आजादी का मतलब है कि गरीबों में खुशहाली हो: मुख्यमंत्री

आजादी के क्रांतिकारियों का नमन करने के लिए अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश होने पर पांच मंत्र दिए हैं. इनमें देश की ऊर्जा का, देश के क्रांतिकारियों के नमन का, देश के कल्याण का, देश को दुनिया में एक ताकत बनाने का और भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना शामिल है. काकोरी एक्शन के वीर शहीदों की स्मृति में शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कही.

इस मौके पर परमवीर चक्र विजेता मनोज पांडे के परिवारीजनों समेत काकोरी एक्शन के शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी का मतलब है कि गरीब के पास पक्का मकान हो इसलिए सरकार पीएम आवास योजना लाई, महिलाओं को रसोई गैस मिल सके तो सरकार ने उज्ज़वला योजना लागू की, गरीब के पास विद्युत कनेकशन हो तो सरकार ने सौभाग्य योजना लागू की, हर कन्या का उन्नयन हो तो मुख्यमंत्री सुमंगला योजनाओं को लागू किया गया. कोई भी दैवयोग के कारण कोई भी बेटी वैवाहिक वंधन से वंचित न हो इसलिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना और कोई भी गरीब उपचार के अभाव में दम न तोड़ने पाए इसके लिए आयुष्मान योजना को लागू किया गया. यह प्रयास इसी दिशा में हो रहे हैं कि गरीब के चेहरे पर खुशहाली लाई जा सके, हर बेटी को सुरक्षा की गारंटी दी जा सके हर नवजवान को आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर किया जा सके. हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ाया जा सके.

उन्होनें कहा कि देश के अंदर 133 करोड़ लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए मोदी सरकार फ्री वैक्सीन, फ्री उपचार, फ्री टेस्ट, फ्री राशन बिना भेदभाव के दे रही है. यह इसलिए कर रही है कि देश स्वाधीन है सरकार की जवाबदेही है. इसलिए मोदी-योगी सरकार लोगों को समभाव तरीके से योजनाएं पहुंचाने का काम कर रही है.

उन्होंने काकोरी स्मति स्थल पर क्रांतिकारियों की शहादत याद करते हुए कहा कि हमारा देश विदेशी आक्रांताओं और विदेशी हुकूमत में कुछ समय के लिए बंधक बनने के लिए मजबूर जरूर हुआ था. लेकिन देश की जनता ने कभी इसे स्वीकार नहीं किया. यह प्रयास बलिया, गोरखपुर, बिठूर, झांसी समेत देश के अलग-अलग स्थानों पर देखने को मिला था.

उन्होंने बताया कि वर्ष 1922 में गोरखपुर के चौरी चौरा में एक ऐतिहासिक घटना हुई थी यह उसका शताब्दी वर्ष है. चौरी चौराह में किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं ने ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती दी थी. उसी तरह से काकोरी एक्शन में क्रांतिकारियों ने अपनी सम्पत्ति को लेकर ब्रिटिश हुकूमत को हिला दिया था. इनके नायकों में राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी, पं. रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और ठाकुर रोशन सिंह थे. इन चार क्रांतिकारियों को ब्रिटिश हुकूमत ने बिना किसी सुनवाई को पूरा किए 19 दिसम्बर 1927 को फांसी देने का फैसला कर लिया. लेकिन डरी हुई ब्रिटिश हुकूमत ने राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी को गोंडा में दो दिन पहले ही फांसी दे दी. इसके बाद गोरखपुर में रामप्रसाद बिस्मिल को, फैजाबाद जेल में अशफाक उल्ला खां और नैनी की जेल में ठाकुर रोशन सिंह को फांसी दे दी गई. इन चारों क्रांतिकारियों का बलिदान भारत की आजादी के लिए मील का पत्थर साबित हुआ.

यूपी+योगी= बहुत है उपयोगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश वासियों को “यूपी+योगी= बहुत है उपयोगी” का मंत्र दिया है. शनिवार को शाहजहांपुर में 12 ज़िलों से होकर गुजरने वाले 594 किमी लंबे “गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रदेश की बेहतरी के लिए योगी सरकार की कोशिशों को खूब सराहा. उन्होंने कहा कि आज यूपी में माफिया पर बुलडोजर चल रहा है. यूं तो  बुलडोजर तो गैर-कानूनी इमारत पर चलता है, लेकिन दर्द उसे पालने-पोसने वाले को होता है. इसीलिए आज यूपी की जनता कह रही है- यूपी+योगी बहुत है उपयोगी. उन्होंने कहा कि मेरठ में एक बाजार है सोतीगंज देश मे कहीं गाड़ी चोरी हो तो वहीं कटती थी. चोरी की गाड़ियों के कटाई के आका पर पिछली सरकार कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं करती थी. अब योगी जी ने उस पर भी बुलडोजर चलवा दिया.

कुछ राजनीतिक दलों को विरासत और विकास से है दिक्कत: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं जिन्हें देश की विरासत से भी दिक्कत है और देश के विकास से भी. देश की विरासत से दिक्कत क्योंकि इन्हें अपने वोटबैंक की चिंता ज्यादा सताती है. देश के विकास से दिक्कत क्योंकि गरीब की, सामान्य मानवी की इन पर निर्भरता दिनों-दिन कम हो रही है. इन लोगों को गंगा जी के सफाई अभियान से दिक्कत है. यही लोग हैं जो आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं. यही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों की बनाई मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को कठघरे में खड़ा कर देते हैं. इन लोगों को काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने से दिक्कत है तो अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है. पीएम ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में यहां सरकार बनने से पहले, पश्चिम यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी, इससे आप भलीभांति परिचित हैं. पहले यहां क्या कहते थे? दीया बरे तो घर लौट आओ! क्योंकि सूरज डूबता था, तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे. तब बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे, उनका स्कूल कॉलेज जाना तक मुश्किल था. कब कहां दंगा और आगजनी हो जाये कोई नहीं कह सकता था, लेकिन बीते साढ़े चार साल में योगी जी की सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए बहुत परिश्रम किया है. गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास के इस ऐतिहासिक मौके पर मौजूद लाखों जनसमुदाय को संबोधित करते हुए पीएम ने विश्वास दिलाया कि जनता के आशीर्वाद से यूपी के विकास का कर्मयोग इसी तरह जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जिनको माफिया का साथ पसंद है वो उनकी भाषा बोलेंगे लेकिन हम तो उनका यशगान करेंगे जिन्होंने देश के निर्माण में तप और त्याग किया है.

किसान-नौजवान सब पर फोकस, पहली बार किसी सरकार ने समझा गरीबों दर्द

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब का दर्द समझने वाली सरकार बनी है. पहली बार गैस, सड़क बिजली को प्राथमिकता दी जा रही है. इससे गरीब, दलित पिछड़ों को जीवन बदलता है. पहले यहां रात-बिरात इमरजेंसी में अगर किसी को अस्पताल की जरूरत पड़ती थी तो लोगों को लखनऊ, कानपुर और दिल्ली भागना पड़ता था. दूसरे शहर जाने के लिए सड़कें नहीं थीं. आज यहां सड़कें, एक्सप्रेस-वे बनते जा रहे हैं, मेडिकल कॉलेज भी खुले हैं. ऐसे ही होता है दमदार काम, ईमानदार काम. जो भी समाज में पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, योजनाओं का लाभ पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सालों में बीज से बाजार तक की योजना हमने बनाई है इसका फायदा छोटे किसानों को मिला है. पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों के बैंक खाते में पैसा पहुंचा है. आज हम छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ रहे हैं. पहले छोटे किसानों के लिए बैंक के दरवाजे नहीं खुलते थे. पैसा डायरेक्ट किसान के खाते में जाने से छोटे किसान को बहुत राहत मिली है.

पिछली सरकारों की करगुजारियों की दिलाई याद, बोले अब नहीं होता भेदभाव

लाखों की भीड़ के उत्साह को नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपके लिए काम करते हैं. जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुराने दिनों को याद कीजिए, पुराने निर्णयों को याद कीजिए, पुराने काम-काज के तरीकों को याद करिए, आपको साफ-साफ नजर आएगा कि यूपी में भेदभाव नहीं, सबका विकास हो रहा है. जिन लोगों को पीएम आवास योजना के तहत घर नहीं मिले हैं, उन्हें जल्दी घर मिले इसके लिए मोदी और योगी दिन रात काम कर रहे हैं. गरीबों के पक्के घर बनाने के लिए हमने दो लाख करोड़ रुपए दिए. यह खजाना आपका है, आपको बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए है. हम केवल आपके लिए काम करते हैं.

