आप भी पा सकते हैं मल्टिपल और्गैज्म

आप इस सच को अच्छा भी कह सकती हैं और बुरा भी, क्योंकि इससे सेक्शुअल संबंधों में आपका दबदबा कम भी हो सकता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि हालांकि मल्टिपल और्गैज्म (एक से अधिक बार चरम पर पहुंचना) पाना महिलाओं की शारीरिक विशेषता है, लेकिन यदि पुरुष इसे पाने के लिए थोड़ी मशकक्त करें तो वे भी इसका आनंद ले सकते हैं. यह मानना कि पुरुष हर सत्र में केवल एक बार ही और्गैज्म का अनुभव करते हैं, मिथक है.

इस राज का खुलासा

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म कोई नई संकल्पना नहीं है, बल्कि यदि आप प्राचीन ताओइस्ट की तकनीकों में मल्टिपल और्गैज्म के राज़ का खुलासा किया गया है. ताओइस्ट मान्तक चिया की किताब दि मल्टी-ऑर्गैज़्मिक मैन: सेक्शुअल सीक्रेट्स एवरी मैन शुड नो के अनुसार,‘‘और्गैज्म और इजेकुलेशन (स्खलन)-जो दो अलग-अलग शारीरिक प्रक्रियाएं हैं, के बीच के अंतर को सीखकर पुरुष मल्टिपल और्गैज्म पा सकते हैं.’’

होती है योग्यता

स्टेट यूनिवर्सिटी औफ न्यूयौर्क के एम ई डन और जेई फ्रॉस्ट द्वारा वर्ष 1979 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, पुरुषों में मल्टिपल और्गैज़्म पाने की योग्यता होती है. उन्होंने बताया कि पारंपरिक मान्यता के अनुसार एक स्वस्थ पुरुष में और्गैज्म के दो चरण होते हैं-और्गैज्म के बाद तुरंत स्खलन और फिर थोड़ा समय, जो सामान्य होने में लगता है. पर अपने शोध के दौरान डन और फ्रॉस्ट ने पाया कि एक नॉन-इजैकुलेटरी और्गैज्म भी होता है, जो इजैकुलेटरी और्गैज्म के पहले या बाद में भी आ सकता है. और इस तरह के कई और्गैज्म आ सकते हैं. ‘‘अध्ययनों से पता चलता है कि मास्टबेशन के दौरान युवकों को कई ऑगैज़्मिक पीक्स का अनुभव होता है, खासतौर पर इजैकुलेशन से ठीक पहले,’’ यह कहना है डॉ फेलिस डनास का, जो क्लीनिकल चायनीज मेडिसिन के विशेषज्ञ हैं.

इस कला को अर्जित किया जा सकता है

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म नाबिल्कुल अपने सपनों की महिला को पाने जैसा होता है-इसके लिए लगन, संयम और तीव्र इच्छाशक्ति की जरूरत होती है. सेक्सोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी इसे अर्जित कर सकनेवाली कला मानते हैं. वे कहते हैं,‘‘हालांकि पुरुषों में मल्टिपल और्गैज्म पाने की स्वाभाविक विशेषता नहीं होती, लेकिन सही तकनीक को सीख कर वे इसका आनंद उठा सकते हैं.’’

एक लड़का जबरदस्ती मुझसे शादी करना चाहता है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 18 साल की एक लड़की हूं और पढ़ाई में बहुत अच्छी हूं. पिछले एक साल से एक लड़का मेरे पीछे पड़ा है और बोलता है कि मुझ से शादी करेगा. मुझे उस लड़के में कोई बुराई नहीं दिखती, पर मुझे अभी प्यार के चक्कर में नहीं पड़ना है, जबकि वह लड़का बहुत उतावला दिखता है और रोज मेरा सड़क पर पीछा करता है. इस से मुझे बहुत गुस्सा आता है. मैं क्या करूं?

जवाब

तो आप चाहती हैं कि लड़का पीछा भी न करे और प्यार भी घर बैठे जताता रहे. यह उस के लिए मुश्किल काम है. इस उम्र के प्यार में सब्र नहीं होता, बल्कि उतावलापन ही होता है. अगर वह लड़का आप को अच्छा लगता है, तो उस से अपनी फीलिंग्स शेयर करें और उस का मन टटोलें कि कहीं उस की और उस के प्यार की मंजिल सैक्स ही तो नहीं है. अगर वह आप को चाहता होगा, तो आप की भावनाओं को सम झेगा.

शादी का फैसला 2-3 साल बाद इतमीनान से लें. इस पर भी लड़का पीछा करना न छोड़े और ज्यादा परेशान करने लगे, तो घर के बड़ों को बताएं. वे आप की परेशानी हल कर सकते हैं.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  सरस सलिल- व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

कई तरह की होती है Love Language, इस तरह पता करें प्यार की भाषा

कई रिलेशन ऐसे होते है जिसमें पार्टनर्स एक दूसरे से अपनी दिल की बातें नहीं कह पाते है अपनी बातों को सही तरीके से एक्सप्रेस नहीं कर पाते है, ऐसे में कपल को जरुरत पड़ती है लव लैग्वेज की, जो आपके रिलेशन में प्यार को बरकार रखते है साथ ही, प्यार को एक्सप्रेस करने का भी काम करते है. जिससे आप बिन बोले अपने पार्टनर की बात को समझ सकते है और अपनी बात बोल भी पाते है. तो आज हम आपको ऐसे ही कुछ लव लैंग्वेज के बारें में बताएंगे. जिससे आप अपने प्यार का इजहार कर सकेंगे. सबसे पहले आपको बता दें, कि 5 तरह की लव लैग्वेज होती हैं. जिनके तरीके अलग अलग होते है.

