जब पार्टनर टालने लगे शादी की बात

आजकल की जिंदगी में अगर लड़के की गर्लफ्रेंड न हो और लड़की का बौयफ्रेंड न हो तो दोस्त एक-दूसरे का मज़ाक बना लेते हैं इसलिए ये तो आजकल आम बात हो गई वैसे भी जिंदगी का एक मोड़ ऐसा आता है जब हर किसी को एक पार्टनर की जरूरत होती है. और जब उसे वो पार्टनर मिल जाता है तो उसके साथ बहुत से सपने संजोने लगते हैं.

अगर लडकियों की बात करें तो लड़कियां इस मामले में ज्यादा इमोशनल होती हैं और साथ ही उनकी अपने पार्टनर से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें होने लगती हैं लेकिन जब उनका पार्टनर उन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता तो वो अंदर से टूट जाती हैं लेकिन इन सब के बाद भी उनके अंदर एक उम्मीद होती है कि उनका पार्टनर उससे शादी जरूर करेगा लेकिन लड़के अक्सर शादी की बात को टालने लगते हैं लड़की जब भी इस बारे में बात करती हैं तो या तो बात को गोल-मोल घुमा देते हैं और या तो उस बात को पलट देते हैं या कहते हैं मैं अभी रेडी नहीं हूं उस वक्त लड़की को अनसिक्योर फील होता है जो कहीं न कहीं सही है.ऐसे में लड़कियों को कुछ सलाह है जो उन्हें करना चाहिए.

सबसे पहले तो आप एक लड़की हैं ये सोच कर कभी चुप मत रहिए.अगर आपको लगे की आपका पार्टनर शादी की बात टाल रहा है जरूर कुछ गड़बड़ है तो तुरन्त बिना वक्त गवाएं उससे फेस टू फेस बात करें और मामला क्लियर करें क्योंकि बिना क्लियर किए रिश्ता निभाना बहुत मुश्किल है. फिर भी अगर आपका पार्टनर इधर-उधर की बातें करे तो आपको उससे कड़ाई से ये सवाल करना चाहिए कि वो शादी के लिए तैयार है या नहीं.

अक्सर लड़कियां प्यार मोहब्बत की बातें सुनकर भावुकता में बह जाती हैं तो ऐसा बिल्कुल भी न करें अपनी जिंदगी को किसी पर निर्भर न होने दें और ना ही किसी उम्मीद को पलने दें क्योंकि जिंदगी कब क्या मोड़ लेले ये किसी को भी नहीं पता.आप खुद को इस तरह स्ट्रांग बनाए कि अगर आपका पार्टनर शादी न करें तो आप भी उसके पीछे अपना समय न गवाएं क्योंकि उसके छोड़कर जाने से आपकी जिंदगी खतम नहीं हो जाएगी.

जब आपको ये लगने लगे कि अब ज्यादा हो रहा है आपकी शादी वाली बात आपका पार्टनर सुनने के लिए रेडी नहीं हैं और अगर सुनने पर भी बार-बार टालता हैं तो आपको अपनी लाइफ में मूवऑन करना चाहिए
क्योंकि रिश्ता इसी तरह खतम हो जाता है. क्योंकि आप जितना उससे जुड़ी रहेंगी आपको बाद में उतनी ही तकलीफ होगी.

अगर आपको लगने लगे कि अब आपका पार्टनर आपमें दिलचस्पी नहीं ले रहा है और शादी की बातें भी नहीं करता तो उससे दूर हो जाना ही ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि आपकी अपनी भी खुद की एक जिंदगी है जिसे आपको जीने का पूरा हक है अपनी जिंदगी को खुल कर बिना किसी दबाव के जीना चाहिए.

ऐसा नहीं है कि हर प्यार करने वाले पार्टनर धोखा देते हैं बल्कि कभी-कभी किसी की मजबूरी के कारण भी दो लोग अलग हो जाते हैं तो ऐसे में आपको ऐसा ही करना होगा और खुद को संभालना होगा अपनी
जिंदगी में आगे बढ़ना होगा.

सगाई के सात महीने बाद लड़के वाले दहेज की मांग कर रहे हैं, क्या करूं ?

