“मुझे बहुत घबराहट हो रही है. तुम आ जाओ ना, कैसे भी आओ बस आ जाओ. मुझे अब डर लग रहा है…बहुत डर. तुम सुन रहे हो न? हैलो… हैलो… विकास… तुम सुन रहे हो न.. हैलो…..” उस तरफ से फोन कटा तो मानो नैना की सांसे भी थमने लगी. उस ने सोफे के बगल में पड़ी पति अमन की लाश की तरफ एक बार फिर नजर घुमाई और उस के होंठ थरथराने लगे और वह विकास को फिर फोन मिलाने लगी.
नैना और अमन की शादी जिस समय हुई थी तब नैना महज 23 साल की थी. कालेज के समय में तो कितने रिलेशनशिप्स रहे थे उस के लेकिन जब उस के लिए अमन का रिश्ता आया तो वह झट मान गई. मानती कैसे नहीं, अमन अच्छे घर का पैसे वाला आदमी था हालांकि उम्र में 6 साल बड़ा था नैना से लेकिन नैना को इस से कुछ खासा फर्क नहीं पड़ा था. उस की आंखों में तो जनकपुरी का 4 बीएचके का फ्लैट चमक रहा था जिस की तस्वीरें अपनी सहेलियों को भेजभेज कर वह दिखा देगी कि उस की जिंदगी भी क्या जिंदगी है. नैना की शादी के दिन करीब आ रहे थे तो उस के इंस्टाग्राम और व्हाट्सेप पर मैसेजों की कतारें बढ़ने लगी थीं. कभी एक्स बौयफ्रेंड का मैसेज होता तो कभी उस बौयफ्रेंड का जिस से वह ब्रेकअप करना ही भूल गई थी.
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नैना के मातापिता उस की इन हरकतों से अंजान थे. नैना अपने दोनों भाइयों से छोटी थी. यही कारण था कि उसे जितना रोका जाता वह उतना ही पंख फड़फड़ा उड़ने की कोशिश करती. हमेशा से गर्ल्स स्कूल में पढ़ी नैना के 10वीं से 12वीं कक्षा के बीच ही 3 बौयफ्रेंड रहे थे. पहले से तो उसे लगा जैसे उसे प्यार हो गया है लेकिन जब वह उस से अपने लिए कुछ मांगती और वह मना कर देता तो वह खीझ उठती. वह उस से अपनी सहेली कविता की मदद से मिली थी. कविता के मोहल्ले का ही लड़का था वह और नैना के स्कूल की छुट्टी के समय स्कूल के बाहर खड़ा होता था. नैना जब कविता के बौयफ्रेंड को देखती तो उसे लगता जैसे कविता ने जानबूझ कर उसे इस कालेकलूटे लड़के के साथ बांधा है. सो, पढ़ाई का बहाना मार नैना ने उस से ब्रेकअप कर लिया.
नैना ने जब कविता के बौयफ्रेंड नितिन को देखा था तभी से उस पर मोहित होने लगी थी. स्कूल से बंक मार जब कविता, नैना, साक्षी और तान्या घूमने गईं थीं तो वहां नितिन और साक्षी का बौयफ्रेंड विनय भी आया था. जब भी नैना का नितिन से सामना होता वह ऐसे दिखाने की कोशिश करती कि वह बेहद शालीन और शांत किस्म की लड़की है जबकि नितिन जानता था कि वह कितनी तेजतर्रार है. कविना ने नैना को बताया था कि नितिन अकसर उसे किस करने के लिए कहता था जिस पर वह मना कर देती थी. उस दिन लोधी गार्डेन घूमते हुए जब साक्षी, तान्या, विनय और कविता तस्वीरें क्लिक कर रहे थे तब नैना नितिन की तरफ इशारा कर झील के पास जाने लगी. नितिन ने कविता से कहा कि उसे यहां गर्मी लग रही है और वह भी झील के पास जा रहा है. झील के पास पहुंच बेंच पर बैठी नैना को देख नितिन उस के पास जा कर बैठ गया. नैना उस की आंखों में देख धीरेधीरे आंखें बंद करती हुई आगे झुकने लगी. नितिन ने मौका हाथ से जाने नहीं दिया और आगे झुक नैना को किस करने लगा. कविता नितिन को ढूंढते हुए वहां पहुंची तो नैना और नितिन को एकदूसरे को किस करते देख विफर पड़ी. वह उन दोनों को गालियां देने लगी जिस पर नैना ने भी उसे भुला भला कहना शुरू कर दिया. उस दिन के बाद न नैना और कविता ने एकदूसरे से कभी बात की और न नितिन ने उन दोनों से.