गंग सकल मुद मंगल मूला, सब सुखकरनि हरनि सब सूला

शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि-रामचरित मानस में कहा गया है कि “गंग सकल मुद मंगल मूला, सब सुखकरनि हरनि सब सूला”. यानी मां गंगा सारे मंगलों, उन्नति प्रगति की स्रोत हैं. मां गंगा सारी पीड़ा हर लेती हैं. ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे विकास की नई इबारत लिखेगा. यह सारी परेशानियों को दूर करेगा. यह गंगा एक्सप्रेस-वे अनंत संभावनाओं का एक्सप्रेस-वे है. मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिलों के निवासियों को बधाई देते हुए पीएम ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 36 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे. यह अपने साथ इस क्षेत्र में व्यापार और रोजगार साथ लाएगा. पीएम मोदी ने इसकी विशेषता बताते हुए कहा कि इस एक्सप्रेस-वे का एक छोर से दूसरा छोर करीब-करीब एक हजार किलोमीटर का है. इतने बड़े यूपी को चलाने के लिए जिस दम की जरूरत है वो आज डबल इंजन की सरकार करके दिखा रही है. उन्होंने कहा कि यूपी में आज जो एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ रहा है, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं. पहला वरदान समय की बचत, दूसरा- सहूलियत और सुविधा में बढ़ोतरी, तीसरा- संसाधनों का सही प्रयोग, चौथा- सामर्थ्य में वृद्धि और पांचवा चौतरफा शांति. अब आपको एक जगह से दूसरे जगह जाने में ट्रैफिक जाम नहीं मिलेगा.

हाल ही में लोकार्पित हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, काशी विश्वनाथ धाम  कॉरिडोर तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे आदि का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि यूपी में आज जो आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है वो ये दिखाता है कि संसाधनों का सही उपयोग कैसे किया जाता है. पहले जनता के पैसे का क्या-क्या इस्तेमाल हुआ है ये आप लोगों ने भली-भांति देखा है. लेकिन आज उत्तर प्रदेश के पैसे को उत्तर प्रदेश के विकास में लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब पूरा यूपी एक साथ बढ़ता है तभी तो देश बढ़ता है. डबल इंजन की सरकार यूपी के साथ है. अब यूपी में भेदभाव नहीं सबका भला होता है. कुछ इलाकों को छोड़ दें तो बिजली ढूंढने पर भी नहीं मिलती थी. पहले कुछ ही लोगों के फायदे के लिए काम होता था. हर जिले को पहले से ज्यादा बिजली दी जा रही है. जब खुद का घर बनता है तब गर्व से सीना चौड़ा होता है.

शहीदों सपूतों को किया नमन, कहा कभी नहीं उतार सकते कर्ज

शाहजहांपुर की क्रांतिकारी धरती  पर आए प्रधानमंत्री ने अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और ठाकुर रोशन सिंह को नमन किया. उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर के तीन सपूतों का कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते. रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने स्थानीय जनभाषा में काकोरी के क्रांतिकारियों को नमन किया.

उन्होंने कहा कि यह आप लोगों का आशीर्वाद है कि मुझे इस मिट्टी को माथे पर लगाने का सौभाग्य मिला. मैं इस धरती के सभी महापुरुषों के चरणों में प्रणाम करता हूं. अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के तीन सपूतों को 19 दिसंबर को फांसी दी गई थी. भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले इन वीरों का हम सभी के ऊपर बहुत बड़ा कर्ज है. इसे हम कभी चुका नहीं सकते.

Top 10 Readers Problem Tips In Hindi: टॉप 10 रीडर्स प्रॉब्लम टिप्स हिंदी में

Readers Problem in Hindi:  इस आर्टिकल में आपके लिए लेकर आए हैं Saras Salil की 10 Readers Problem in Hindi 2021. लोगों के पास कई प्रौब्लम होती हैं, जिन्हें वह दूसरों से शेयर नहीं कर पाते. लेकिन हमारे पाठकों द्वारा भेजी गई कुछ प्रौब्लम्स, जो आपकी भी जिंदगी का हिस्सा हो सकती हैं. तो आइए आपको बताते हैं  Saras Salil की  Readers Problem in Hindi, जिसमें रीडर्स की रिलेशन, हेल्थ  और मैरिड लाइफ से जुड़ी  प्रौब्लम और उनके सौल्यूशन आपको मिलेंगे.

  1. मेरे पति जिद्दी इंसान है, मैं क्या करूं?

reader problem

मेरी शादी हुए 2 महीने हो चुके हैं. अरेंज मैरिज है. शादी से पहले मैं इन से सिर्फ 2 बार मिली थी. तब दोनों बार ये मुझसे बहुत अच्छी तरह पेश आए थे. इतनी अच्छीअच्छी बातें कीं कि मैं इंप्रैस हो गई थी. लेकिन शादी के बाद पता चला कि ये कितने जिद्दी इंसान हैं. एक ही बात पर इतना ज्यादा अड़ जाते हैं कि मैं परेशान हो जाती हूं. समझ नहीं आता, तब कैसे इन से डील करूं? आप ही मेरी परेशानी का हल निकालें.

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2. सिंगल मदर होने के कारण मैं अपनी बेटी के लिए काफी चिंतित हूं, मैं क्या करूं?

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मैं अपनी 2 बेटियों के साथ रहती हूं, सिंगल मदर हूं, दोनों बेटियों की जिम्मेदारी मुझ पर ही है. मैं सरकारी नौकरी में हूं, दोनों बेटियों को मैं ने अच्छी शिक्षा देने की कोशिश की है. मेरी छोटी बेटी 17 साल की है और बड़ी 22 की. छोटी बेटी अकसर टिकटौक पर वीडियो बनाया करती थी. अपना सारा समय वह  वीडियो बनाने या बाकी लोगों की वीडियो देखने में बरबाद करती है. मैं उस से कुछ कहती हूं या
बड़ी बेटी कुछ कहने की कोशिश करती है तो वह सुन कर भी अनसुना कर देती है. क्या करूं, समझ नहीं आता.

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3. मेरे पति पीरियड्स के दौरान सेक्स करने की जिद करते हैं, मैं क्या करूं?

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मेरी उम्र 27 वर्ष है. अभी नईनई शादी हुई है. पति मेरा पूरा ध्यान रखते हैं. पीरियड्स के दौरान भी सैक्स करने की जिद करते हैं लेकिन मैं उस दौरान सैक्स करते समय सहज नहीं रहती. संक्रमण का डर लगा रहता है, कहीं गर्भ न ठहर जाए यह भी चिंता रहती है. कृपया मेरी इस आशंका का समाधान करें.

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4. मेरे Parents घर से बेदखल करना चाहते हैं, मैं क्या करूं?

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मैं अपने मातापिता का इकलौता पुत्र हूं. मैं ने अपनी मरजी से शादी की है. लड़की नेपाली है, इसलिए मातापिता को वह बिलकुल पसंद नहीं, क्योंकि उन्होंने मेरे लिए अपनी जात (पंडित) की लड़की पसंद की हुई थी.

मेरे पिता जातबिरादरी को बहुत महत्त्व देते हैं. मैं अब पत्नी के साथ अलग एक किराए के मकान में रहता हूं. मेरी कोई खास जौब नहीं है और पत्नी की भी कोई खास आमदनी नहीं है. अब आटेदाल का भाव पता चल रहा है. पिता कहते हैं कि मुझे संपत्ति से बेदखल कर देंगे. क्या वे ऐसा कर सकते हैं. इकलौता पुत्र होने के नाते क्या उन की संपत्ति पर मेरा कोई कानूनी अधिकार नहीं है?

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5. मेरे होने वाले पति काफी स्मार्ट और फिट हैं जबकि मैं मोटी हूं, क्या करूं?

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अगले 2 महीने बाद मेरी शादी है. घर में बैठेबैठे मेरा वजन बढ़ गया है. देखने में मैं मोटी लगने लगी हूं. जबकि मेरे होने वाले पति काफी स्मार्ट और फिट हैं. शादी के बाद यह सुनने को न मिले कि जोड़ी बेमेल है. मैं जल्द से जल्द पतली होना चाहती हूं. मैं ने इंटरमिटैंट फास्ंिटग के बारे में सुना है कि इस से तेजी से वजन घटता है. क्या वाकई ऐसा है?

