची.

पर सुनीता अभी बाहर की गैलरी में ही पहुंची थी कि उस ने 2 लोगों को वहां खड़े पाया. वे तो समीर के आदमी थे. मतलब, उस पर भी नजर रखी जा रही थी.

सीमा दोबारा अपने घर में जा घुसी. उस ने सूटकेस पटका और बिस्तर पर बैठ गई. उसे सम?ा आ गया था कि वह हनी ट्रैप के लिए इस्तेमाल की जा रही है और आज उस की जिंदगी की सब से काली रात होने वाली है, उस की ठंडी हो चुकी ब्लैक कौफी की तरह.

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