नैना 12वीं में थी तो उस के घर के बगल में रहने वाले आकाश से उसे प्यार हो गया या उसे लगा कि उसे प्यार हो गया. नैना का भाई शुभम मेरठ में पढ़ रहा था क्योंकि ग्रेजुएशन के बाद उस का कोई एंट्रैन्स क्लियर नहीं हुआ था कि वह दिल्ली में ही पढ़ सके. नैना के सब से बड़े भैया नाइट शिफ्ट में नौकरी करते थे इसीलिए दिनभर सोते थे और रात में औफिस जाते थे. मम्मीपापा को बस एक फिक्र थी कि नैना थोड़ा पढ़ ले और अच्छे घर में उस की शादी हो जाए. उन्हें नैना की परवरिश या व्यवहार में कभी कुछ गलत लगा ही नहीं. नैना शाम को भैया के औफिस के लिए घर से निकलते ही अपने कमरे में चली जाती थी. नैना के 50 गज के घर में उस का कमरा सब से ऊपर था. नैना की बालकनी और आकाश की बालकनी एकदूसरे से जुड़ी हुई थी. नैना बालकनी की ग्रिल पर चादर सुखाने के बहाने डाल देती और उस के सहारे बैठ जाती. आकाश भी यही किया करता. दोनों एकदूसरे से बातें करते और किसी को दिखते भी नहीं. नैना जब कालेज के फर्स्ट इयर में आई तो उस का मन आकाश से ऊब गया. अपने कालेज के बौयफ़्रेंड्स के साथ वह कितनी ही बार हमबिस्तर भी हुई थी लेकिन उसे रिलेशनशिप से बोरियत होने लगती और वह कोई न कोई बहाना बना ब्रेकअप कर लेती.
अमन से शादी के बाद जब नैना इस घर में आई थी तो उसे मानो वह सब मिल गया था जिस की उसे चाहत थी, पैसा, आजादी और लक्जरी. अमन एक मल्टी नैशनल कंपनी में एचआर की पोस्ट पर था. अच्छा कमाता था, चालबाजियों से दूर शांत किस्म का लड़का. उस की भी कालेज के समय से कई गर्लफ्रेंड्स रही थीं लेकिन वह हमेशा से सीरियस रिलेशनशिप्स से दूर रहा था. उस के मम्मीपापा और बहन चंडीगढ़ में रहते थे और वह यहां दिल्ली में. चडीगढ़ में भी उस का अच्छा खासा घरबार था. अमन हमेशा से एक ही शर्त पर रिलेशनशिप में आता रहा कि वह शादी की कमिटमेंट नहीं कर सकता क्योंकि उस के मातापिता जातिधर्म को अत्यधिक महत्व देते हैं और इसलिए वह उन की मर्जी से ही शादी करेगा. औफिस में उसे एक लड़की बेहद पसंद थी लेकिन फिर वही कि वह शादी नहीं करेगा इसलिए वह लड़की उस के साथ कुछ दिन सैक्सुअल रिलेशनशिप में रही और फिर उस ने भी अमन से ब्रेकअप कर लिया. इस ब्रेकअप के बाद ही अमन के घरवालों ने उसे नैना से मिलवाया और किसी पंडेपुजारी और रिश्तेदारी के चलते दोनों की शादी हो गई. नैना दुबलीपतली, चटख गोरे रंग की, लंबे बाल और मदमस्त चाल वाली लड़की थी तो वहीं अमन मझले कदकाठी का गोरा मगर कम आकर्षक किस्म का लड़का था. नैना को देखते ही अमन उस पर लट्टू हो गया था तो वहीं अमन के स्टेटस ने नैना का दिल जीत लिया था.