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6. मैं अपने रिलेशनशिप को लेकर काफी परेशान हूं, क्या करूं?

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मैं अपने बौयफ्रैंड के साथ 3 साल से रिलेशनशिप में हूं. हमारा रिलेशनशिप ऐसा है कि हम अपने घरों में इस रिलेशनशिप के बारे में कुछ नहीं बता सकते. फिलहाल हम एकदूसरे के साथ खुश हैं लेकिन पता नहीं क्यों मैं अपने इस रिलेशनशिप को ले कर डिप्रैशन में चली जाती हूं, जबकि मुझे पता है, हमारे इस रिलेशनशिप का कोई भविष्य नहीं है.

हम एकदूसरे के साथ कमिटिड भी नहीं हैं लेकिन फिर भी कई बार मैं अपने बौयफ्रैंड से कुछ उम्मीदें लगा बैठती हूं, जो पूरी नहीं होतीं तो मैं हताश हो जाती हूं. कुछ भी अच्छा नहीं लगता.

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7. 1 साल से पति ने मेरे साथ सेक्स नहीं किया है, मैं क्या करूं?

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मैं शादीशुदा गृहिणी हूं. पति स्मार्ट व हैंडसम हैं और अपनी उम्र से काफी छोटे दिखते हैं. वे सरकारी महकमे में अधिकारी हैं. 2 बेटे हैं जो अपनेअपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रहे हैं. मेरी समस्या यह है कि पिछले 1 साल से पति ने मेरे साथ सैक्स नहीं किया, हालांकि हमारे में कोई विवाद नहीं है. 1-2 लोगों ने मुझे बताया है कि उन के अपनी सहकर्मी से संबंध हैं. बताएं मैं क्या करूं?

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8. मैं 35 साल की एक आंटी को पसंद करता हूं, क्या यह सही है?

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मैं 19 साल का एक लड़का हूं. मेरे पड़ोस में 35 साल की एक आंटी रहती हैं, जो मुझे बहुत पसंद हैं. वे इतनी ज्यादा खूबसूरत हैं कि रात को मेरे सपने में आती हैं. सपने में मैं बहक जाता हूं, पर असली जिंदगी में वे मु झ से बात भी नहीं करती हैं.

मैं उन आंटी को देखते ही बौरा जाता हूं और उन्हीं के बारे में सोचता रहता हूं. मेरा पढ़ाई में भी मन नहीं लगता है. मैं क्या करूं?

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9. ऑनलाइन क्लास से लिखने की आदत छूट गई है, मैं क्या करूं?

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मैं 12वीं क्लास का छात्र हूं. कोरोना के चलते इस बार स्कूल तो बिलकुल ठप हो गया है. औनलाइन क्लास तो होती है, पर उस से लिखने की आदत बिलकुल छूट गई है. अगर कल को बोर्ड के इम्तिहान होंगे तो उन में लिखना तो पड़ेगा न. इसी बात को सोचसोच कर मैं तनाव में रहता हूं. मु झे सही
सलाह दें.

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10. मेरा बॉयफ्रेंड मुझसे 5 साल बड़ा है, क्या इस वजह से सेक्स संबंध में कोई परेशानी आ सकती है?

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मैं 26 साल की हूं और मेरा बौयफ्रैंड मुझसे 5 साल बड़ा है. क्या इस वजह से सैक्स संबंध में कोई परेशानी आ सकती है? मैं उस से सैक्स करना चाहती हूं पर कभीकभी लगता है कि वह मेरा साथ नहीं दे पाता, क्योंकि एक बार जब देर तक फोरप्ले करने के बाद वह अपना पैनिस इंसर्ट करने की कोशिश कर रहा था तो बारबार की कोशिशों के बावजूद वह कामयाब नहीं हो पा रहा था. क्या उसे कोई परेशानी है? कृपया सलाह दें?
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नि:शुल्क राशन वितरण महाअभियान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत निःशुल्क राशन वितरण महाअभियान का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 10 लाभार्थियों कोे निःशुल्क राशन वितरित किया. ज्ञातव्य है कि इस महाअभियान के तहत प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को 80,000 राशन की दुकानों के माध्यम से माह दिसम्बर, 2021 से माह मार्च, 2022 तक निःशुल्क राशन वितरित किया जाएगा.

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार आज निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की एक बड़ी योजना को आगे बढ़ा रही है. प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2020 में माह अप्रैल से नवम्बर तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से एक बड़ा अभियान चलाया था. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ जरूरतमंदों सहित देश के 80 करोड़ पात्र लोग लाभान्वित हुए. वर्ष 2020 में राज्य सरकार ने भी अप्रैल, मई, जून, तीन माह निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया था, जिससे प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को इस सुविधा का लाभ प्राप्त हुआ.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी केन्द्र व प्रदेश सरकार ने निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था को प्रारम्भ किया. मई, 2021 (रामनवमी) से दीपावली तक केन्द्र सरकार ने 07 माह तक निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की योजना लागू की थी. प्रदेश सरकार ने भी अन्त्योदय तथा पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को माह जून, जुलाई तथा अगस्त, 2021 तक निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार से डबल खाद्यान्न का लाभ प्रत्येक जरूरतमन्द को प्राप्त हो इस दृष्टि से आज इस वृहद खाद्यान्न वितरण योजना का पुनः शुभारम्भ कर दीपावली से होली तक आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना महामारी सदी की सबसे बड़ी महामारी है. दुनिया के अनेक देश इस महामारी की तीसरी लहर की चपेट में हंै. निरन्तर यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि थोड़ी सी भी लापरवाही एक बड़ी आबादी को इस महामारी की चपेट मंे ला सकती है. केन्द्र व राज्य सरकार थर्ड वेव से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. प्रधानमंत्री जी ने जीवन और जीविका को बचाने के लिए मुफ्त टेस्ट, उपचार तथा खाद्यान्न उपलब्ध कराने के साथ-साथ निःशुल्क वैक्सीन की भी सुविधा उपलब्ध करायी है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे शास्त्र कहते हैं कि भूखे को रोटी देना पुण्य का कार्य है. यदि शासन की योजना से जोड़कर उस पुण्य में हम भागीदार बनते हैं तो यह महापुण्य का कार्य होगा. खाद्यान्न वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है. वर्ष 2017 से पहले यह खाद्यान्न, खाद्यान्न माफियाओं के हवाले चला जाता था और यह खाद्यान्न उत्तर प्रदेश से किसी दूसरे देश चला जाता था. गरीब देखता रह जाता था, लेकिन उसको खाद्यान्न नहीं मिल पाता था. प्रदेश में वर्ष 2005-06 का खाद्यान्न घोटाला हो या उस दौरान सैकड़ों लोगों की हुई भूख से मौत, यह किसी से छुपा नहीं है. यह सिलसिला लगातार वर्ष 2015-16 तक चलता रहा.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें सत्ता में थीं, तो गरीबों का खाद्यान्न हड़प जाती थीं. गरीबों को शौचालय, मकान, बच्चों को छात्रवृत्ति तथा अन्य बुनियादी सुविधाएं यथा बिजली, पानी, साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं मिली थी. उन्हें किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाता था. स्वास्थ्य केन्द्रों में बदहाल स्थिति थी. विकास कार्याें में पेशेवर माफियाओं व अपराधियों का हस्तक्षेप रहता था, जिससे सामान्य व्यक्ति परेशान रहता था.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही सभी नागरिकों को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इसी बीच के कालखण्ड में दाल व तेल के दाम बढ़ने प्रारम्भ हो गये तो सरकार ने तय किया यदि बाजार में महंगाई होगी तो राज्य सरकार अपनी तरफ से छूट देने का कार्य करेगी. उसी का परिणाम है कि खाद्यान्न के साथ-साथ निःशुल्क खाद्य तेल व दाल प्रदेश सरकार उपलब्ध करा रही है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जो योजना लागू की रही है, उसमें प्रत्येक अन्त्योदय कार्डधारक को निःशुल्क अनुमन्य खाद्यान्न के साथ ही 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो नमक, 01 किलो दाल व 01 किलो चीनी उपलब्ध करायी जा रही है. इसी प्रकार प्रत्येक पात्र गृहस्थी कार्डधारक को अनुमन्य खाद्यान्न के साथ ही निःशुल्क 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो नमक तथा 01 किलो दाल उपलब्ध करायी जा रही है. केन्द्र तथा राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली यह सहायता एक सम्बल है ताकि कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जा सके.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना महामारी से सरकार लगातार जूझ रही है. भारत से अधिक सम्पन्न तमाम देशों में स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाएं हैं, लेकिन कोरोना प्रबन्धन में सबसे अच्छा कार्य भारत का, और भारत में सबसे अच्छा कार्य उत्तर प्रदेश का रहा. 25 करोड़ की आबादी में कोरोना छूमंतर. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना के प्रति लापरवाही बरती जाए, बल्कि हमें और सावधानी बरतनी होगी.