गिफ्ट देना

अगर आपको अपने पार्टनर से प्यार का इजहार करना है तो इसका सबसे असान और अच्छा तरीका यही है कि आप उन्हें तोहफा दें, चाहे वह बड़ा तोहफा हो या छोटा तोहफा हो. अपने लव को एक्सप्रेस करने का सबसे सही तरीका है. यह भी एक तरह की लव की भाषा है.

उसके लिए काम करना

अपने पार्टनर के साथ काम करना लव की दूसरी लैग्वेज है. कि आप उनके साथ हाथ बंटा कर, सका साथ देते हैं. आपको अपने हाथ से बना खाना बनाना और उसे खिलाना, उसके कमरे की सफाई करना, उसकी चीजों को संभाल कर रखना जैसे काम करना अच्छा लगना चाहिए.

एक दूसरे के लिए अच्‍छी बातें बोलना

प्‍यार वाले शब्‍द यानी कि एक दूसरे को कॉम्‍प्‍लीमेंट देना, प्‍यार का बार बार इजहार करना, थैंक्‍स करना, हालचाल पूछते रहना, मदद के लिए बार बार पूछना आदि एक तरह का लव लैंग्‍वेज ही है. ऐसी बातें आपके प्‍यार को बढ़ाने का काम करती हैं.

क्‍वालिटी टाइम बिताना

हमेशा जितना हो सकें, अपने पार्टनर के साथ टाइम स्पैंड करें. साथ रहे और बातें करें. आपको सबसे अधिक अच्‍छा महसूस होता है जब आप अपने पार्टनर के साथ अच्‍छा समय गुजारते हैं. साथ में कुछ सीखना, डिनर पर जाना, मूवी देखना आदि. ये भी लव लैग्वेज का हिस्सा है.

फिजिकल टच

प्‍यार के इजहार का सबसे असरदार तरीकों में से एक है फिजिकल टच. ऐसे में आपको अपने पार्टनर के हाथों को थामना, हाथ पकड़कर चलना, गले लगाना, एक दूसरे की पीठ थपथपाना, करीब रहना आदि लव लैंग्‍वेज का एक तरीका है.

बिना कंडोम फटे भी ठहर सकता है गर्भ, जानें कैसे करें बचाव?

बर्थ कंट्रोल के लिए आज सभी कंडोम से परिचित है. जिसका यूज सेक्स के दौरान अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए किया जाता है, लेकिन कई बार ऐसे केसेस भी सुनने को मिलते है कि कंडोम के इस्तेमाल के बावजूद भी गर्भ ठहर जाता है. कई बार सेक्स के दौरान कंडोम फट जाता है, जिससे प्रेग्नेंसी का खतरा रहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं, कंडोम का सही इस्तेमाल करने के बाद भी कई महिलाएं प्रेग्ननेंट हो जाती हैं.

वैसे तो बर्थ कंट्रोल के लिए सबसे बेहतर कंडोम माना जाता है, लेकिन कई बार ये तरीका भी फेल हो जाता है. डौक्टरों के मुताबिक कंडोम यूज करने पर भी प्रेग्नेंसी के चांसेज हो सकते हैं. चलिए जानते हैं, आखिर कंडोम  यूज करने के बाद भी प्रेग्नेंसी की संभावना क्यों होती है?

फेल हो जाते हैं कंडोम

एक्सपर्ट्स के मुताबिक सही समय में कंडोम का यूज न किया जाए, तो प्रेग्नेंसी के चांंसेज होते हैं, क्योंकि यह जानना भी जरुरी है कि प्री-कम में भी स्पर्म होते हैं. तो ऐसा नहीं है कि जब एजैक्युलेशन हो उससे ही गर्भ ठहरेगा. कंडोम फटने से भी गर्भ ठहर जाएगा.

जेब में न रखें कंडोम

एक्सपर्ट्स ये भी बताते हैं कि अगर आप प्रेग्नेंसी नहीं चाहती हैं, तो उसके लिए आप कोई दूसरा कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. वही, ठीक तरीके से पहनने से भी इसके फेल होने के चांसेज कम होते हैं. इसलिए एक्सपर्ट्स सलाह देते है कि वॉलट, कार या अपनी जेब में रखे कंडोम यूज न करें. इन्हे ठंडी जगह पर ड्रॉर में रखना चाहिए. शरीर की गर्मी या फ्रिक्शन से इनके खराब होने का खतरा ज्यादा रहता है.

थीन कंडोम करें यूज

बचाव का एक सही तरीका ये भी है कि आप सेक्स के दौरान पर्याप्त संतुष्टि पाने के लिए एक्स्ट्रा थिन कंडोम या अल्ट्रा-थिन कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तरह के कंडोम इस्तेमाल करने पर इसके होने का अहसास भी नहीं होता.