शादी के कुछ महीने तो नैना और अमन ने बड़े मजे से गुजारे, घूमना फिरना, ढेरों तस्वीरें लेना उन्हें अपने सोश्ल मीडिया पर पोस्ट करना, सैक्स का लुत्फ उठाना और नएनए एक्सपेरीमेंट्स करना. लेकिन, धीरेधीरे नैना इस जिंदगी से भी ऊबने लगी. अमन नैना की आंखों में झांकने की कोशिश करता और नैना अपनी निगाहें हटा लेती. सैक्स के तुरंत बाद भी जब अमन उसे बाहों में भरता तो नैना करवट ले सो जाती. नैना अपनी सहेलियों से अमन के परफ़ौर्मेंस को ले कर बातें करती तो कोई उस पर हंसने लगती तो कोई कहती पति के साथ रात में मज़ा नहीं तो दिन के लिए कोई और ढूंढ़ ले, और फिर यहां वहां की बातें होने लगतीं.
नैना घर पर ही रहती थी, अमन ने कई बार उसे कहा कि वह घर पर बोर हो तो नौकरी कर सकती है.
लेकिन नैना के मन में नौकरी का दूरदूर तक ख्याल नहीं था. एक दिन यों ही इंस्टाग्राम पर उसे किसी लड़के का मैसेज आया और नैना उस से बातें करने लगी. नौर्मल फ्लर्टिंग से शुरू हुई बात सैकस्टिंग तक पहुंच गई. पहले वह उस लड़के को डीप नेक वाली तस्वीरें भेजती और फिर अपनी सैक्सी लौंजरी फ़्लौंट करने लगी. नैना को इन सब में मजा आने लगा. बात एकदूसरे से मिलने तक भी पहुंची और एकदिन नैना दोपहर 1 बजे घर से निकली और शाम 5 बजे लौटी. आजकल रूम मिलना भी कोई मुश्किल काम नहीं. कामवाली को उस ने छुट्टी दे ही रखी थी तो उसे कोई टेंशन नहीं थी.
यह लड़का यही कोई 22 साल का था तो नैना को वैसे भी इस से प्यार जैसा कोई मतलब नहीं था लेकिन सैक्स में नैना को मजा आ रहा था. इस लड़के के साथ दो महीने टाइमपास के बाद नैना दूसरे और फिर तीसरे लड़के के साथ भी चैटिंग, सैक्सस्टिंग और फिर सैक्स करने लगी. अमन इन सब से अंजान था और नैना उसे शक का कोई मौका भी नहीं देती थी.
इसी तरह एक दिन वह विकास से मिली. विकास उसे अपनी एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में मिला था. विकास ने नैना को देखा तो उस पर लट्टू हो गया. विकास आकर्षक व्यक्तित्व का व्यक्ति था, लंबा कद, लहराते बाल, एमफिल का स्टूडेंट. नैना की शादी को अभी 2 साल भी नहीं हुए थे. विकास की हमउम्र भी थी. पार्टी में उस ने पेंसिल स्कर्ट और पीच कलर का टौप पहना हुआ था. गले में एक चैन और सिंदूर तो वह अब लगाती ही नहीं थी. इतनी अच्छी पर्स्नालिटी की लड़की पर आखिर किस का दिल न आए.
दोनों का इंटरोडक्शन हुआ और बातें शुरू होने लगीं. पसंदनापसंद, खूबसूरती की तारीफें, गाने डेडिकेट करना, साथ घूमनाफिरना, क्लब जाना और न जाने क्या क्या. नैना को हर समय विकास का ख्याल आता रहता, उस से मिलने का मन करता. वह उसे चाहने लगी थी और अब अमन के साथ उसे कोई खुशी नहीं थी.
‘सुनो,’ नैना ने एक दिन विकास को मैसेज किया.
‘कहो,’ विकास का जवाब आया.
‘मैं सोच रही थी कि आज कहीं चलते हैंम आई मीन समझ रहे हो न?’ नैना रोमांटिक होते हुए कहने लगी.
‘कहां जाना है?’ विकास मंदमंद मुसकाते हुए कहने लगा.
‘ज्यादा भोले मत बनो. तुम्हें पता है मैं कहां जाने की बात कर रही हूं, रूम में चलते हैं कहीं,’ नैना ने बनावटी अंदाज में कहा.
‘अच्छा क्या करेंगे,’ विकास भी बनावटी भोलेपन से कहने लगा.
‘अच्छा, बताऊं तुम्हें अब? जाओ नहीं जाना कहीं.’
‘अरे बाबा, मजाक कर रहा हूं मेरी जान, तुम समझती ही नहीं हो. मैं तो कब से तड़प रहा था.’