सवाल
मैं 21 वर्षीय युवती हूं. मेरी सगाई हुए 7 महीने हो चुके हैं. मेरे घर वालों ने सगाई में काफी पैसा लगाया था. शायद इसीलिए लड़के वाले बेशर्मी से मुंह खोल कर विवाह में लेनदेन की मांग कर रहे हैं. अपनी हैसियत से तो मेरे घर वाले करेंगे ही पर इस तरह से अनापशनाप मांगें सुन कर मेरा इस शादी से मन उठ गया है. मैं ने मां से साफसाफ कहा है कि वे इस रिश्ते को तोड़ दें पर उन का कहना है कि इस से बदनामी होगी और फिर मेरा भविष्य में कहीं रिश्ता नहीं होगा. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब

आप को इस बारे में अपने मंगेतर से बात करनी चाहिए. हो सकता है कि लड़का घर वालों की इस मंशा से बेखबर हो. यदि लड़का भी इस सब में शामिल है तो आप को उस से शादी कतई नहीं करनी चाहिए. ऐसे लालची लोग ताउम्र आप को और आप के घर वालों को परेशान करते रहेंगे. सगाई तोड़ने के बाद आप की बदनामी होगी और फिर कहीं और रिश्ता नहीं होगा, यह बात सरासर गलत है. ऐसा कुछ नहीं होगा. हां, नया रिश्ता मिलने में थोड़ा समय लग सकता है. पर अभी आप की उम्र बहुत कम है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है.

ये सेक्स पौजिशन पड़ सकती है पुरुषों को भारी

सेक्स का भरपूर आनंद लेने के लिए कई तरह की पौजिशन का जिक्र किया गया है, वूमन औन टौप उन्हीं में से एक है. कई पुरुषों की ये पसंदीदा पौजिशन होती है और उन्हें महिलाओं को ऊपर (वूमन औन टौप) रखने से अधिक आनंद की अनुभूति होती है, लेकिन ऐसा करना पुरुषों के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है और हो सकता है कि वे कभी सेक्स कर भी न पाएं.

दरअसल वूमन औन टौप पौजिशन में पुरुषों के जननांग (penis) में फ्रैक्चर (पेनाइल फ्रैक्चर) होने का अंदेशा रहता है. रिसर्च के अनुसार पेनाइल फ्रैक्चर के अधिकांश मामले इसी सेक्स पोजिशन के कारण सामने आते हैं.

वूमन औन टौप पोजिशन सबसे खतरनाक : रिसर्च

कनाडा के एक रिसर्च दल के मुताबिक वूमन औन टौप पौजिशन सबसे खतरनाक सेक्स पौजिशन है, जिससे हमेशा पेनाइल फ्रैक्चर का खतरा बना रहता है.  इस अध्ययन के लिए ब्राजील के शहर कैंपिनास के तीन अस्पतालों के आंकड़ों का अध्ययन किया गया. इस दौरान उन्होंने 13 साल के टाइम पीरियड में संदिग्ध पेनाइल फ्रैक्चर के शिकार लोगों का इंटरव्यू लिया. इनमें से आधे लोगों ने कहा कि पेनिस में दर्द महसूस होने से पहले उन्हें टूटने की आवाज सुनाई दी. जबकि कुछ ने सूजन होने की भी बात कही.

खतरा क्यों होता है

रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है कि वूमेन औन टौप पोजिशन में प्राय: महिला अपने पूरे वजन के साथ गति को नियंत्रित करती है. इस दौरान लिंग के गलत दिशा में अचानक प्रवेश से पेनाइल फ्रैक्चर होता है. साथ ही कहा गया कि वहीं इसके उलटे इसी पौजिशन में जब गति का नियंत्रण पुरुष के हाथ में होता है तो पेनाइल फ्रैक्चर की संभावना कम हो जाती है.

मेरे बच्चों की Lifestyle बदल गई है ऐसा लग रहा कि कहीं वे बीमार न हो जाएं, मैं क्या करूं?