प्रधानमंत्री जी के मंत्र ‘फ्री में वैक्सीन, सबको वैक्सीन’ को हम जीवन में उतारंे. उन्होंने अपील की कि जिन लोगांे ने कोविड वैक्सीन नहीं ली है, वह वैक्सीन अवश्य लगवाएं. कोरोना की थर्ड वेव में यह देखने को मिल रहा है कि जिसने वैक्सीन की डोज प्राप्त की है उस पर वायरस का प्रभाव बहुत कम है. वैक्सीन एक सुरक्षा कवच है तथा कोरोना के बचाव का सबसे अच्छा माध्यम भी है.

प्रदेश सरकार ‘हर घर जल योजना’ पर तेजी से कार्य कर रही

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद बलरामपुर में 9800 करोड़ रुपये की लागत की ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ को राष्ट्र को समर्पित किया. इस अवसर पर आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ का पूरा होना इस बात का सबूत है जब सोच ईमानदार होती है तो काम दमदार होता है. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का काम चार दशक पहले शुरू हुआ था. तब इस परियोजना की लागत 100 करोड़ रुपये से भी कम थी. आज यह परियोजना लगभग 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पूरी हुई है. जनता की मेहनत के एक-एक रुपये का सही समय पर, सही काम के लिए उपयोग होना चाहिए. उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की प्राथमिकता योजनाओं को समय पर पूरा करना है. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का जो कार्य दशकों में पूरा नहीं हो पाया, उसे 05 वर्ष के अन्दर पूरा किया जा चुका है. यह डबल इंजन की सरकार के काम की रफ्तार है.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना को सर्वाेपरि रखते हुए देश को 21वीं सदी में नई ऊंचाइयांे पर ले जाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं. देश के विकास के लिए जरूरी है कि पानी की कमी कभी बाधा न बने. देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो और किसानों के खेत तक पानी पहुंचे. बहुप्रतीक्षित ‘केन बेतवा लिंक परियोजना’ को कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी है. 45 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना से बुन्देलखण्ड के किसानों को लाभ प्राप्त होगा. ‘केन बेतवा लिंक परियोजना’ बुन्देलखण्ड को जल संकट से मुक्ति दिलाने में एक बड़ी भूमिका निभायेगी.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार कोई सरकार छोटे किसानों की सुध ले रही है. केन्द्र एवं प्रदेश सरकार 02 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को भी सरकारी सुविधाओं से जोड़ रही हैं. बीज से लेकर बाजार तक, खेत से लेकर खलिहान तक उनकी हर तरह से मदद की जा रही है. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से बाढ़ जैसी समस्याओं का समाधान निकालने में काफी हद तक मदद मिलेगी. छोटे किसानों के लिए यह सिंचाई परियोजना लाभप्रद साबित होगी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना से लाखों किसानों को पानी प्राप्त होगा और उनका आशीर्वाद मिलेगा जो कि जीवन भर कार्य करने की ऊर्जा देगा. बलरामपुर की मसूर दाल का स्वाद देश भर में फैल रहा है. उन्होंने किसानों से अपील की कि पारंपरिक खेती के साथ-साथ अधिक आय देने वाली फसल का भी उत्पादन करें. उन्होंने कहा की सरयू नहर परियोजना से सिंचाई के बाद किसान खाद्यान्न के साथ-साथ फल फूल, मत्स्य पालन तथा सब्जी उत्पादन से अपनी आय बढ़ा सकेंगे. उन्होंने कहा कि देश में शहद का निर्यात बढ़ कर लगभग दोगुना हो गया है. इससे किसानों की 700 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हुई है.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को प्रतिवर्ष 06 हजार रुपये की किसान सम्मान निधि प्रदान की जा रही है. साथ ही, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि किसान की आय बढ़ाने का एक विकल्प बायोफ्यूल भी है. उत्तर प्रदेश गन्ने से एथेनाल बनाने के कार्य में आगे बढ़ रहा है. विगत 01 वर्ष में उत्तर प्रदेश द्वारा 12,000 करोड़ रुपए का एथेनॉल दूसरे प्रदेशों को बेचा गया है. जनपद गोण्डा में एथेनाॅल का एक बड़ा प्लाण्ट बन रहा है. जनपद बदायूं एवं जनपद गोरखपुर में बायोफ्यूल के बड़े काॅम्पलेक्स बनाये जा रहे हैं. पहले गन्ना किसानों को समय पर उनके गन्ने का भुगतान नहीं मिल पाता था. प्रदेश सरकार द्वारा नई चीनी मिलों को खोलने के साथ-साथ किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान भी कराया गया है.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आगामी 16 दिसंबर से प्राकृतिक खेती करने के संबंध में एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसके द्वारा कम से कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के तरीकों की जानकारी दी जाएगी. उन्होंने किसानों से अपील की कि वह इस कार्यक्रम से जुड़ें और नई तकनीकों को  सीखें. उन्होंने कहा कि जनपद बलरामपुर में सामान्य किसानों के साथ-साथ थारू जनजाति के लोगों को भी विकास का लाभ मिल रहा है. पहले सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ केवल पुरुषों को मिलता था. प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य योजनाओं में अब महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया है. अपराधियों एवं माफियाओं में भय व्याप्त है. अब जमीन पर कोई अवैध कब्जा नहीं कर सकता है. अपराधियों, माफियाओं एवं गुण्डों पर जुर्माना लग रहा है और उनकी अवैध सम्पत्ति पर सरकारी बुलडोजर चल रह है. अब अपराधी उत्तर प्रदेश में गलत काम करने से पहले सौ बार सोचते हंै और यदि उसने गलती की है तो वह जेल में दुबका नजर आता है. प्रदेश सरकार माफियाराज की सफाई में जुटी है, तभी तो उत्तर प्रदेश के लोग कहते हैं कि फर्क साफ है. राज्य सरकार गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी और समाज के सभी वर्ग को सशक्त करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि कोरोना कालखण्ड में जीवन एवं जीविका दोनों को बचाया गया. ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत मिल रहे मुफ्त राशन को होली से आगे तक बढ़ा दिया गया है.

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जनपद बलरामपुर की धरती ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना अमूल्य योगदान दिया है. बलरामपुर की जनता ने नानाजी देशमुख एवं श्री अटल बिहारी वाजपेई जी के रूप में दो-दो भारत रत्नों को गढ़ा एवं संवारा है. उन्होंने 08 दिसम्बर, 2021 को हेलीकॉप्टर हादसे में दिवंगत हुए सी0डी0एस0 जनरल बिपिन रावत तथा अन्य सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सपूत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जीवन बचाने के लिए डॉक्टर जी जान से लगे हुए हैं.

इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने सरयू नहर परियोजना पर आधारित माॅडल एवं चित्रों का अवलोकन कर परियोजना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की.

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से पूर्वी उत्तर प्रदेश निरन्तर विकास पथ पर अग्रसर है. 40 वर्षाें से लम्बित सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना को प्रदेश सरकार द्वारा मात्र साढ़े चार वर्षाें में पूरा करके आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर कमलों से जनता को समर्पित किया गया है. इस परियोजना से जनपद बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर तथा महराजगंज के 6,227 ग्रामों के 30 लाख से अधिक किसान लाभान्वित होंगे.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपने ‘नदी जोड़ो परियोजना’ को पूरा करती है. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना घाघरा नदी को सरयू नदी से, सरयू नदी को राप्ती नदी से, राप्ती नदी को बाण गंगा नदी से एवं बाण गंगा को नदी रोहिन नदी से क्रमशः जोड़ती है. इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के इन 09 जनपदों की लगभग 15 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी. इस परियोजना से इस क्षेत्र के किसान सब्जी एवं बागवानी जैसे अन्य कृषिगत कार्य कर पायेंगे. कृषि उत्पादन में वृद्धि के कारण किसानों के खेत सोना उगलने का कार्य करेंगे.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना में घाघरा एवं सरयू नदी जहां मिलती है, वहां पर पहला बैराज बनाया गया है. यह बैराज नेपाल की सीमा से मात्र 07 किलो मीटर की दूरी पर है. इस परियोजना से यह क्षेत्र प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर होगा. यहां पर पर्यटन की अनेक संभावनाएं विकसित होंगी. किसानों की आमदनी बढ़ेगी, नौजवानों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे, जिससे यहां का नौजवान सक्षम एवं सामथ्र्यवान बनेगा.