बस फिर क्या, नैना और विकास के मिलनेजुलने और सैक्स का सिलसिला चल पड़ा. अब वह बाहर जाने की बजाए विकास को घर बुलाने लगी.
एक दिन नैना ने अपनी कामवाली को छुट्टी दे रखी थी. विकास और नैना बेड पर लेटे हुए थे. विकास अनायास ही बोल पड़ा, ‘नैना, अपने पति को तलाक दे दो. मुझे तुम से शादी करनी है, हमेशा तुम्हारे साथ ही रहना है. हम दोनों साथ रहेंगे हमेशा.’
‘बेबी, तुम कमाते हो नहीं, तलाक से एक पैसा नहीं मिलेगा, खाएंगे क्या?’ नैना विकास के बालों को सहलाते हुए बोली.
‘तलाक नहीं दे सकती तो हम कबतक ऐसे छुपछुप कर मिलते रहेंगे?’
‘और कर भी क्या सकते हैं? तुम खुद बताओ?’ नैना बोल उठी.
विकास उठ कर अपने कपड़े पहनने लगा. उस का मन उदास होने लगा था. ‘हम कुछ दिन नहीं मिलेंगे अब,’ विकास ने कहा.
‘क्यों? अचानक यह शादी की बात कर के तुम मुझे उलझन में डाल रहे हो. तुम जानते हो मैं अमन को नहीं छोड़ सकती ऐसे, फिर भी?’
‘मैट्रो से आना अब सही नहीं है. तुम ने सुना न कोरोनावायरस के बारे में. मैं बस कुछ दिन रिस्क नहीं लेना चाहता. और तुम्हें इस बीच हमारे रिश्ते के बारे में सोचने का समय भी मिल जाएगा.’
‘बेबी, बस यही है तुम्हारी मोहब्बत? कोरोना से इतना डर कि मुझ से नहीं मिलोगे?’
‘कम से कम मुझे तुम से मोहब्बत तो है, तुम्हारी तरह दो नाव पर सवारी तो नहीं कर रहा मैं,’ विकास ने तंज कसते हुए कहा.
‘अच्छा, तो क्या करूं? मार दूं क्या अपने पति को तुम्हारे लिए?’ नैना अचानक चिल्ला उठी.
‘हां, मार दो,’ विकास ने कहा और दरवाजे की तरफ बढ़ गया.
घड़ी में 8 बजकर 16 मिनट हुए और दरवाजे की बेल बजी. अमन को देख नैना ने मुसकुराते हुए उस के हाथ से बैग लिया. अमन अपने मुंह से मास्क हटाने लगा और सोफे पर जा बैठ गया. नैना अमन के लिए पानी का गिलास ले आई.
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‘कोरोनावायरस बहुत ज्यादा फैलने लगा है न?’ नैना ने अमन को गिलास थमाते हुए कहा.
‘हां, बहुत ज्यादा. सुनने में आ रहा है कि जल्द ही प्रधानमंत्री इस पर कुछ ऐक्शन लेने वाले हैं. हमारा काम भी वर्क फ़्रौम होम होने वाला है जल्दी ही. चलो अच्छा है इस बहाने तुम्हारे साथ समय बिताने का मौका भी मिलेगा.’
‘हां, डार्लिंग बिलकुल,’ नैना ने कहा और झूठी मुस्कराहट के साथ अमन को देखने लगी.
‘नैना, मुझे लग रहा है मुझे नई नौकरी के बारे में सोचना चाहिए.’
‘क्यों?’
‘मैं काफी समय से इंक्रीमेंट के बारे में सोच रहा हूं पर यह कंपनी खुद ही नुकसान में चल रही है तो नहीं करेगी.’
‘अच्छा, तुम्हें जैसा ठीक लगे.’
अमन बाथरूम में था जब नैना ने विकास को मैसेज किया, ‘मेरे पास एक प्लान है.’
अगले दिन प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि इस रविवार जनता कर्फ़्यू लगने वाला है. अमन की शनिवार को अकसर छुट्टी होती है लेकिन इस बार उसे औफिस बुलाया गया था. नैना ने विकास के साथ अमन को जान से मारने का प्लान ऐसा बनाया था कि किसी को उस पर भूल कर भी शक नहीं होता और वह अमन के मरने के बाद चैन से विकास के साथ रहती.