सवाल

मेरे घर में मेरे पति, सास और 2 बच्चे रहते हैं. जब से हम सभी लौकडाउन के चलते घर में एकसाथ हैं तभी से हमारे घर की दिनचर्या अस्तव्यस्त हो गई है. हम सभी का सोने और उठने का समय एकदम बदल चुका है, खासकर मेरे बच्चों का. बेटे की उम्र 23 वर्ष है और बेटी की 16 वर्ष. दोनों सुबह 5 बजे के बाद सोते हैं और दोपहर 2 बजे के बाद उठते हैं. मैं उन्हें समझा कर थक गई लेकिन वे मेरी बात नहीं सुनते. मुझे फिक्र है कि कहीं वे बीमार न हो जाएं पर उन्हें कहूं क्या यह समझ नहीं आता. पूरा दिन वे दोनों अपने फोन तो कभी लैपटौप पर लगे रहते हैं, मैं क्या करूं कुछ बताएं.

जवाब

लौकडाउन के दौरान ऐसा होना स्वाभाविक है परंतु सही नहीं है. आप अपने बच्चों को नाराज न करने के चक्कर में उन्हें उन की सेहत के साथ खिलवाड़ करने दे रही हैं जोकि सही नहीं है. वे गुस्सा करते हैं तो करने दीजिए, वे नाराज होते हैं तो उन्हें नाराज होने दीजिए लेकिन उन्हें टोकने से रुकिए नहीं. आप उन्हें एकदो दिन टोकेंगी तो चाहे उन्हें बुरा ही क्यों न लगे लेकिन उन्हें आप की बात तो माननी ही होगी. आप घर की गृहिणी हैं तो अपने तरीके से बात मनवाइए. उन से कह दीजिए यदि वे समय से नहीं उठेंगे तो उन्हें नाश्ता नहीं मिलेगा या घर का काम उन्हें ही करना पड़ेगा. ऐसे वे कब तक आप की बात को नकारेंगे.

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मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे ब्रेकअप करके शादी कर ली, क्या करूं?

सवाल

मैं 21 वर्षीय युवक हूं. हाल ही में मेरा ब्रेकअप हो गया. पिछले 2 साल से हमारा अफेयर था. लेकिन उस युवती ने पिछले महीने किसी दूसरे युवक से शादी कर ली. मुझे यह कह कर कि वह वैलसैटल्ड है, उस के पास कार है और मुझे खुश रखेगा. लेकिन हमारे प्यार का कोई मोल नहीं रहा. मन करता है कहीं जा कर आत्महत्या कर लूं. उस के बिना जी नहीं लगता. ‘तुम मेरी धड़कन हो… तुम जीवन हो…’ आदि जैसे अनेक वादेकसमें तोड़ कर जब प्यार ही चला गया तो जीने से क्या फायदा. कृपया मार्गदर्शन करें?

जवाब
ध्यान रखिए, जो चला गया वह आप के योग्य ही नहीं था. उस के मन में आप के लिए सच्चा प्रेम नहीं था और आप हैं कि उस के लिए मरने जा रहे हैं, जबकि उस ने स्वार्थ का रास्ता चुना. अगर आप उस से इतना ही प्यार करते हैं तो उसे प्रेरणा बनाएं. जिस कारण वह आप को छोड़ दूसरे के साथ गई उन चीजों को हासिल करें, ताकि आने वाले समय में आप के रिश्तों को इस कारण आप में कमी न लगे. ब्रेकअप के बाद खुद को तबाह कर लेना या आत्महत्या करना कायरता है. जी कर, मुकाम हासिल कर, उसे दिखा दें कि तुझ से भी बढ़ कर हैं हम और हमारे भी हैं कद्रदान.

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कभीकभी वे चीजें जो हमें बेहद प्रिय होती हैं, हम से छीन ली जाती हैं, हम से दूर हो जाती हैं. हम उन्हें अपने पास रखने का भरपूर प्रयास करते हैं पर वे हमारे हाथ से फिसल ही जाती हैं, जिस से हमें दुख होता है. जब हम किसी के साथ पूरा जीवन बिताने की सोच रहे होते हैं, और वह अचानक दूर हो जाता है तो ऐसी परिस्थिति में हमें समझ ही नहीं आता कि कहां जाएं, क्या करें पर धीरेधीरे समय बीतता है तो हम जीने के तरीके सीखते जाते हैं.