चैटिंग पर अब गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करना होगा आसान, बस आपको अपनाने होंगे ये टिप्स

अक्सर लड़को के ये परेशानी ज़रुर रहती है कि अगर वे किसी लड़की इंप्रेस करे तो कैसे? ये सवाल हमेशा ही बना रहता होगा. आजकल के टाइम वैसे भी लड़के पहले लड़की को चैटिंग से ही इंप्रेस करते है. इसके लिए हमेशा ही उनके मन में ये सवाल आता होगा कि आखिर कैसे इंप्रेस करें.

तो क्या आप जानते हैं कि एक अच्छी चैटिंग शुरू करने और इसे जारी करने का सही तरीका क्या है? आप किसी लड़की को चैट पर कैसे प्रभावित करते हैं? तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ आसान और प्रभावी टिप्स, जिससे आप चैट के दौरान किसी लड़की को इंप्रेस कर सकते हैं.

1. उसे बात करने दें

चैट के समय ये सबसे जरुरी है कि पहले आप लड़की को अपनी बात कहने दें, उसे ज्यादा से ज्यादा मौका दें. क्योकि अगर आप उसे कुछ कहने पर रोक टोक देते है तो आपकी बात बिगड़ सकती है. तो ऐसा मत कीजिए. इसके बजाय, उसे पूरी तरह से अपनी बात खत्म करने दें.

 2. मजेदार विषयों पर बात करें

सबसे ज्यादा ज़रुरी है अगर आप किसी लड़की को फोन पर इंप्रेस कर रहे है. तो हमेशा ध्यान रखे कि आप मजेदार टॉपिक्स पर बात करें. आप उससे उसके पसंदीदा टीवी शो या मजेदार मनोरंजक चीजों के बारे में बात कर सकते हैं या कुछ मजेदार विषयों के बारे में सोच सकते हैं.

इसके अलावा आप ये जानने की कोशिश करें की क्या वे ब्रेव किस्म की लड़की है, क्या उसके शौक रॉक क्लाइम्बिंग या बंजी जंपिंग के है या वो अपना वीकेंड बिस्तर पर चुपके से बिताना पसंद करती है. यदि वह ट्रैवल करना पसंद करती है, तो केवल उन सभी स्थानों के बारे में बात न करें जहां आप गए हैं, इसके बजाय उसे शामिल करें और इस बारे में बात करें कि आप उन सभी स्थानों के बारे में कितने उत्साहित हैं, जिन्हें आप भविष्य में उसके साथ देखना चाहते हैं.

3. धैर्य रखें

अपनी पहली चैट पर किसी लड़की को इंप्रेस करने का सबसे खास तरीका है, कि आप धैर्य रखें. आपके लिए अपने मन की बात कहना भी उतना ही ज़रुरी है, जितना उसके मन की बात सुनना. उसे पूरी तरह खुलने का मौका देना भी महत्वपूर्ण है. हो सकता है कि आप दोनों पहली बार में नर्वस हों, इसलिए उसे जवाब देने के लिए स्पेस और टाइम दें.

4. बहुत ज्यादा घमंड न करें

चैट की शुरुआत में ज्यादातर लड़के अपनी शेकी और घमंड दिखाते है. जो कि उनकी सबसे बड़ी गलती होती है. वे अपने बारे में झूठ बोलेंगे ताकि सामने वाले पहला इंप्रेशन जबरदस्त हो. यह एक छोटा सा झूठ बाद के वर्षों में बड़ी समस्याओं में बदल सकता है. किसी भी रिश्ते में झूठ बोलना आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है बाद में परेशानी का कारण बन सकता है. इसलिए ईमानदार रास्ता चुनें. अगर बात आगे बढ़नी ही है, तो आपके सच से भी बढ़ेगी और आपका रिश्ता बिना कुछ किए ही खिल उठेगा.

Promise Day 2024: प्रॉमिस डे पर साथी से करें ये वादे, प्यार का रिश्ता होगा मजबूत

ओ मेरे प्यार के परवानो, उम्मीद है आप के वैलेंटाइन वीक के पहले 4 दिन बड़े अच्छे से बीते होंगे. अब थोड़ा 5वें दिन का भी जिक्र कर लेते हैं. इसे प्रॉमिस डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. मतलब, प्यार में डूबे जोड़े इस दिन एक दूसरे से प्यारमोहब्बत के कसमे वादे करते हैं, साथ जीने मरने का दम भरते हैं, सुख हो या दुख कभी एक दूसरे का साथ न छोड़ने की प्रॉमिस करते हैं.

पर कभी आप ने सोचा है कि इसी दिन को प्रॉमिस डे के रूप में क्यों मनाया जाता है? दरअसल, जब दो लोग साथ रहते हैं, तो उन में अनबन, नोकझोंक होना आम बात होती है. पर इसी का नाम तो जिंदगी है. वैलेंटाइन वीक के इस खास दिन पर लोग एक दूसरे से कुछ ऐसे वादे करते हैं, जो उन के रिश्ते को मजबूत बनाते हैं. प्रॉमिस डे हर कपल को याद दिलाता है कि आप हर तरह के हालात में एक दूसरे के साथ खड़े रहेंगे और कभी एक दूसरे का भरोसा नहीं तोड़ेंगे.