प्रधानमंत्री जी ने कुछ दिन पहले ही गोरखपुर में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्थापित हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लि0 (खाद कारखाना) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एवं रीजनल मेडिकल रिसर्च सेन्टर का लोकार्पण किया है. गोरखपुर खाद कारखाना 31 वर्ष पहले बन्द हो चुका था, जो अब पहले की तुलना में चार गुना ज्यादा क्षमता के साथ कार्य कर रहा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में मेडिकल काॅलेजों की एक लम्बी श्रृंखला से हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने कहा कि रीजनल मेडिकल रिसर्च सेन्टर के स्थापित होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में दिमागी बुखार, कालाजार, मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया जैसी बीमारियों की जांच में सुविधा प्राप्त होगी. जिससे इन रोगों का इलाज हो सकेगा.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में आधारभूत अवसंरचना को लगातार विकसित किया जा रहा है. यह हमारा सौभाग्य है कि विकसित हो रही आधारभूत अवसंरचना का लोकार्पण एवं शिलान्यास प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से हो रहा है. प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लोगों की सेवा के लिए तत्पर है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जनपद सिद्धार्थनगर से 09 राजकीय मेडिकल काॅलेज प्रदेश की जनता को समर्पित किये हैं.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अन्नदाता किसानों के सम्मान की रक्षा एवं उनके जीवन में खुशहाली लाने के लिए वर्ष 2015 में ‘प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’ प्रारम्भ की थी. ‘मोर क्राप, पर ड्राॅप’ की विकासोन्मुखी सोच इस सिंचाई योजना के माध्यम से मूर्त रूप ले रही है. किसान की खुशहाली उसके खेत की खुशहाली से जुड़ी हुई है. किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लिए देश में लगभग 100 सिंचाई परियोजनाओं को  लक्षित किया गया और इन सिंचाई परियोजनाओं को समयबद्धढंग से आगे बढ़ाने का कार्य प्रारम्भ हुआ. उन्होंने कहा कि इस योजना में प्रदेश की जिन 18 परियोजनाओं का चयन किया गया था, उनमें से 17 परियोजनााएं पूरी हो गयी हैं. इन 17 सिंचाई परियोजनाओं के पूरा होने से प्रदेश की 22 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त हो रही है. प्रदेश में मध्य गंगा नहर परियोजना का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है, जो तीन जनपदों को जोड़ती है.

इस अवसर पर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में जो विकास कार्य किये गये हैं, उनसे लोगों के जीवन में सकारात्मक एवं गुणात्मक परिवर्तन आया है. हमारा देश कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाला देश है. किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए उनके खेत तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश में 70 हजार करोड़ रुपये की 99 सिंचाई परियोजनाओं को चिन्हित किया गया था. जिनमें 63 परियोजनाएं पूरी हो गयी हैं या पूरी होने की कगार पर हैं.

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपने कर कमलों से उत्तर प्रदेश की बाण सागर परियोजना, अर्जुन सहायक परियोजना का शुभारम्भ किया है और आज सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना प्रदेशवासियों को समर्पित की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से 25 लाख टन अतिरिक्त खाद्यान्न का उत्पादन होगा. देश में हर घर तक पानी पहुंचाने का कार्य चल रहा है. वर्ष 2024 तक हर घर तक पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. प्रदेश सरकार ‘हर घर जल योजना’ पर तेजी से कार्य कर रही है. प्रदेश के 01 लाख घरांे तक पीने का पानी पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि लोगों को अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए जल संरक्षण एवं प्रबन्धन के कार्याें के साथ ही पानी की उपयोगिता को भी समझना होगा.

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक, समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री, जल शक्ति

(राज्य मंत्री) श्री बलदेव सिंह ओलख, प्रान्तीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा

(राज्य मंत्री) श्री पल्टूराम सहित जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे.

यूपी में रविवार से मुफ्त राशन वितरण का महाअभियान

यूपी में 12 दिसम्बर से राशन वितरण के महा अभियान की शुरुआत होने जा रही है. सरकार इस अभियान के तहत 15 करोड़ से अधिक राशन कार्ड धारकों को बूस्टर डोज के रूप में दोगुना मुफ्त राशन देगी. देश में अब तक का यह सबसे बड़ा राशन वितरण अभियान है.

सरकार की योजना का सीधा लाभ अंत्योदय और पात्र घरेलू राशन कार्ड धारकों को मिलेगा. गरीबों,मजदूरों और किसानों को बड़ा सहारा देने के लिए शुरू हो रहे इस अभियान की निगरानी अफसरों के साथ ही सांसद और विधायक भी करेंगे.

12 दिसम्बर से शुरू होने जा रही राशन वितरण के महा अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. योजना के तहत अंत्योदय राशन कार्डधारकों और पात्र परिवारों को दोगुना राशन वितरित किया जाना है. अंत्योदय अन्न योजना के तहत लगभग 1,30,07,969 इकाइयां और पात्र घरेलू कार्डधारकों की 13,41,77,983 इकाइयां प्रदेश में हैं.

महामारी के दौर में शुरू हुई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना नवंबर में खत्म हो रही थी इसको देखते हुए सीएम योगी ने 3 नवंबर को अयोध्या में राज्य सरकार की ओर से होली तक मुफ्त राशन वितरण की घोषणा की थी. जिसके बाद से यूपी के पात्र कार्ड धारकों को हर महीने 10 किलो राशन मुफ्त दिया जा रहा है.

केंद्र ने भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया है. इतना ही नहीं यूपी सरकार राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार गेहूं और चावल मुफ्त दे रही है. राशन दुकानों से दाल, खाद्य तेल और नमक भी मुफ्त दिया जा रहा है. बता दें कि प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में भी गरीबों और बेसहारा लोगों की मदद की. 80 हजार कोटेदारों के माध्यम से राशन वितरण अभियान को हर गरीब तक पहुंचाने का बड़ा काम किया है.

24 साल तक खाद कारखाने के लिए किसी ने नहीं ली सुध

गोरखपुर खाद कारखाना, एम्स और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर के लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष के लिए नामुमकिन रहे कार्यों को पीएम मोदी ने मुमकिन बनाया है.

सीएम योगी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के हाथों तीन बड़ी विकास परियोजनाओं की सौगात पाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश अभिभूत और उद्वेलित होकर आनन्द का उत्सव मना रहा है. आज का यह कार्यक्रम उस सपने को साकार करने जैसा है जिसे विपक्ष ने नामुमकिन मान लिया था. गोरखपुर के खाद कारखाना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दशकों तक पांच सरकारों ने बंद खाद कारखाना को चलाने की हामी भरकर भी इसे असंभव मान लिया था. पर “मोदी है तो मुमकिन है” के स्थापित सत्य के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस असम्भव को भी सम्भव और नामुमकिन को मुमकिन बना दिया है. सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर का खाद कारखाना 10 जून 1999 को बंद हो गया था. 1990 से लेकर 2014 तक 24 वर्षों में किसी ने भी इसकी सुध नहीं ली. 22 जुलाई 2016 को पीएम मोदी ने इसका शिलान्यास किया तो आज इसका उद्घाटन भी उन्हीं के करकमलों से हो रहा है. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस खाद कारखाने की क्षमता पुराने कारखाने से चार गुना अधिक है.