खालीपन तो काफी समय तक रहता ही है पर जब एक बार हमारा दिल उसे भूलने लगता है या फिर उसे क्षमा करने लगता है तो हमें महसूस होता है कि इस ब्रेकअप ने हम में कितना सकारात्मक परिवर्तन किया है. आप को बता दें कि ब्रेकअप के बाद आप बेहतर इंसान बन जाते हैं यदि आप इन बातों पर विचार करें :

दूसरे की तकलीफ समझते हैं : आप जान जाते हैं कि कैसा लगता है जब विश्वास टूटता है, और जिस के प्रति आप समर्पित हों और जब वह आप का नाजायज फायदा उठाए तो क्या होता है. जो इस परिस्थिति से गुजरता है वही जानता है कि कितनी तकलीफ होती है. इसी पल आप निश्चित कर लेते हैं कि आप किसी के साथ ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि आप खुद उस दौर से गुजर जो चुके होते हैं.

खुद को मजबूत बनाएं : बे्रकअप से आप को यह सीख मिल जाती है कि अपनी खुशी के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होना है. इस से आप महसूस करते हैं कि प्यार आप के जीवन में किसी की जरूरत का नाम नहीं है, उन के साथ रहने की इच्छा है. ब्रेकअप के बाद आप कभी भी खुद को पूरा करने के लिए किसी का सपोर्ट नहीं चाहेंगे.

भावानात्मक रूप से मजबूत : आप को अपने भीतर की ताकत का अंदाजा होगा. कभी जो आप को अपनी पूरी दुनिया लगता था, अब वह आप के लिए बस एक धुंधली सी याद रहेगा. आप को एहसास होगा कि आप कितनी दूर निकल आए हैं. आप जान जाएंगे कि अब आप को कोई चीज नहीं रोकेगी और आप अपनी उम्मीद से ज्यादा भावनात्मक रूप से मजबूत इंसान हैं, यह एक आश्चर्यजनक अनुभूति होगी.

स्वयं की महत्ता :  जब आप तनमन से किसी रिश्ते को बनाए रखने के लिए अपने आत्मसम्मान की भी चिंता न करें और तब भी रिश्ता न बचे, तब आप स्वयं का ज्यादा सम्मान करना शुरू कर देते हैं. आप अपनी महत्ता स्वीकारने लगते हैं और आप यह सोचना शुरू कर देते हैं कि भविष्य में आप बहुत कुछ पाने लायक हैं और यह खयाल कि आप ने अपनी तरफ से रिश्ता बचाने का हर संभव प्रयास किया था, आप को मूव औन होने के लिए आश्वस्त करता है और आप भविष्य में स्वयं को इस स्थिति से हमेशा सावधान रखते हैं.

सकारात्मक सोचें : जब हमारे सब प्रयास विफल हो जाते हैं, अकसर तब हम विद्रोही हो जाते हैं. पहले सीरियस ब्रेकअप के बाद आप अकसर वे सब चीजें करने लगते हैं जो आप नहीं किया करते थे, आप दुनिया को और नजर से देखते हैं और जान पाते हैं कि अब तक आप लोगों को समझ ही नहीं पा रहे थे. कभीकभी प्यार तब भी अचानक हो सकता है जब हम इस की आशा ही नहीं कर रहे होते हैं.

अच्छेबुरे की पहचान : आप समझने लगते हैं कि लोग हमेशा वैसे ही नहीं होते हैं जैसे वे देखने में लगते हैं. अब आप जानते हैं कि हर चीज जिस का आरंभ अच्छा हो, जरूरी नहीं कि उस का अंत भी अच्छा होगा, इसलिए आप इतने सीधे, मूर्ख भी नहीं रह पाते कि हर किसी पर विश्वास करते रहें. अब आप सचेत रहते हैं.