प्रॉमिस डे पर कुछ बातें हर कपल को ध्यान रखनी चाहिए. अगर वे जिंदगी भर उन बातों पर अमल करेंगे तो यही उन के लिए प्रॉमिस बन जाएंगी और उन की लाइफ में खुशियों की बहार खिल जाएगी.

हर हाल में साथ देना

कपल को एक दूसरे का हर हाल में साथ देना चाहिए, क्योंकि कई बार जिंदगी में ऐसा समय भी आता है जब कपल को एक दूसरे के सहारे की सब से ज्यादा जरूरत होती है, तो आप प्रॉमिस डे पर अपने पार्टनर से वादा कर सकते हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए आप उस का हमेशा साथ देंगे और कभी भी उसे अकेला नहीं छोड़ेंगे.

रिश्ते में ईमानदारी बहुत जरूरी

कपल को एक दूसरे के प्रति ईमानदार रहना चाहिए, क्योंकि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए उस में ईमानदारी का होना बहुत जरूरी है, इसलिए अपने साथी से कोई भी बात न छिपाएं. यह वादा आप दोनों के रिश्ते को और ज्यादा गहरा कर देगा.

कभी भी बात करना बंद न करें

रिश्ते में आई खामोशी बड़ी तकलीफ देती है. चाहे कुछ भी बुरा हो जाए, दुख का कितना भी बड़ा पहाड़ टूट जाए, आप कभी भी बातचीत करना बंद न करें. गुस्सा है तो बोल कर जाहिर करें, नाराजगी है तो बता दें. तो प्रॉमिस डे पर एक दूसरे से प्रॉमिस करें कि बात करना कभी भी बंद नहीं करेंगे.

पार्टनर जैसा है वैसा ही एक्सेप्ट करें

कभी भी पार्टनर को अपने मुताबिक ढालने की कोशिश न करें. वह जैसा है उसे उस की कमियों और खूबियों के साथ अपनाएं. हर इंसान अलग स्वभाव का होता है और उसे वैसा ही बने रहना अच्छा लगता है. अपने पार्टनर को उसी रूप में अपनाने का वादा करें, जैसा वह है. अगर उसे बदलने की कोशिश करेंगे तो रिश्ते में खटास पैदा होने का खतरा पैदा हो सकता है.

रिस्पेक्ट जरूर दें

कोई भी इंसान अपने साथी से रिस्पेक्ट पाने की उम्मीद रखता है. कभी भी अकेले में या सब के सामने उसे डिसरिस्पेक्ट न करें. हमेशा उस का सम्मान करें. साथी का सम्मान करना आप को बेहतर इंसान बनाएगा, तो प्रॉमिस डे पर एक दूसरे का सम्मान करने की कसम जरूर खाएं.

Valentine Day 2024: वैलेंटाइन डे पर ऐसे पूरी होगी सैक्स की चाहत, आजमाएं ये क्रेजी ट्रिक्स

14 फरवरी को वैलेंटाइन डे पर इश्क में डूबे जोड़ों की सब से बड़ी समस्या यह होती है कि वे अपनी सैक्स डिजायर को कैसे पूरा करें. इस के लिए उन्हें पार्टनर की रजामंदी से ले कर जगह, माहौल और कैसे उस मूमैंट को यादगार बनाना है, यह फिक्र ज्यादा सताती है. पर अगर मैच्योर नजरिए से सोचा जाए, तो यह सब करना बहुत आसान है.

14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के दिन सैक्स का मजा लेने के लिए आप को पहले से ही खास तरह से प्लानिंग कर लेनी चाहिए, ताकि पार्टनर के साथ सैक्स करने के दौरान ज्यादा आप दोनों की क्रेजीनैस बरकरार रहे. इस के लिए आप ये टिप्स अपना सकते हैं :

रात करें रंगीन

आप दोनों पहले ही यह डिसाइड कर लें कि यह खूबसूरत रात आप को कहां बितानी है. अगर पूरी रात एक जगह बिताने का इंतजाम हो जाए, तो सोने पे सुहागा. फिर आप दोनों को किसी तरह की हड़बड़ी नहीं होगी और आप दोगुने जोश के साथ सैक्स कर सकेंगे और अपनी सैक्स पोजीशन को भी ऐंजौय कर पाएंगे.

फोरप्ले का लें मजा

सैक्स में कभी भी उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए. वैलेंटाइन डे की पूरी रात आप के पास है, इसलिए सैक्स का मजा लेना हो, तो फोरप्ले पर जरूर फोकस करें. आप हैं, आप का पार्टनर है और आप का बिस्तर है, तो सब से पहले आप दोनों सहज हो जाएं. एकदूसरे में जोश जगाने के लिए कोई पोर्न फिल्म देख लें, इस से आप का मूड बन जाएगा. फिर एकदूसरे को किस करें, हग करें और उस के बाद वही सैक्स पोजीशन ट्राई करें हैं, जिस में आप दोनों को प्लेजर मिले.

कमरे के अलावा और भी औप्शन

अगर आप कमरे के भीतर सैक्स करने से बोर हो चुके हैं, तो आउटडोर सैक्स का मजा लेने से न चूकें. फिर वह घर की छत, बालकनी या फिर आंगन ही क्यों न हो, क्या फर्क पड़ता है. इस से माहौल तो बदलता ही है, साथ ही मजा भी दोगुना हो जाता है.

