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सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड्स 2025
कविता
रोमांटिक स्टोरी
तपस्या- भाग 1: क्या शिखर के दिल को पिघला पाई शैली?
कविता
खुद के जाम से पी लो दो घूंट जिंदगी के
कविता
अपने प्यार से मेरा तन मन नहला दो न
कविता
रूप को आंख से भी जरा पीया कीजे
कविता
भर कर अपनी बांहों में खूब प्यार कीजिए
लेटेस्ट
कविता
काश तुम पर हम इस तरह फिदा न होते
कविता
प्यार तो वो भी करते हैं पर इकरार अभी बाकी है
कविता
यों पुकारो प्यार से मुझ को मन लहर लहर लहराए
कविता
क्या कोई भी आदर्श बन सकता है
कविता
सुन ली है मैंने तेरे कदमों की आहट
कविता
इस कली से हमें भी खेल लेने दो
कविता
छूता हूं जो भी दामन वो ही नम होता है
कविता
छू कर मदहोश कर दे तू मुझे
कविता
करूं तुम्हारे लिए मैं सिंगार बताओ कैसे
कविता
आंखों में ही बात होती तो क्या होती
कविता
आंखो से पिला दे जन्नत की सैर करा दे
कविता
नजरों से चूम लिया गोरा तन तुम्हारा
कविता
सूरत से क्या लेना आज भी दो दिल टकराते हैं
कविता
हर इक बात का किस्सा बनता चला गया
कविता
देख कर गालों की रंगत गोरी लजाने लगी
कविता
बदन तेरा लगे जैसे नमक में नहाया
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