प्यार की परिभाषा : हम अकसर उन लोगों के पीछे अपना समय बिता देते हैं जिन के बारे में हम सोचते हैं कि हमें उन की जरूरत है पर कभीकभी बाद में कटु सत्य सामने आता है. एक बार आप अपने असफल रिश्ते से बाहर आ जाएं, आप जान जाएंगे कि उस व्यक्ति में जिसे परफैक्ट समझते हैं और उस व्यक्ति में जो आप के लिए सही है, कितना बड़ा अंतर है. किसी भी सफल जोड़े से पूछिए जिन्होंने जीवन की कठिनाइयों को पार किया है, वे आप को बताएंगे कि पहली बार मिलते ही उन्हें प्यार नहीं हो गया होगा. जिन्हें आप परफैक्ट समझते थे जब उन के साथ बात बिगड़ जाती है, आप को समझ आने लगता है कि प्यार के बारे में आप की सोच गलत थी.

सब से महत्त्वपूर्ण चीज, ब्रेकअप आप को स्वयं पर निर्भर रहना सिखा देता है. जब ब्रेकअप होता है, हम स्वयं को अकेला पाते हैं, तब हम स्वयं की ओर ध्यान देते हैं. खुद को पसंद कर के, जैसे भी हम हैं, आगे बढ़ते हैं. इसलिए ब्रेकअप से हौसला न खोएं, आत्मविश्वास बनाए रखें.

मेरा बॉयफ्रेंड नाराज है, कैसे मनाऊं?

सवाल

मेरा बौयफ्रैंड और मैं कालेज टाइम से साथ हैं. कालेज में हम दोनों की फ्रैंडशिप दोस्ती से ज्यादा कुछ नहीं थी. कालेज खत्म होने के बाद 3 साल तक हम दोनों एकदूसरे से खास नहीं मिले लेकिन जैसे ही हम दोनों की जौब लगी, अचानक से हम दोनों के बीच मेलजोल बढ़ता गया और एक दिन उस ने मुझे प्रपोज कर दिया.

अब हाल यह है कि मैं उस के बगैर एक दिन भी नहीं रह सकती. पिछले हफ्ते हम दोनों के बीच किसी बात पर  झगड़ा हुआ और इतना बढ़ गया कि वह मुझसे अब बात नहीं कर रहा. मुझे अपनी गलती का एहसास हो गया है लेकिन उस का गुस्सा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. समझ नहीं आ रहा उसे कैसे मनाऊं?

जवाब

अगर आप की किसी गलती के कारण आप का ब्रौयफ्रैंड नाराज हो गया है, तो आप उसे मनाने के लिए सौरी बोलिए. उस से कह सकती हैं कि मु  झे अपनी गलती का एहसास हो गया है और मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगी. अगर वह फिर भी न माने तो उस से 3 शब्द बोलने हैं- ‘आई लव यू’. ये 3 शब्द ऐसे होते हैं जिन से अच्छे से अच्छे लड़के पिघल जाते हैं. बात तब भी न बने, तो उसे आई मिस यू का मैसेज भेजें. आजकल व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम हर कोई इस्तेमाल करता है.

आप का बौयफ्रैंड लेकिन हद से ज्यादा गुस्सा है तो उस से बिना बताए मिलने जाएं. इस बात की गारंटी है कि आप को देख वह खुशी महसूस करेगा और गुस्सा भी शांत हो जाएगा. बौयफ्रैंड को मनाने के लिए उस से फोन पर रोमांटिक बातें भी कर सकती हैं. पहले वह आप को चुप रहने को बोलेगा, लेकिन आप चुप नहीं होइए. अपनी बात करती रहें तो वह आप की बातें सुनने लगेगा और इस प्रकार आप की समस्या भी सौल्व हो जाएगी.

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मेरी 2 बीवियां हैं और मैं दोनों को पसंद करता हूं, क्या करूं?

सवाल

मेरी 2 बीवियां हैं और मैं दोनों से प्यार करता हूं. मुझे पहली बीवी के साथ हमबिस्तरी करने में मजा नहीं आता, जबकि दूसरी बीवी के साथ हमबिस्तरी करने में पूरा मजा आता है. लेकिन मेरी पहली बीवी मुझे ज्यादा प्यार करती है.

जवाब

दोनों बीवियां एकदूसरे के साथ रहना भी नहीं चाहतीं. कृपया मेरी समस्या का हल बताएं? आप ने 2 शादियां कर के गलती की है, यह अपराध है. इस की सजा?है कि आप दोनों में सुलह कराने की कोशिश करें, दोनों को बराबर समय दें और बराबर प्यार करें. दोनों अगर आप को जेल में बंद न कराएं तो ही गनीमत है.