ये चीजें भी रखें साथ

वैलेंटाइन डे को खास बनाने के लिए अपने साथ कुछ ऐसा फूड भी जरूर रखें कि आप की सैक्स करने की इच्छा और ज्यादा बढ़ जाए. इस के लिए हनी, चौकलेट, केक, पेस्ट्री, स्ट्राबेरी आदि आप के पास जरूर हो. और हां, कंडोम ले जाना मत भूलें. वे भी ढेर सारे और अपने वैलेंटाइन डे पर सैक्स का दिल खोल कर लुत्फ उठाएं.

प्यार कभी भी हो सकता है, टैंशन नहीं लेने का

गीतकार संतोष आनंद ने साल 1982 में आई एक सामाजिक फिल्म ‘प्रेम रोग’ में एक गाने से सवाल उठाया था कि ‘मोहब्बत है क्या चीज हम को बताओ. ये किस ने शुरू की हमें भी सुनाओ…’ पर आज तक इस सवाल का जवाब किसी को नहीं मिला, तभी तो कई बार शादी के बाद भी इनसान किसी तीसरे के प्यार में पड़ जाता है. यह प्यार अचानक या किसी मकसद से या सोच समझ कर नहीं होता. आज की मसरूफ लाइफ में वैसे भी इस तरह किसी तीसरे का मिलना आसान नहीं. मगर जब अनजाने ही कोई आंखों को भाने लगे तो दिल में कुछ उथलपुथल होने लग जाती है. इनसान धीरेधीरे अपनी जिंदगी में उस तीसरे का भी आदी होने लगता है. मगर जब यह हकीकत जीवनसाथी के सामने आए तो मामला उलझ सकता है.

तभी तो 18वीं सदी के मशहूर शायर मीर तकी मीर ने फ़रमाया था कि ‘इश्क इक ‘मीर’ भारी पत्थर है…’

मीर ने इश्क को भारी पत्थर कहा तो 20वीं सदी के एक और शायर अकबर इलाहाबादी ने इसे कुछ ऐसे बयां किया… ‘इश्क नाजुक मिजाज है बेहद, अक्ल का बोझ उठा नहीं सकता…’

जाहिर है कि यह प्यार किसी को भारी पत्थर लगा तो किसी को नाजुक मिजाज, किसी ने मोहब्बत में खुदा देखा, तो किसी को दुश्मन नजर आया. मगर प्यार की हकीकत केवल शायराना अंदाज से नहीं समझी जा सकती. इस प्यार या इश्क के जज्बातों के पीछे कहीं न कहीं साइंस काम कर रहा है.

दरअसल, किसी के प्रति यह आकर्षण आप के दिमाग का कैमिकल लोचा भर है, इसलिए इसे ले कर ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए. मोहब्बत होती है तो खुद से हो जाती है और न होनी हो तो लाख कोशिशें करते रहिए छू कर भी न गुजरेगी आप को. तभी तो चचा गालिब कह गए हैं कि ‘इश्क पर जोर नहीं है, ये वो आतिश ‘गालिब’ के लगाए न लगे और बुझाए न बुझे.’

जब होता है प्यार

जब आप किसी के प्यार में पड़ते हैं तो दिमाग न्यूरो कैमिकल प्रोसैस से गुजरता हुआ शरीर में एड्रेनल, डोपामाइन, सैरोटोनिन, टैस्टोस्टैरोन और एस्ट्रोजन रिलीज करता है. प्यार में पड़ने पर इन की रिलीजिंग स्पीड बढ़ जाती है. यही वजह है कि जब इनसान अपने किसी प्यारे के साथ हो तो वह अलग तरह का माहौल महसूस करता है.

इस मामले में न्यूरोपेप्टाइड औक्सीटोसिन नाम का कैमिकल भी प्यार का एहसास कराने में अहम साबित होता है, क्योंकि इस को बॉन्डिंग हार्मोन कहा जाता है. यह आप के मन में दूसरों से जुड़ाव पैदा करता है.

सताती है उस की याद

ऐसा कोई भी शख्स नहीं होगा जिसे कभी किसी इनसान की याद ने सताया न हो. भले ही वह इनसान शादीशुदा ही क्यों न हो, मगर इस के बावजूद वह किसी तीसरे से दिल से जुड़ जाता है. ऐसे में उस शख्स के दूर होने पर उसे मिसिंग की फीलिंग आती है और इस से वह दुखी महसूस करता है. यह बात वह संकोच के चलते किसी से शेयर भी नहीं कर पाता, जबकि दूर होने की वजह से उस का दुख बढ़ जाता है.

वैसे भी आप जिस की तरफ खिंचते हैं जब वह दूर होता है तो हैपी हार्मोन को तेजी से रिलीज करने वाला प्रोसैस धीमा हो जाता है. इस वजह से आप दुख, स्ट्रेस, एंग्जायटी और इनसिक्योर फील करने लगते हैं. यह बौडी का कैमिकल फ्लो में आए बदलाव पर रिएक्शन होता है.