इंसेफेलाइटिस से मौतों पर 40 सालों तक तमाशबीन रहीं सरकारें

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश को लेकर लगातार यही माना जाता था यह क्षेत्र बीमारू है. मलेरिया, कालाजार, इंसेफलाइटिस और अन्य विषाणु जनित रोगों से 40 सालों तक लगातार हजारों मौतें होती रही लेकिन केंद्र व राज्य सरकारें मौन धारण कर तमाशबीन बनी रहती थीं. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के प्रति संवेदना और आत्मनिर्भरता के सपनों को सजाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की परिणति से एम्स का शिलान्यास भी उन्हीं के हाथों हुआ और लोकार्पण भी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है और आज वह 17 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सिनेशन से आच्छादित करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान पीएम मोदी के नेतृत्व में ही चलाया गया है. कोरोना प्रबंधन को लेकर पूरी दुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोहा माना है.

खड़ी हो रही मेडिकल कॉलेजों की लंबी श्रृंखला

सीएम योगी ने कहा कि 2014 में पूर्वी उत्तर प्रदेश में चिकित्सा के बड़े केंद्र के रूप में इकलौता गोरखपुर का मेडिकल कॉलेज था. आज यहां एम्स भी है और गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक भी, जिसका उद्घाटन इसी भूमि पर पीएम मोदी ने 2019 में किया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की लंबी श्रृंखला खड़ी हो रही है. 20 17 तक प्रदेश के निजी व सरकारी क्षेत्र में मिलाकर सिर्फ 17 मेडिकल कॉलेज थे. आज 59 जिलों में मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिल गई है या उन पर काम चल रहा है. शेष बचे 16 जिलों के लिए भी युद्ध स्तर पर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है उन्होंने बताया कि देवरिया, सिद्धार्थनगर, बस्ती, बहराइच, अयोध्या में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ हो गया है जबकि कुशीनगर, बलरामपुर,गोंडा आदि जिलों में निर्माण कार्य शुरू हो गया है.

अब गोरखपुर में ही विश्व स्तरीय जांच की सुविधा

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गोरखपुर में इंसेफलाइटिस मरीजों के सैंपल जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे भेजे जाते थे. जब तक जांच कंफर्म होती थी तब तक मरीज या तो मर जाता था या दिव्यांगता का शिकार हो जाता था. आज पीएम के हाथों मिले आरएमआरसी की सौगात से गोरखपुर में ही विश्वस्तरीय जांच की सुविधा उपलब्ध हो गई है. कोरोना, इंसेफेलाइटिस, कालाजार, डेंगू जैसे वेक्टर डिजीज की जांच की सुविधा अब यही मिलने लगेगी.

आज मिली.परियोजनाओं की सौगात आत्मनिर्भर भारत की नई तस्वीर

सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव और चौरीचौरा शताब्दी महोत्सव के अवसर पर पीएम के हाथों मिली इन बड़ी परियोजनाओं की सौगात आत्मनिर्भर भारत की नई तस्वीर है. इसे प्रस्तुत करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं.

सामरोह में इनकी रही प्रमुख सहभागिता

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह,  राज्य सरकार के मंत्रीगण सूर्य प्रताप शाही, स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान, जयप्रताप सिंह, डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी, जयप्रकाश निषाद, उपेंद्र तिवारी,श्रीराम चौहान, आनंद स्वरूप शुक्ल, राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ल, बृजलाल, जयप्रकाश निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, कमलेश पासवान, रमापति राम त्रिपाठी, जगदम्बिका पाल, हरीश द्विवेदी, विजय दूबे, रविंद्र कुशवाहा, प्रवीण निषाद, महापौर सीताराम जायसवाल, विधायकगण डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, बिपिन सिंह, संत प्रसाद, संगीता यादव, शीतल पांडेय समेत आसपास के जिलों के कई विधायक, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह आदि.

Top 10 Revenge Story In Hindi: बदले की टॉप 10 बेस्ट कहानियां हिंदी में

Top 10 Revenge Story In Hindi: अक्सर सुनने को मिलता है कि किसी ने बदले की भावना में कुछ ऐसा कर दिया जिससे उसकी जिंदगी ही खराब हो गई. लोग एक-दूसरे को नीचा दिखाने के चक्कर में क्या कुछ कर गुजरते हैं. तो इस आर्टिकल में आपके लिए लेकर आए हैं टॉप 10 रिवेंज स्टोरी. इन कहानियों को पढ़कर आप जान पाएंगे कि  ‘बदले की भावना’ सही है या गलत? तो पढ़िए सरस सलिल की टॉप ’10 बदले की कहानियां’ हिंदी में…

  1. मरहम: गुंजन ने अभिनव से क्यों बदला लिया?

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गुंजन जल्दीजल्दी काम निबटा रही थी. दाल और सब्जी बना चुकी थी. बस, फुलके बनाने बाकी थे. तभी अभिनव किचन में दाखिल हुआ और गुंजन के करीब रखे गिलास को उठाने लगा. उस ने जानबूझ कर गुंजन को हौले से स्पर्श करते हुए गिलास उठाया और पानी ले कर बाहर निकल गया.

गुंजन की धड़कनें बढ़ गईं. एक नशा सा उस के बदन को महकाने लगा. उस ने चाहत भरी नजरों से अभिनव की तरफ देखा जो उसे ही निहार रहा था. गुंजन की धड़कनें फिर से ठहर गईं. उसे लगा, जैसे पूरे जहान का प्यार लिए अभिनव ने उसे आगोश में ले लिया हो और वह दुनिया को भूल कर अभिनव में खो गई हो.

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2. देह से परे: मोनिका ने आरव से कैसे बदला लिया?

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लिफ्ट बंद है फिर भी मोनिका उत्साह से पांचवीं मंजिल तक सीढि़यां चढ़ती चली गई. वह आज ही अभी अपने निर्धारित कार्यक्रम से 1 दिन पहले न्यूयार्क से लौटी है. बहुत ज्यादा उत्साह में है, इसीलिए तो उस ने आरव को बताया भी नहीं कि वह लौट रही है. उसे चौंका देगी. वह जानती है कि आरव उसे बांहों में उठा लेगा और गोलगोल चक्कर लगाता चिल्ला उठेगा, ‘इतनी जल्दी आ गईं तुम?’ उस की नीलीभूरी आंखें मारे प्रसन्नता के चमक उठेंगी.

इन्हीं आंखों की चमक में अपनेआप को डुबो देना चाहती है मोनिका और इसीलिए उस ने आरव को बताया नहीं कि वह लौट रही है. उसे मालूम है कि आरव की नाइट शिफ्ट चल रही है, इसलिए वह अभी घर पर ही होगा और इसीलिए वह एयरपोर्ट से सीधे उस के घर ही चली आई है. डुप्लीकेट चाबी उस के पास है ही. एकदम से अंदर जा कर चौंका देगी आरव को. मोनिका के होंठों पर मुसकराहट आ गई.

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3. बदला: सुगंधा ने कैसे लिया रमेश से बदला

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‘‘सुगंधा, तुम बहुत खूबसूरत हो. तुम्हारी खूबसूरती पर मैं एक क्या कई जन्म कुरबान कर सकता हूं.’’ ‘‘चलो हटो, तुम बड़े वो हो. कुछ ही मुलाकातों में मसका लगाना शुरू कर दिया. मुझे तुम्हारी कुरबानी नहीं, बल्कि प्यार चाहिए,’’ फिर अदा से शरमाते हुए सुगंधा ने रमेश के सीने पर अपना सिर टिका दिया.

रमेश ने सुगंधा के बालों में अपनी उंगलियां उलझा दीं और उस के गालों को सहलाते हुए बोला, ‘‘सुगंधा, मैं जल्दी ही तुम से शादी करूंगा. फिर अपना घर होगा, अपने बच्चे होंगे…’’ ‘‘रमेश, तुम शादी के वादे से मुकर तो नहीं जाओगे?’’

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4. यह कैसा बदला

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मृदुल को अब अहसास हो रहा था कि बदले की आग ने उसे ही झुलसा कर रख दिया है… और फिर बदला भी कैसा? उस के साथ किसी और ने अपराध किया और उस ने किसी और से बदला लिया. उसे ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए था.

पुलिस मृदुल के पीछे पड़ी हुई थी और यकीनन उसे पकड़ लेगी. उस के 2 साथियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया था. क्या करे क्या न करे, उस की समझ में नहीं आ रहा था.

तकरीबन 3 महीने पहले तक मृदुल की जिंदगी काफी अच्छी चल रही थी. वह एक एयर कंपनी में पायलट था. वह थाईलैंड में रहता था और अच्छी जिंदगी जी रहा था. वैसे तो तकरीबन हर देश में उसे जाना होता था, पर ज्यादातर वह भारत और यूरोप ही जाता था.