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सेक्स के समय ध्यान रखें कहीं गर्भ न ठहर जाए

आजकल के युवा जितनी जल्दी फ्रैंडशिप करते हैं उतनी ही जल्दी रिलेशन भी बना लेते हैं, जिस का नुकसान उन्हें ताउम्र भुगतना पड़ सकता है. कई बार तो सावधानी बरतने के बावजूद गर्भ ठहर जाता है और उन्हें समझ नहीं आता कि क्या करें, किस से सलाह लें. ऐसे में घर में पता चलने के डर से व समाज में बदनामी से बचने के लिए वे कैमिस्ट से ऐबौर्शन पिल्स ले आते हैं जिस के उन के शरीर पर घातक परिणाम भी देखने को मिलते हैं. कई बार तो जान जाने का खतरा बन जाता है. ऐसे में जरूरत है यह समझने की कि यहां तक नौबत ही न आए और अगर आ भी गई है तो डरें नहीं बल्कि प्रौब्लम को फेस करें और किसी अनुभवी डाक्टर से संपर्क कर के ही ऐबौर्शन करवाएं.

इस संबंध में फोर्टिस हौस्पिटल की सीनियर गाइनोकोलौजिस्ट डा. बंदिता सिन्हा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि भारत में अविवाहित युवतियों के ऐबौर्शन के केसेज पहले की तुलना में काफी बढ़े हैं, क्योंकि आज वे जल्दीजल्दी पार्टनर चेंज करने में विश्वास करने लगे हैं. ऐसे में वे खुद की फीलिंग्स पर कंट्रोल नहीं कर पाने के कारण जोश में आ कर होश खो बैठते हैं जिस से उन के सामने जटिल परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है और वे इस से नजात पाने के लिए जहां कहीं से भी ऐबौर्शन पिल्स अरेंज करते हैं, चाहे इस के लिए कितने ही पैसे खर्च हों, वे देने के लिए तैयार रहते हैं.

इतना ही नहीं कईर् डाक्टर्स भी इस स्थिति का फायदा उठा कर मरीज से ढेरों रुपए ऐंठने में नहीं सकुचाते. इन्हीं सब बातों को देखते हुए पिछले 3-4 साल से सरकार ने ऐबौर्शन पर बैन लगाया है कि अगर कोई भी डाक्टर ऐबौर्शन करते हुए या फिर एमटीपी पिल्स देते पकड़ा गया तो उस का लाइसैंस रद्द कर दिया जाएगा. आप सिर्फ एमटीपी मान्यता प्राप्त नर्सिंग होम और अस्पताल में ही गर्भपात करवा सकते हैं.

रोक का खास कारण यह भी

पुरुष प्रधान देश में यही माना जाता है कि अगर वंश को आगे बढ़ाना है तो उस के लिए परिवार में पुत्र का जन्म होना बहुत जरूरी है. ऐसे में जब परिवार वालों को सोनोग्राफी के माध्यम से यह पता चलता है कि गर्भ में बेटी है तो वे डाक्टर को मुंहमांगी रकम दे कर ऐबौर्शन करवाने के लिए तैयार हो जाते हैं. इसी का नतीजा है कि हरियाणा के 70 गांवों में पिछले कुछ सालों से लड़कियों ने जन्म नहीं लिया. आंकड़े इसी ओर इशारा करते हैं कि वहां पता लगते ही कि गर्भ में लड़की है, ऐबौर्शन करवा दिया जाता है.

लेकिन फिर भी कुछ स्थितियों में युवतियों व महिलाओं को बिना परेशानी के ऐबौर्शन कराने का अधिकार है, जो हैं :

–      अगर युवती या महिला जबरदस्ती किसी के यौन शोषण का शिकार हुई है और वह इस बच्चे को जन्म नहीं देना चाहती तो उसे ऐबौर्शन करवाने का पूरा अधिकार है.

–   यदि इस से महिला या युवती के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता हो.

