साल 2011 से बौलीवुड में कदम रखने वाली सनी लियोनी ने अपनी एक खास जगह बना ली है. उन्हें आज हर तरह की फिल्में और टीवी शो में काम करने का मौका मिल रहा है. आज उन का नाम हर फिल्मकार, डायरैक्टर जानता है. इस कामयाबी के पीछे उन का सैक्सी लुक है, जिस की मांग आजकल के फिल्मकारों को होती है. कनाडा के ओन्टारिओ में जनमी सनी लियोनी का असली नाम करनजीत कौर वोहरा है. उन के पिता चंडीगढ़ के पंजाबी सिख हैं और मां हिमाचल प्रदेश के सिरमौर की हैं. बचपन से ही सनी चुस्त थीं. हमेशा लड़कों के साथ हौकी खेलती थीं. उन्हें आइस स्कैटिंग करना पसंद था. जब करनजीत कौर 13 साल की थीं, तब उन के माता पिता अमेरिका के कैलीफोर्निया में जा कर बस गए थे. वहीं उन की पढ़ाई हुई. पहले उन की इच्छा थी कि वे नर्स बनें. डाक्टर के काम से भी ज्यादा वे नर्स के काम को अहम मानती थीं. इस के लिए उन्होंने नर्स का कोर्स भी किया.
कोर्स के दौरान वहां उन के साथ पढ़ रही किसी दोस्त के कहने पर मौडलिंग के लिए वे एक फोटोग्राफर से मिलीं. पोज दिया और एक मैगजीन के कवर पर आईं. यहीं से उन के पोर्न स्टार बनने की नींव पड़ गई. सनी लियोनी ने 21 साल की उम्र में पोर्न इंडस्ट्री में कदम रखा था. मैगजीन के कवर पेज पर उन की फोटो आने के बाद सनी के पास औफरों की भरमार लग गई थी. अमेरिका के सब से बड़े पोर्न प्रोडक्शन हाउस के साथ सनी लियोनी को 3 साल का एग्रीमेंट मिला. साथ ही, उन्हें पोर्न फिल्म इंडस्ट्री में भी ऐंट्री मिली. शुरूशुरू मे सनी लियोनी केवल समलैंगिक पोर्न फिल्में ही किया करती थीं, जिन में वे सिर्फ लड़कियों के साथ काम करती थीं. बाद में उन की पौपुलैरिटी को देख कर उन्हें मर्दों के साथ भी फिल्म करने के औफर मिलने लगे. सनी लियोनी भारत में ‘बिग बौस’ शो के जरीए आईं, जहां वे 49 दिन रहीं. वहीं पर महेश भट्ट ने उन्हें फिल्म ‘जिस्म 2’ का औफर दिया, जिसे उन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया. यहीं से उन के बौलीवुड का सफर शुरू हुआ. इस के बाद ‘रागिनी एमएमएस 2’, ‘एक पहेली लीला’, ‘मस्तीजादे’, ‘वन नाइट स्टैंड’ जैसी कई फिल्मों में उन्होंने काम किया. उन्हें हिंदी बोलना और समझना अच्छी तरह आता है. वे नौजवानों की पसंदीदा हीरोइन हैं. इसलिए टैलीविजन शो ‘स्प्लिट्सविला 9’ शो होस्ट किया है. उन से मिल कर बात करना रोचक था. पेश हैं, उन से हुई बातचीत के खास अंश:
इस शो से जुड़ने की वजह? आप का सैक्सी लुक कितना सब को अपनी ओर खींचता है?
दरअसल, मुझे इस शो की थीम काफी पसंद आई और मैं अपने सैक्सी लुक पर कभी भी ज्यादा ध्यान नहीं देती. यह सही है कि सैक्सी लुक की वजह से ही मैं इस शो का हिस्सा बनी हूं. इस शो के सभी लड़के और लड़कियां गुड लुकिंग हैं. लड़के तो सारे सिक्स पैक ऐब्स वाले हैं. सब की अच्छी बौडी है. लड़कियां भी खूबसूरत हैं.
प्यार में जिस्मानी खिंचाव का होना कितना जरूरी होता है?
सब से पहले तो आप अपने साथी की पर्सनैलिटी को देखते हैं. उस की कदकाठी, चेहरा, बाल वगैरह सबकुछ. उस के बाद उस से प्यार होता है. अगर वही सही नहीं, तो खिंचाव कैसा और प्यार कैसा?
आप ने हिंदी कैसे सीखी, जबकि आप विदेश में पलीबढ़ी हैं?
मैं ने हिंदी सीखने के लिए एक टीचर रखा था. मेरे लिए हर कोई ट्यूटर है. मेरे स्टाफ से ले कर टीम के सारे लोग, जिन से मैं कुछ न कुछ हमेशा सीखती रहती हूं.
विदेश और भारत की फिल्म इंडस्ट्री में आप क्या फर्क पाती हैं?
दोनों में बहुत फर्क है. यहां मुझे ज्यादातर काम मेरे फिगर पर मिल रहा है, जबकि अमेरिका में मेरी पहचान अलग थी. मैं ने कभी सोचा नहीं था कि मुझे यहां इतना काम मिलेगा. मेरे लिए यहां काम करना अपने सपने को पूरा होने वाली बात साबित हुई है.
अब तक का सफर कैसा रहा?