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5.धनिया का बदला

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‘‘अरे, आओ रे छंगा… गले लग जाओ हमारे… आज कितने बरसों के बाद तुम से मुलाकात हो रही है… कितने दुबले हो गए हो तुम… खातेवाते नहीं हो क्या?’’ बीरू ने अपने भाई से कहा.

‘‘हां भाई बीरू… तुम तो जानते हो… इस खेतीकिसानी का काम करने के बाद कमबख्त चूल्हाचौका तो होने से रहा हम से… दिनभर की मेहनत के बाद जो भी बन पड़ता है बना लेते हैं और खा कर सो जाते हैं.’’

‘‘कोई बात नहीं छंगा भैया… अब हम आ गए हैं… कामधाम में तुम्हारा हाथ बंटाएंगे और तुम्हारी भाभी तुम को खूब दूधमलाई खिलाएंगी… और ये तुम्हारी 2 भतीजियां हैं, इन के साथ खूब खुश रहोगे तुम भी और हम भी.

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6. मालती का बदला: दिलावर सिंह से मालती ने कैसे बदला लिया

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मालती पुणे शहर में नईनई आई थी. वह भारतीय स्टेट बैंक में एक कैशियर थी. अपने काम के प्रति वह बहुत गंभीर रहती थी. ऐसे में मजाल है कि उस से कोई गलती हो जाए. वह बेहद खूबसूरत थी. जब वह मुसकराती तो लोगों के दिलों पर बिजली सी गिर जाती थी.

एक दिन वह सिर झुका  कर बैंक में बैठी अपना काम निपटा रही थी कि एक बुलंद आवाज ने उस का ध्यान तोड़ दिया. एक मोटेतगड़े आदमी ने कहा, ‘‘ऐ लौंडिया, पहले मेरा काम कर.’’ उस आदमी का नाम दिलावर सिंह था.

मालती ने देखा कि वह आदमी 2 गनमैन के साथ खड़ा था. उसे देख कर बैंक के सारे कर्मचारी खड़े हो गए. मैनेजर खुद बाहर आ कर उस से बोला, ‘‘दिलावर सिंहजी, चलिए मेरे चैंबर में चलिए. मैं खुद आप का काम करवा दूंगा.’’

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7. तमाचा : सानिया ने कैसे लिया अपना बदला

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सानिया की सहेलियों को उस से जलन हो रही थी. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि सानिया का रिश्ता इतने बड़े घर में हो जाएगा.

सानिया के अब्बा एक मामूली से फोटोग्राफर थे, जबकि उस के होने वाले ससुर एक बड़े बिजनेसमैन थे. सानिया को उस की सास ने एक शादी में देखा था और तभी उसे पसंद कर लिया था. फिर जल्दी ही उस का रिश्ता भी तय हो गया.

आज सानिया की शादी थी. लाल जोड़े में उस का हुस्न और निखर आया था. सभी सहेलियां उसे घेर कर बैठी थीं और हंसीमजाक कर रही थीं.

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8. मिशन पूरा हुआ : लक्ष्मी ने कैसे लिया इज्जत का बदला

revenge story in hindi

‘‘अरे ओ लक्ष्मी…’’ अखबार पढ़ते हुए जब लक्ष्मी ने ध्यान हटा कर अपने पिता मोड़ीराम की तरफ देखा, तब वह बोली, ‘‘क्या है बापू, क्यों चिल्ला रहे हो?’’ ‘‘अखबार की खबरें पढ़ कर सुना न,’’ पास आ कर मोड़ीराम बोले.

‘‘मैं तुम्हें नहीं सुनाऊंगी बापू?’’ चिढ़ाते हुए लक्ष्मी अपने बापू से बोली. ‘‘क्यों नहीं सुनाएगी तू? अरे, मैं अंगूठाछाप हूं न, इसीलिए ज्यादा भाव खा रही है.’’

‘‘जाओ बापू, मैं तुम से नहीं बोलती.’’ ‘‘अरे लक्ष्मी, तू तो नाराज हो गई…’’ मनाते हुए मोड़ीराम बोले, ‘‘तुझे हम ने पढ़ाया, मगर मेरे मांबाप ने मुझे नहीं पढ़ाया और बचपन से ही खेतीबारी में लगा दिया, इसलिए तुझ से कहना पड़ रहा है.’’

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9. अनोखा बदला : राधिका ने कैसे लिया बदला

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‘‘तुम क्या क्या काम कर लेती हो?’’ केदारनाथ की बड़ी बेटी सुषमा ने उस काम वाली लड़की से पूछा. सुषमा ऊधमपुर से अपने बाबूजी का हालचाल जानने के लिए यहां आई थी.

दोनों बेटियों की शादी हो जाने के बाद केदारनाथ अकेले रह गए थे. बीवी सालभर पहले ही गुजर गई थी. बड़ा बेटा जौनपुर में सरकारी अफसर था. बाबूजी की देखभाल के लिए एक ऐसी लड़की की जरूरत थी, जो दिनभर घर पर रह सके और घर के सारे काम निबटा सके.

‘‘जी दीदी, सब काम कर लेती हूं. झाड़ूपोंछा से ले कर खाना पकाने तक का काम कर लेती हूं,’’ लड़की ने आंखें मटकाते हुए कहा. ‘‘किस से बातें कर रही हो सुषमा?’’ केदारनाथ अपनी थुलथुल तोंद पर लटके गीले जनेऊ को हाथों से घुमाते हुए बोले. वे अभीअभी नहा कर निकले थे. उन के अधगंजे सिर से पानी टपक रहा था.

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10. हिम्मती गुलाबो : कैसे लिया गुलाबो ने बदला

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गांव में रह कर राजेंद्र खेतीबारी का काम करता था. उस के परिवार में पत्नी शैलजा, बेटा रोहित व बेटी गुलाबो थी. रोहित गांव के ही प्राइमरी स्कूल में चौथी जमात में पढ़ता था, जबकि उस की बहन गुलाबो इंटरमीडिएट स्कूल में 10वीं जमात की छात्रा थी. परिवार का गुजारा ठीक ढंग से हो जाता था, इसलिए राजेंद्र की इच्छा थी कि उस के दोनों बच्चे अच्छी तरह से पढ़लिख जाएं. गुलाबो अपने नाम के मुताबिक सुंदर व चंचल थी. ऐसा लगता था कि वह संगमरमर की तराशी हुई कोई जीतीजागती मूर्ति हो. वह जब भी साइकिल से स्कूल आतीजाती थी, तो गांव के आवारा, मनचले लड़के उसे देख कर फब्तियां कसते और बेहूदा इशारे करते थे.

गुलाबो इन बातों की जरा भी परवाह नहीं करती थी. वह न केवल हसीन थी, बल्कि पढ़ने में भी हमेशा अव्वल रहती थी. वह स्कूल की सभी सांस्कृतिक व खेलकूद प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती थी. वह स्कूल की कबड्डी व जूडोकराटे टीम की भी कप्तान थी.

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2,503 कन्याओं का विवाह ‘कन्या विवाह सहायता योजना’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज जनपद कुशीनगर में श्रम विभाग के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 2,503 कन्याओं के विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. गोरखपुर मण्डल से सम्बन्धित जनपदों की इन कन्याओं का विवाह ‘कन्या विवाह सहायता योजना’ के तहत सम्पन्न हुआ. इसमें जनपद कुशीनगर की 654, जनपद गोरखपुर की 817, जनपद महराजगंज की 634 तथा जनपद देवरिया की 398 कन्याएं सम्मिलित हैं. इस समारोह में 138 मुस्लिम तथा 122 बौद्ध जोड़ों का विवाह भी सम्पन्न हुआ. मुख्यमंत्री जी द्वारा 11 नवविवाहित दम्पत्तियों को प्रतीक स्वरूप प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया.