–      अगर यह पता लगे कि गर्भ में  पल रहे बच्चे का विकास सही ढंग से नहीं हो रहा और उसे 9 माह तक गर्भ में रखना सही नहीं है, तो ऐसी स्थिति में भी ऐबौर्शन करवाया जा सकता है. इसे डाक्टरी भाषा में मैडिकल टर्मिनेशन औफ प्रैग्नैंसी कहते हैं.

क्या है मैडिकल टर्मिनेशन औफ प्रैग्नैंसी

एमटीपी प्रक्रिया, जिस में डाक्टर की देखरेख में ऐबौर्शन को अंजाम दिया जाता है, को हर डाक्टर अंजाम नहीं दे सकता. सिर्फ अनुभवी गाइनोकोलौजिस्ट या सिर्फ वे डाक्टर्स जिन्होंने एमटीपी की ट्रेनिंग ली होती है, इसे अंजाम दे सकते हैं, क्योंकि वे जरूरत पड़ने पर अपने अनुभव के बल पर स्थिति को संभाल सकते हैं.

डाक्टरी देखरेख में ऐबौर्शन 2 तरीके से होते हैं :

ऐबौर्शन पिल्स

इस तरीके से ऐबौर्ट करने के लिए सब से पहले यह देखा जाता है कि कितने माह का गर्भ है. अगर गर्भ 6 से 8 सप्ताह के बीच है तो उसे पिल्स द्वारा रिमूव किया जा सकता है और इस का पता लगाने के लिए डाक्टर अल्ट्रासाउंड करता है. एमटीपी पिल डाक्टर की सलाह पर ही दी जाती है. यह पिल असल में गर्भाशय से पदार्थ को बाहर निकालने का काम करती है.

डाक्टर बताते हैं कि दवाएं कितने समय के अंतराल में लेनी हैं, क्योंकि जरा सी लापरवाही पूरे कोर्स को खराब कर सकती है. सिर्फ  दवाएं लेने से ही काम पूरा नहीं होता बल्कि डाक्टर 15 दिन के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए बुलाता है जिस से करंट सिचुएशन के बारे में पता चल जाता है. अगर कोई पीस वगैरा रह गया होता है तो इस प्रोसैस को पुन: दोहराया जाता है या फिर सर्जरी से बाहर निकाला जाता है.

सर्जरी से

इस में बेहोश कर के ऐबौर्शन किया जाता है. इसे तब किया जाता है जब 8 सप्ताह से ज्यादा का गर्भ हो चुका होता है, क्योंकि इस के बाद पिल्स असर नहीं करतीं. इसे डाइलेशन ऐंड क्रूटेज प्रोसैस कहते हैं. इस में आप डाक्टर्स की देखरेख में रहते हैं और आप को प्रौपर केयर मिलती है. यह काफी सेफ प्रोसैस माना जाता है.

डाक्टर से करवाना क्यों फायदेमंद

गर्भपात के लिए कैमिस्ट वगैरा से दवा लेना हानिकारक होता है क्योंकि उन्हें आप की इंटरनल स्टेज के बारे में तो पता नहीं होता, इसलिए कौंप्लिकेशंस पैदा होने का भय रहता है. इस से आप की जान भी जोखिम में पड़ सकती है. कभीकभी ओवर ब्लीडिंग होने से सिचुएशन आउट औफ कंट्रोल भी हो सकती है. इसलिए जरूरी है डाक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें.

अगर आप को अस्थमा, एनीमिया वगैरा की शिकायत है तो डाक्टर चैकअप के बाद ही बताते हैं कि गोली देना सही रहेगा या नहीं. यहां तक कि सर्जरी के वक्त कंसर्ल्ट फौर्म भी भरवाया जाता है, जिस में पूरी जानकारी दी जाती है. यह भी बताया जाता है कि आप को औपरेशन के कितने दिन बाद दिखाने के लिए आना है. इस से आप काफी सेफ रहते हैं.

ऐबौर्शन के बाद क्या क्या सावधानियां बरतें

  –  इस दौरान भारी चीजें उठाने व झुकने वगैरा से थोड़े समय तक परहेज करना चाहिए.

– किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन भूल कर भी न करें.

– डाइटिंग न करें, क्योंकि इस दौरान लंबे समय तक भूखे रहना सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है.

