लौकडाउन के बावजूद लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, न सिर्फ  निकल रहे हैं, बल्कि भीड़ भी इकट्ठी हो रही है अगर ये सब नहीं रुका तो इस बात में कोई दोराय नहीं है कि भारत पर बहुत बड़ा संकट आ सकता है ये बात खुद एक्सपर्ट्स कह रहे हैं. कोरोना जिस तरीके से फैलता है ऐसे में इन पलायन कर रहे मजदूरों को रोका नहीं गया यदि सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो स्थिति बहुत बिगड़ जाएगी फिर आप वो दिन भी दूर नहीं जब देश में कोरोना अपनी थर्ड स्टेज में पहुंच जाएगा. अब आप खुद सोचिए कि जो मजदूर पलायन कर रहें हैं वो एक साथ भीड़ में इकट्ठा होकर निकल रहे हैं वो कितने सारे लोगों के संपर्क में आ रहे हैं.

पैदल जा रहे हैं रास्ते में कई जगह रुक भी रहे हैं.सोशल डिस्टेंस की बात की जा रही है ताकि कोरोना अपनी थर्ड स्टेज पर न पहुंच पाए लेकिन फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं है.लेकिन यहां पर बात ये भी है कि जो दिहाड़ी मजदूर हैं उनकी मजबूरी है पलायन करना क्योंकि लॉकडाउन की वजह से उनका काम रुक गया है न कमा पा रहे हैं न खाने को कुछ है तो ऐसे में उनकी मजबूरी है पलायन करना लेकिन अब सबसे बड़ा खतरा यही है कि कोरोना और भी ज्यादा बढ़ सकता है.

ये भी पढ़ें- #Coronavirus: यूपी के बरेली में मजदूरों को नहलाया गया कैमिकल के पानी से

आज एक खबर राजस्थान के डूंगरपुर से आई जहां इंदौर से 2 बाप-बेटे बाइक से ट्रैवल करके अपने गांव राजस्थान के डूंगरपुर पहुंचे थे बाद में वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इन बाप बेटे ने कुल 300 किलोमीटर 6 घंटे 42 मिनट का सफर तय किया और इस सफर में ये बाप बेटे कितने लोगों से मिले होंगे? कहां-कहां रुके होंगे, कितनी चीजों को छुआ होगा, रास्ते में कितनों के संपर्क में आए होंगे और तो और अपने घर पहुंचकर कितने लोगों के संपर्क में आए होंगे? ये कुछ ऐसे सवाल चिंता बढ़ाने वाले हैं क्योंकि वो कोरोना पॉजिटिव हैं.

हालांकि सरकार प्रवासियों पर एक्शन लेती दिख रही है बहुत जल्द इस पर रोक भी लग जाएगी और ने भरोसा दिलाया है कि जो भी लोग फंसे हैं उनके खाने का भी पूरा खयाल रखा जाएगा उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. गृह मंत्रालय ने स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड को प्रवासियों की मदद में देने का ऐलान कर दिया है. देश के जिस भी हिस्से में प्रवासी फंसे हैं उन प्रवासीयों को गृह मंत्रालय डिजास्टर रिलीफ फंड से खाना,  रहना, मेडिकल केयर, कपड़े  उपलब्ध कराएगा क्योंकि लौकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.

ये भी पढ़ें- #Lockdown: बेजुबानों का भी है शहर

कोरोना के चलते लौकडाउन की वजह से कई यात्री जम्मू में फंस गए हैं. ये यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यहां आए थें. हालांकि इन लोगों के लिए खालसा एड फाउंडेशन की तरफ से लंगर की व्यवस्था भी की गई है.कई जगहों पर प्रशासन जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आया है.अब रेलवे ने भी गरीब लोगों के लिए खाने व्यवस्था की  है. रेलवे दिल्ली में चार मुख्य रेलवे स्टेशन जैसे निजामुद्दीन, नई दिल्ली, आनंद विहार और शकूर बस्ती स्टेशन के बाहर करीब 20 हजार लोगों को खाना खिलाएगी. चंडीगढ़ प्रशासन ने भी गुरुद्वारों की मदद से जरूरतमंदों के लिए खाना पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है.सभी जरूरतमंद लोगों को दोनो वक्त खाना दिया जा रहा है ताकि कोई भी भूखा ना रहे.लेकिन फिर भी अंत में सवाल वही की लोगों के पलायन से जो खतरा आता दिख रहा है अब तक उसे कैसे रोका जाए.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...