अपनी उलजलूल हरकतों और बयानों से अकसर अपनी सरकार और पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव अब खुद मुश्किलों में घिर गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के दुलारे तेज प्रताप यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है. पिछले दिनों जेल में बंद राजद के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के शार्प शूटर और सिवान के पत्रकार राजदेव की हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद कैफ के साथ तेज प्रताप की तस्वीरें अखबारों में छपी थी. उसी आधार पर राजदेव की बीबी आशा रंजन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. याचिका में कहा गया है कि राजदेव की हत्या के आरोपी को शहाबुद्दीन और तेज प्रताप ने पनाह दिया हुआ है. गौरतलब है कि 13 मई 2016 को सिवान में राजदेव की हत्या कर दी गई थी.

तेज प्रताप कभी कृष्ण का रूप धर कर बांसुरी बजाते नजर आते हैं तो कभी हलवाई की दुकान में जलेबी छानने लगते हैं. कभी कुम्हार की चाक पर हाथ साफ कर मिट्टी के बर्तन बनाने लगते हैं. इस साल एक जनवरी के मौके पर उन्होंने अपने सिर पर पगड़ी बांधी और उसमें मोर का पंख जड़ डाला. उसके बाद गायों के साथ बांसुरी बजाने लगे. काफी देर तक भाव विभोर होकर बांसुरी बजाते रहे और उसके बाद खुद को कृष्ण का वंशज बताया. पिछले एक फरवरी को सरस्वती पूजा के मौके पर वह हलवाई के साथ चूल्हे के पास जा बैठे और लगे जलेबियां छानने. जलेबी छानने के बाद उन्होंने स्कूली बच्चों को जलेबियां खिलाई और खुद भी उसका लुत्फ उठाया. पिछले 6 फरवरी को पटना पुस्तक मेले में घूमने पहुंचे तो कुम्हार का चाक देख कर वहीं बैठ गए और चाक को घूमा कर मिट्टी के बर्तन बनाने लगे.

हमेशा सुर्खियों में रहने वाले तेज प्रताप ने पिछले दिनों गो हत्या पर रोक लगाने की मांग कर अपनी पार्टी के लिए ही मुसीबत खड़ी कर दी थी. वृंदावन पहुंच कर उन्होंने केंद्र के मोदी सरकार से अपील कर डाला कि नोटबंदी की तरह से गायों की हत्या पर भी रोक लगाई जाए. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में शराब को बंद कर दिया गया है, अब गो हत्या को भी बंद किया जाएगा. उनकी इस बयानबाजी से उनके पिता लालू यादव और ‘चाचा’ नीतीश कुमार सकते में आ गए. गौरतलब है कि लालू और नीतीश का बड़ा मुस्लिम वोट बैंक है और तेज प्रताप ने गाय को मारने पर रोक लगा का मुसलमानों को नाराज कर डाला.

पिछले दिनों भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि लालू यादव ने अपने बेटों को राजनीति में सेटेल कर दिया है और अब उनकी शादी कर देनी चाहिए. मोदी के इस मजाक पर तेज प्रताप तैश में आ गए और कह डाला कि मोदी अपने बेटे का विवाह क्यों नहीं करते हैं? क्या वह नपुंसक है? उनके इस बात पर बिहार की सियासत गरमा गई तो लालू और नीतीश को उस पर पानी डालने के लिए आगे आना पड़ा. पार्टी की बैठकों या किसी सभा में वह बात-बेबात फोटोग्राफरों से उलझ पड़ते हैं. पार्टी की एक बैठक में वह किसी फोटोग्राफर का कैमरा लेकर फोटो खींचने लगे. उनका फोटो खींचता फोटो किसी फोटोग्राफर ने खींच लिया तो इस पर वह बिदक गए और फोटोग्राफर को धमकाने लगे. कैमरा छीन कर तोड़ने की धमकी दे डाली. उनकी इस हरकत पर पत्रकारों और फोटोग्राफरों ने राजद के कार्यक्रमों के बहिष्कार का ऐलान कर डाला. आखिर लालू ने बीच में कूद कर मामले को शांत कराया.

अकसर अपने ललाट पर चंदन-टीका लगा कर घूमने वाले 28 साल के तेज प्रताप राजद की टिकट और महुआ विधान सभा सीट से पहली बार 2015 में विधायक बने थे. बिहार में महागठबंधन की सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था. राजद के सूत्रों की मानें तो वह अपने छोटे भाई तेजस्वी को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने से खासे नाराज हैं. इस बात को लेकर वह अपने पिता लालू यादव से भी नाराज रहते हैं. अकसर वह मंदिरों के चक्कर लाने लगे हैं. कई बार देर रात को उठ कर भी किसी मंदिर की ओर निकल पड़ते हैं.

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