इस की वजह से आप अपने जीवनसाथी के प्रति उदासीन से हो जाते हैं और उसे इस बात का अहसास होने लगता है कि आप की जिंदगी में कोई और भी है. ऐसे में हालात मुश्किल होने लगते हैं मगर फिर भी आप उस तीसरे का मोह नहीं त्याग पाते, क्योंकि वह तीसरा इनसान आप की जिंदगी में एक अलग तरह का रोमांच और खुशियां ले कर आता है. उस की कुछ खासीयतें आप को अपनी तरफ खींचती हैं. आप अपने जीवनसाथी को धोखा देना नहीं चाहते, मगर फिर भी उस तीसरे की यादों से अलग भी नहीं हो पाते. आप यह जुगत भिड़ाने में लगे रहते हैं कि उस तीसरे से बारबार आप का सामना हो.

नई रिलेशनशिप में आती है ज्यादा मुश्किल

एक स्टडी में यह भी सामने आया है कि पुरानी रिलेशनशिप में किसी से दूरी उतनी इफैक्ट नहीं करती मगर किसी नए रिश्ते में दूरी बढ़ने पर उदासी काफी प्रबल होती है. मतलब यह कि शादीशुदा इनसान जब अपने पार्टनर से कुछ समय के लिए दूर होता है, तो उस के मन पर खास असर नहीं होता मगर जिस से हालफिलहाल रिश्ता जुड़ा है उस का दूर जाना आप को ज्यादा इफैक्ट करता है. यह आप के चेहरे से नजर आने लगता है. आप परेशान रहने लगते हैं. वहीं जब रिश्ता पुराना हो यानी पतिपत्नी का हो तो उस में एक मजबूती और हिफाजत का भाव होता है.

इस जुनून से बचें

जब प्यार का जुनून ‘मानसिक बीमारी’ बन जाए तो ऐसा प्यार जानलेवा होता है. जैसा कि फिल्म ‘डर’ में शाहरुख खान का किरदार था. इस में हीरोइन पर जबरदस्ती का प्यार थोपा जा रहा था, ‘तू हां कर या न कर तू है मेरी किरन’. ऐसे प्यार को आप ‘इश्किया बीमारी’ कह सकते हैं.

अमेरिकी हैल्थ वैबसाइट ‘हैल्थलाइन’ के मुताबिक, ‘औब्सैसिव लव डिसऔर्डर एक तरह की ‘साइकोलौजिकल कंडीशन’ है जिस में लोग किसी एक शख्स पर असामान्य रूप से मुग्ध हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि वे उस से प्यार करते हैं. उन्हें ऐसा लगने लगता है कि उस शख्स पर सिर्फ़ उन का हक है और उसे भी बदले में उन से प्यार करना चाहिए. अगर दूसरा शख्स शादीशुदा है या उन से प्यार नहीं करता तो वे इसे स्वीकार नहीं कर पाते. वे दूसरे शख्स और उस की भावनाओं पर पूरी तरह काबू पाना चाहते हैं.’

असल जिंदगी में भी ऐसे लोग प्यार में ठुकराया जाना स्वीकार नहीं कर पाते और न कहे जाने के बाद अजीबोगरीब हरकतें करने लगते हैं. बहुत से जुनूनी आशिक तथाकथित प्रेमिका को यह कह कर धमकाते हैं कि ‘ठुकरा के मेरा प्यार तू मेरी मोहब्बत का इंतकाम देखेगी’. किसी शादीशुदा से इस तरह जुनून भरा प्यार करने का नतीजा हिंसा, हत्या या आत्महत्या के रूप में नजर आता है. इसे औब्सैसिव लव डिसऔर्डर कहते हैं. ऐसे प्यार करने वाले शख्स से हमेशा बच कर रहें, क्योंकि ऐसा प्यार न सिर्फ आप की शादीशुदा जिंदगी बरबाद करेगा, बल्कि आप की जिंदगी भी जा सकती है.

Winter Romance Special: जातिधर्म नहीं प्यार की खुमारी देखें

ये मुहब्ब्त में हादसे अकसर दिलों को तोड़ देते हैं,तुम मंजिल की बात करते हो लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं इश्क की खुमारी में लोग इन बातों को गलत भी ठहरा रहे हैं. यह बात और है कि ‘ये इश्क नहीं आसां बस इतना समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब कर जाना है’.

प्यार को लेकर कई तरह की बातें कही जाती हैं. कुछ लोग मानते हैं कि प्यार अंधा होता है. जहां दिल लग जाता है वहीं प्यार हो जाता है. बहुत से दूसरे लोग यह मानते हैं कि प्यार अंधा नहीं होता, बल्कि सूरत और शक्ल देख कर होता है.

असल में प्यार की खुमारी में जाति और धर्म देखने की जरूरत नहीं होती है. जो दिल को अच्छा लगे, जहां दिल मिले वहां प्यार करना चाहिए. प्यार जबरदस्ती का सौदा नहीं होता है. यह बात सच है कि प्यार जब शादी में बदलने वाला होता है, तब बहुत सारी दीवारें आज भी खड़ी हो जाती हैं.

समय के साथसाथ समाज और घरपरिवार ने कुछ समझते किए हैं, पर आज भी कई बातें ऐसी हैं, जिन को ले कर घरपरिवार और समाज तमाम तरह की रूढि़यों और कुरीतियों में फंसे हैं.