मुख्यमंत्री जी ने सामूहिक विवाह समारोह में परिणय सूत्र में बंधने वाले सभी जोड़ों को सौभाग्यशाली बताते हुए उन्हें हार्दिक बधाई और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि इस आयोजन में मुख्यमंत्री, मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण की उपस्थिति लोकतंत्र की ताकत को दर्शाती है. उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य सहित उनके विभाग की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि श्रम विभाग ने शासन की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाया है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की परम्परा में कन्यादान महादान माना गया है. वर्तमान सरकार इस प्रकार के कार्यक्रमों से जुड़ रही है. उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जाति, मत, मजहब, क्षेत्र तथा भाषा का कोई भेदभाव नहीं किया गया है. सभी पात्र लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. वर्ष 2017 के पहले भी श्रम विभाग था, लेकिन तब शासन की योजनाओं का लाभ गरीबों, मजदूरों, किसानों, युवाओं तथा महिलाओं को नहीं मिल पाता था. वर्तमान सरकार के गठन के बाद प्रत्येक जरूरतमन्द को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर ने जो संविधान दिया, उसमें सभी के लिए समान अधिकार की व्यवस्था की गयी है. केन्द्र और प्रदेश सरकार इसी समान अधिकार के तहत बिना भेदभाव समाज के अन्तिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है. शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, निःशुल्क विद्युत कनेक्शन, 05 लाख रुपये की आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को बिना भेदभाव के दिया जा रहा है. केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं व्यवस्थित रूप में आगे बढ़ रही हैं. किसानों को शासन की योजनाओं का पूरा लाभ दिया जा रहा है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार के प्रयास से 43 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराये गये हैं. 02 करोड़ 61 लाख शौचालय, 01 करोड़ 40 लाख गरीबों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन, 01 करोड़ 56 लाख निःशुल्क रसोई गैस, 90 लाख लोगों को निराश्रित महिला पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन तथा दिव्यांगजन पेंशन का लाभ दिया जा रहा है. 02 करोड़ 54 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्रदान की गयी है. यह सब तब सम्भव हुआ है, जब अपने-पराये का भेदभाव समाप्त हुआ. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ जब एक साथ मिलते हैं, तो सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं. सामूहिक विवाह का कार्यक्रम इसी का प्रतिफल है. सामूहिक विवाह के दो लाभ होते हैं. इससे बाल विवाह और दहेज प्रथा दोनों पर अंकुश लगता है. उन्होंने कहा कि आज गांव की बेटी सबकी बेटी का भाव देखने को मिलता है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के कारण कई देशों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया, लेकिन प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सहित भारत में कोरोना के सफल प्रबन्धन की मिसाल पूरी दुनिया ने देखी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश में कोरोना की निःशुल्क जांच तथा उपचार की व्यवस्था के साथ ही सभी को निःशुल्क वैक्सीन भी उपलब्ध करायी है. आज भारत में लगभग 125 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. उत्तर प्रदेश में भी अब तक 16 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जब लॉकडाउन जारी हुआ था, तब उत्तर प्रदेश देश की पहली सरकार थी, जिसने 54 लाख गरीबों, श्रमिकों तथा मजदूरों के लिए भरण-पोषण भत्ते की व्यवस्था की थी. सरकार ने निःशुल्क खाद्यान्न वितरण भी प्रारम्भ किया, जो अनवरत जारी है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक गरीब को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान किया जा रहा है. इसके तहत  अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलो निःशुल्क खाद्यान्न तथा पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट 05 किलो निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान किया जा रहा है. साथ ही, राज्य सरकार द्वारा भी अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलो निःशुल्क खाद्यान्न के साथ 01 किलो दाल, 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो चीनी, 01 किलो नमक प्रदान किया जा रहा है. इसी प्रकार पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट 05 किलो निःशुल्क खाद्यान्न के साथ 01 किलो दाल, 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो नमक भी प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने नेशनल पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू किया है, जिससे श्रमिक कहीं भी अपना राशन प्राप्त कर सकता है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रमिक राष्ट्र का निर्माता है. इसके श्रम, परिश्रम तथा पुरुषार्थ से राष्ट्र की नींव पड़ती है. श्रमिक जितना मजबूत होगा, देश भी उतना मजबूत होगा. श्रमिक रोजगार के लिए विभिन्न राज्यों अथवा जनपदों में भ्रमण करता है. इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के बच्चों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना करायी जा रही है. इन विद्यालयों के माध्यम से श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी, जिससे इनके बच्चे भी महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हितों में निर्णय लिया है कि कोई भी श्रमिक प्रवासी हो अथवा निवासी हो, उसे 02 लाख रुपये की सामाजिक सुरक्षा की गारण्टी तथा 05 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाएगा.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अभी विगत दिनों जनपद कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन किया है. इस एयरपोर्ट में वायु सेवाएं प्रारम्भ हो चुकी हैं. इसके अलावा, जनपद में एक मेडिकल कॉलेज भी बनने जा रहा है, जिससे कुशीनगरवासियों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह मेडिकल कॉलेज जनपद कुशीनगर की शान का प्रतीक होगा.

सामूहिक विवाह के इस कार्यक्रम में प्रत्येक वर-वधू द्वारा मास्क के प्रयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना दुनिया के कई देशों में कहर ढा रहा है. प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश ने कोरोना पर सफल नियंत्रण पा लिया, लेकिन दुनिया में संक्रमण के नये दौर को लेकर हमें सतर्कता पर पूरा ध्यान देना होगा. इसलिए ‘दो गज की दूरी मास्क है जरूरी’ मंत्र का अनुसरण करते हुए यह भी आवश्यक है कि सभी लोग समय से कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लें. निःशुल्क वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करें. जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवायी है, उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि वैक्सीन ही कोरोना से बचाव का एक महत्वपूर्ण साधन है.

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बिना भेदभाव के समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. श्रमिक अपने कार्य के लिए विभिन्न स्थानों पर जाते रहते हैं. ऐसे में उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा रही है.

राज्य सरकार द्वारा इन विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा सुविधा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के माध्यम से श्रमिकों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आया है. प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के हितों के दृष्टिगत 18 जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं.

गोवा फिल्म फेस्टिवल में यूपी की फिल्म पॉलिसी की सराहना

गोवा में आयोजित इन्टेरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आफ इन्डिया-2021 में यूपी की फिल्म पॉलिसी को खूब सराहना मिल रही है. यहां यूपी के फिल्म बन्धु का स्टॉल भी लगाया गया है जिसका उदघाटन मशहूर फिल्म निर्माता, निर्देशक रणधीर कपूर और राहुल रावेल ने किया. वहीं फिल्म बन्धु के अध्यक्ष नवनीत सहगल और सचिव शिशिर के मार्गदर्शन में एक डेलीगेशन प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुंचा है.

फिल्म बन्धु के स्टॉल का उदघाटन करते हुए मशहूर फिल्म निर्देशक रणधीर कपूर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की और कहा कि उनकी दमदार फिल्म नीति की वजह से ही समस्त निर्माता, निर्देशक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि आज गोवा में आयोजित फिल्म समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार का फिल्म बन्धु स्टाल का उद्घाटन उनके द्वारा हो रहा है. फिल्म निर्देशक राहुल रावेल ने यूपी को एक अद्भुत स्थान बताया. उन्होंने कहा कि यहां पर ज्यादा से ज्यादा फिल्में बननी चाहिये. उन्होंने यूपी सरकार के कार्यों तथा फिल्म नीति की खूब सराहना की. इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित निर्माता, निर्देशक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

दुनिया भर से आए निर्माता, निर्देशकों को एलडीडी पर दिखाई जा रहीं यूपी की शूटिंग लोकेशन

गोवा फिल्म फेस्टिवल में लगाए गए फिल्म बन्धु के स्टॉल पर यूपी सरकार की फिल्म नीतियों का प्रचार-प्रसार बुकलेट, फोल्डर देकर और एलईडी से किया जा रहा है. पूरी दुनिया से आये कलाकारों, निर्देशकों, निर्माताओं, टेकनिकल विशेषज्ञों से सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन, नीति और यूपी की खूबसूरत फिल्म शूटिंग लोकेशन के बारे में चर्चा की जा रही है और प्रसारण किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश फिल्म बन्धु के उप निदेशक दिनेश कुमार सहगल ने निर्देशक रणधीर कपूर और राहुल रावेल से मुलाकात कर उनको उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण करने का न्योता भी दिया. बता दें कि गोवा फिल्म फेस्टिवल में यूपी की फिल्म पॉलिसी पर मशहूर फिल्म निदेशक करन जौहर तो इतने फिदा हो गये कि उनसे यह कहे बिना नहीं रहा गया कि यूपी के लखनऊ और वाराणसी में फिल्म शूट करो तो कहानियां अपने आप उभर जाती हैं.

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