5 साल के इस सफर में बहुत सारे उतारचढ़ाव आए. कुछ खराब आए, जिस से मैं ने बाहर निकलना सीखा और यह भी सीखा कि आगे कैसे बढ़ना है. लोगों ने मेरी पिछली जिंदगी के बारे में पूछा, पर मैं क्या कर सकती थी. मैं ने उस का जवाब दिया. मुझे जो काम मिला, मैं ने किया. उस समय मुझे वह ठीक लगा. अब नहीं लगता, इसलिए कुछ अलग करने की कोशिश चल रही है.
जब आप की एक अलग पहचान बन जाती है, तो आप की जिंदगी खुली किताब होती है. आप कुछ छिपा नहीं सकते.
यहां की संस्कृति से आप कैसे तालमेल बिठाती हैं?
मैं पंजाबी हूं. मुझे यहां के संस्कार पता हैं. यहां का खाना मैं बहुत पसंद करती हूं. काम के समय मैं कुछ भी खा लेती हूं. पर हर शुक्रवार और शनिवार को पिज्जा नाइट या इटालियन फूड का दिन होता है, जबकि ‘रविवार’ को सब्जी, दाल, रोटी, चावल सब खाती हूं.
अब तक का सब से अच्छा कौंप्लिमैंट क्या था?
जब फिल्म ‘बेईमान लव’ रिलीज हुई, इस में मैं ने वह भूमिका निभाई थी, जो पहले कभी नहीं की थी. लोगों ने मेरे काम को देखा और उन्हें लगा कि मैं भी कुछ ऐक्टिंग कर सकती हूं. इस से पहले भी कौंप्लिमैंट्स मिले थे, पर वे मेरी एडल्ट फिल्मों के लिए मिले थे. कोई भी ऐक्टिंग आसान नहीं होती.
एडल्ट फिल्मों से फैमिली फिल्मों में आने की अपनी इमेज को आप कैसे देखती हैं?
मैं ने कभी अपनी इमेज को बदलना नहीं चाहा. मुझे अपनी जिंदगी से प्यार है. मैं जो भी हूं, उस में खुश हूं. अभी मेरी सारी फिल्में सीरियस परफोर्मैंस वाली हैं, एडल्ट नहीं. अगर दर्शकों को वे फिल्में पसंद आएंगी, तो मैं और ज्यादा वैसी फिल्में करूंगी.
‘एडल्ट’ फिल्मों में धर्म का दखल कितना होता है? फिर चाहे वे फिल्में विदेशी हों या हमारे यहां की?
हर जगह सैंसरशिप है. यहां पर करोड़ों लोग हैं, इसलिए आवाज तेज होती है. अमेरिका में भी सैंसरशिप है. जो फिल्म ‘एडल्ट’ के लिए है, वह ‘एडल्ट’ फिल्म ही है. अगर ‘ए सर्टिफिकेट’ है, तो भारत हो या विदेश, बच्चों को नहीं देखनी चाहिए. विदेश में भी लोग हंगामा करते हैं और मैं इसे सही मानती हूं. अगर आप की उम्र 18 साल है, तो आप ‘एडल्ट’ फिल्म जरूर देखें, क्योंकि लाइफ की नैचुरल चीजों को भी जानना जरूरी है. लेकिन ये फिल्में समाज को गलत रास्ते पर ले जा रही हैं, इसे मैं नहीं मानती, क्योंकि शोर मचाने वाले लोग ही ऐसी फिल्में ज्यादा देखते हैं.
क्या आप की बौलीवुड में कोई दोस्त है?
मैं अभी कुछ ऐसे लोगों से मिली हूं, जिन से मैं पहले कभी नहीं मिली थी. उन में प्रियंका चोपड़ा खास हैं.
आप का सपना क्या है?
मैं अच्छा काम कर के सब का दिल जीतूं. मेरे दोस्त और मेरा परिवार सेहतमंद और सुरक्षित रहें. मेरी संजय लीला भंसाली के साथ काम करने की इच्छा है.
आगे की योजनाएं क्या हैं?
मेरी इच्छा है कि कुछ अच्छी फिल्में करूं. बच्चे की मां बनूं, क्योंकि मैं कुछ अलग अनुभव करना चाहती हूं.
क्या कोई कुछ मलाल रह गया है?
निजी तौर पर तो ऐसा कुछ भी नहीं है. मैं ने जो भी किया, अपनी मरजी से किया. मुझे लगा कि उस समय वही सही समय था. मुझे किसी ने यह नहीं कहा कि आप को यही करना है. मेरी जिंदगी बहुत अच्छी है और मैं इस से खुश हूं.
अभी आप को शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘रईस’ में एक गाना करने का मौका मिला है. क्या इसे आप अपने कैरियर का अच्छा समय मानती हैं?
बिलकुल अच्छा समय मानती हूं, क्योंकि मैं न तो फिल्म इंडस्ट्री से थी और न ही कोई मेरा यहां है. ऐसे में जब मुझे शाहरुख खान का फोन आया, तो मैं चौंक गई और पूछा कि क्या वे सही में सनी लियोनी यानी मुझ को ही फोन लगा रहे हैं? मुझे यह जान कर अच्छा लगा कि मुझे उन के साथ काम करने का मौका मिला. अभी तो मैं अरबाज खान के साथ भी एक फिल्म कर रही हूं.