शेखर ने दिव्या के साथ 12 साल प्यार में गुजार दिए थे. जब वे 10वीं क्लास में थे, तभी से एकदूसरे को बखूबी जानतेपहचानते थे. शुरू से ही दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे. एक ही गांव में रहते थे.

उन दोनों के घरपरिवार वाले भी एकदूसरे को अच्छी तरह जानते थे. इन सब से बड़ी बात यह थी कि दोनों एक ही जाति के थे. ऐसे में उन की शादी में कोई अड़चन नहीं थी. इस के बावजूद भी वे 12 साल बाद शादी कर सके.

दरअसल, स्कूल की पढ़ाई के बाद वे दोनों नौकरी करने लगे. गांव से दूर एक बड़े शहर में रहने लगे. उन के परिवार के लोग भी गांव छोड़ कर शहर में बस गए थे. इस के बाद भी शेखर और दिव्या एकदूसरे से दूर नहीं हुए.

उन दोनों के लिए अपने घर वालों को राजी करने में समय लगा. घर वाले इसलिए राजी नहीं हो रहे थे कि जाति में भी गोत्र का बंधन होता है. एक ही गोत्र में लड़कालड़की की शादी नहीं हो सकती. लिहाजा, गांव के रिश्ते में दोनों भाईबहन लगते थे.

किसी तरह जब घर वाले राजी हुए, तो उन की शर्त थी कि किसी को यह नहीं बताना कि यह शादी उन दोनों की मरजी से हुई है. शेखर और दिव्या ने इस बात के लिए हामी भर ली कि वे किसी को कुछ नहीं बताएंगे.

शादी से पहले सगाई हुई. सबकुछ ठीक था. शेखर और दिव्या ने अपने 12 साल के सबंधों को यादगार बनाने के लिए केक काटने का इंतजाम किया, जिस पर लिखा था ‘12 साल एकदूजे के साथ’.

रिश्तेदारी में कुछ लोगों की निगाह केक पर पड़ गई. वह इस का मतलब निकालने लगे. आखिर में सब को इस बात का पता चल गया कि यह शादी शेखर और दिव्या की मरजी से हो रही है. इस बात की काफी बुराई हुई. घरपरिवार के लोग अलग से नाराज हुए कि केक पर यह सब क्यों लिखा था.

पर अब कुछ हो नहीं सकता था. शेखर और दिव्या की शादी हो गई. अब वे दोनों हंसीखुशी एकदूसरे के साथ रहते हैं. इस से सबक मिलता है कि आप जिस से प्यार करें, उसे जिंदगीभर निभाएं. यही इश्क की असली खुमारी है. कई ऐसे उदहारण हैं, जो इश्क में जातिधर्म जैसी बंदिशों को स्वीकार नहीं करते हैं.

गांवों में नहीं सुधरे हालात

प्यारमुहब्बत को ले कर शहरों में तो हालात बदल गए हैं, पर गांवदेहात में अभी भी प्यार बंदिशों में रहता है. वहां नौजवानों को अपनी सोच बदलने की जरूरत है. कई नौजवान इस की कोशिश भी करते हैं. ऐसे में वे औनर किलिंग जैसी वारदातों के शिकार हो जाते हैं.

दरअसल, आजकल गांवदेहात में रहने वाली मुसलिम, एससीएसटी और ओबीसी जातियों की लड़कियां भी पढ़ने के लिए स्कूल जाने लगी हैं. वहां उन्हें अलगअलग लड़कों का साथ मिलता है. ये लड़कियां सुंदर और आकर्षक होती हैं. ऐसे में इन के साथ इश्क करने वाले कम नहीं होते हैं.

कई बार बहुत सी लड़कियां इश्क में पड़ भी जाती हैं, पर जब बात शादी की आती है, तो तमाम तरह की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं. पर जो लड़केलड़कियां अपने पैरों पर खड़े होते हैं, वे अपने हक में फैसले कर लेते हैं.

निशा ओबीसी समाज से थी. गैरधर्म के अकील के साथ उस का इश्क हुआ. दोनों 12वीं क्लास के बाद आगे की पढ़ाई के लिए शहर चले गए. वहां उन को अच्छी नौकरी मिल गई. 2 साल के बाद उन दोनों ने शादी करने का फैसला लिया.

उन दोनों के घर वालों को जब इस बात का पता चला, तो वहां विरोध शुरू हो गया. निशा और अकील ने अपनेअपने घर वालों को समझने की लाख कोशिश की, पर कोई भी तैयार नहीं हुआ. लिहाजा, उन्होंने स्पैशल मैरिज ऐक्ट के तहत कोर्ट में शादी कर ली.

जो प्यार करने वाले जाति और धर्म को छोड़ कर इश्क की खुमारी देखते हैं, वे कामयाब होते हैं. कानून ने इस तरह के लोगों को सुरक्षा दे रखी है. जरूरत इस बात की है कि प्यार करने वाले अपने इश्क की खुमारी को पहचानें और एकदूसरे पर भरोसा रखें.