–  एकदम से सैक्स न करें, खुद को थोड़ा समय दें, क्योंकि कई बार ऐसा करने से दोबारा प्रैग्नैंसी का खतरा बन जाता है.

–  इस समय आप जितना अच्छा खाएंगी व अच्छा सोचेंगी उतनी ही जल्दी फिट हो पाएंगी.

मेरा पति रोज शराब पी कर घर आता है और मुझे मारतापीटता है, क्या करूं?

सवाल

मेरी उम्र 22 साल है. मेरा पति रोज शराब पी कर घर आता है. वह मुझे मारतापीटता है और मेरी 2 साल की बेटी को भी नहीं बख्शता है.

मैं ने कई बार खुदकुशी की बात सोची, लेकिन मासूम बेटी का मुंह देख कर रुक गई कि इस से वह अनाथ हो जाएगी और कौन उसे देखेगा. फिर कभीकभी सोचती हूं कि क्यों न उसे भी साथ ले कर मर जाऊं, लेकिन हिम्मत नहीं पड़ती. आप सलाह दें कि मैं क्या करूं?

जवाब

सब से पहले तो आप मरने का खयाल दिल से निकाल दें, जो इसलिए आ रहा है कि आप पति के जुल्मोसितम का विरोध नहीं कर पा रही हैं. आप ने मन ही मन इसे अपनी किस्मत मान लिया है.

पति अब जब भी मारे, तुरंत नजदीकी थाने में जा कर उस की शिकायत करें. बेहतर होगा कि उस से अलग ही रहने लगें. इस के लिए आप मायके की और भरोसेमंद रिश्तेदारों की मदद ले सकती हैं.

मेहनतमजदूरी कर के इतना तो कमा ही सकती हैं कि अपना और बच्ची का पेट भर सकें, तो फिर क्यों आप शराबी पति के पल्ले बंधी हैं? सारे डर और लिहाज छोड़ कर उस नरक से बाहर निकलें और अपने मुताबिक जिंदगी जिएं. परेशानियों का डट कर मुकाबला करें.

मैं अपने एक्स के करीब जाने लगी हूं, क्या करूं?

सवाल

मैं और मेरा एक्स एक ही कंपनी में काम करते हैं. मैं उसे जबतब देखती हूं तो मेरा उसे किस करने या गले लगने का मन करता है. वह मुझे देख कर कभीकभी मुसकरा देता है या हायहैलो भी बोल देता है. मुझे लगता है कि मैं उस से बात करना शुरू कर दूं, कुछ भी कर उस के करीब फिर से आ जाऊं. उसे देख कर लगता है कि वह भी यही सब फील करता है. यह सैक्सुअल टैंशन अब मेरे दिमाग पर चढ़ती जा रही है और मु झे सम झ नहीं आ रहा क्या करूं. हैल्प मी विद दिस.

जवाब

पहले तो यह अंदाजा मत लगाइए कि वह भी यही चाहता होगा क्योंकि अंदाजा गलत निकलने पर सिचुएशन काफी बिगड़ जाएगी. आप इनडायरैक्टली उस से बात करने के बहाने यह कन्फर्म कर सकती हैं कि वह भी आप से किसी तरह का रिलेशन चाहता है या नहीं. अगर वह भी यही चाहता हो तो प्रौब्लम कुछ नहीं है. लेकिन, एक्स के साथ अकसर चीजें उस पेस पर आगे नहीं बढ़तीं जिस तरह एक समय पर थीं. ऐसे में कुछ भी करने से पहले ध्यान दें कि औफिस आप दोनों के लिए औक्वर्ड हो सकता है.

इस के अलावा यह हो सकता है कि आप सैक्सुअल टैंशन को ही खत्म कर दें. अपने एक्स को देखने के बजाय किसी और लड़के को देखिए, किसी और से बात कीजिए. अपना ध्यान अपने काम पर और अन्य लोगों पर लगाइए. सैक्सुअल टैंशन को डाइवर्ट करना बैस्ट औप्शन है. आप चाहें तो किसी डेटिंग ऐप का यूज भी कर सकती हैं. हो सकता है इस से आप को अपने एक्स को देख कर वह सब फील न हो, जो आजकल हो रहा है.

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