हां, यह बात जरूर है कि जब लड़कालड़की दोनों अपने पैरों पर खड़े होते हैं, तो किसी भी तरह की लड़ाई लड़ने में कामयाब हो जाते हैं. पर जब वे घरपरिवार के भरोसे रहते हैं, तो उन की शादी मुश्किल हो जाती है. लिहाजा, जाति और धर्म का कट्टरपन खत्म करने के लिए इश्क की खुमारी जरूरी है.

Winter Romance Special: सर्दी में रात का इश्क

राज और मोहिनी की हाल ही में शादी हुई थी. पर जब से जाड़े ने जोर पकड़ना शुरू किया था, इन दोनों की सैक्स लाइफ ठंडी पड़ने लगी थी. राज को लगता था कि मोहिनी बिस्तर पर बर्फ की सिल्ली की तरह पड़ जाती है और कितना ही जोर लगा लो, गरम ही नहीं हो पाती है. उसे बड़ी कोफ्त होती थी.

उधर मोहिनी की दिक्कत यह है कि उसे ठंड बहुत ज्यादा लगती है और वह बिस्तर पर बिना गरम कपड़ों के नहीं रह सकती है. ठंड में सैक्स करने के नाम से ही उसे कंपकंपी छूट जाती है.

उत्तर भारत में जब गुलाबी जाड़े की दस्तक होती है, तभी शादियों का सीजन भी शुरू हो जाता है. गुलाबी जाड़े में गुलाबी इश्क, यह मेल कमाल का होता है. पर एक सच यह भी है कि सर्दी में हमारी सैक्स की इच्छा भी कम हो जाती है. यह सुन कर हैरानी होती है न? बिस्तर पर रजाई हो और पहलू में सैक्स पार्टनर, तो फिर यह इच्छा अचानक क्यों सिकुड़ जाती है?

दरअसल, मोहिनी की तरह बहुत से जोड़ों की यह शिकायत रहती है कि सर्दी के मौसम में वे काफी रूखे और सूखे हो जाते हैं. साथ ही, सर्दी में विटामिन डी का लैवल भी कम होता है, जो शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी होता है. इस की कमी के चलते लोग अपने मूड में सब से खराब बदलाव महसूस करते हैं. दिन छोटे और रातें बड़ी हो जाती हैं. जल्दी अंधेरा होने की वजह से लोग और भी ज्यादा बुरा महसूस करते हैं. पर साथ ही यह भी याद रखिए कि भले ही सर्दी में सैक्स के प्रति दिलचस्पी कम हो जाती है, लेकिन इस मौसम में मर्दों में टैस्टोस्टैरोन का लैवल हाई होता है, जिस में स्पर्म की तादाद ज्यादा होती है. वहीं, औरतों में भी ज्यादा फर्टिलिटी होती है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है. सर्दी में रात का इश्क भी गरमागरम हो सकता है, बस थोड़े से सब्र और नए उपाय करने की जरूरत होती है.

सर्दी में इश्क का मजा लेना हो, तो अपने काम से कुछ दिन की छुट्टी ले लें और अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने चले जाएं. दिन में बाइक पर सट कर बैठते हुए एकदूसरे के अंगों की गरमाहट लें और रात को कमरे में बेबाक हो कर एकदूसरे में समा जाएं.

यकीन मानिए, काम के बोझ से हलका आप का मन तन को इतनी ज्यादा गरमाहट से भर देगा कि बिस्तर पर आप दोनों बिना कपड़ों के भी हीटर की तरह सुलग रहे होंगे.

एक काम और जरूर करें. बिस्तर पर अपनी सैक्स पोजीशन और किस अंग को छूने से आप की गरमाहट बढ़ती है, इस पर खुल कर बात करें. एकदूसरे के शरीर को बेशर्म हो कर देखें, चूमें और सहलाएं. रात के कालेपन और सर्दी की ठिठुरन को भूल कर एकदूसरे के शरीर की गरमी को महसूस करें.

अगर कमरे के अंधेरे से दिक्कत है, तो बल्ब की रोशनी के बजाय मोमबत्ती की हलकी रोशनी कर लें. जलते मोम की गंध आप के शरीर के पसीने की गंध को और ज्यादा महका देगी और आप दोनों के रिश्ते में एक अलग तरह की रोमानियत ले आएगी.

सर्दी में कमरे के भीतर आप अपने पार्टनर की मालिश कर सकते हैं. यह नुसखा प्यार बढ़ाने के लिए अचूक माना जाता है. इस से शरीर की गरमी तो बढ़ती ही है, साथ ही खून का दौरा भी तेज हो जाता है.

मालिश करते हुए एकदूसरे के नाजुक अंगों से भी खूब खेलें और जोश को बढ़ा दें. यह एक तरह का फोरप्ले होता है, जो दोनों पार्टनर को जिस्मानी रिश्ता बनाने के लिए तैयार कर देता है. पर इस के लिए जरूरी है कि आप साफसुथरे हों, इत्र वगैरह लगाया हो, ब्रश किया हो और नाखून भी ट्रिम किए हुए हों, ताकि मालिश के दौरान जोश में शरीर नोचने पर चोट न लगे.

अगर इस सब के बावजूद जाड़े में रात को कमरा ठंडा लगता है, तो ब्लोअर या हीटर ले आएं और उस की आंच पर अपने इश्क की खीर पकाएं.

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