Celebrity Interview: बिहार के सीतामढ़ी इलाके के एक दकियानूसी परिवार में पलीबढ़ी आयुषी तिवारी शुरू से ही पारिवारिक दबाव के बावजूद कुछ अलग करना चाहती थीं. इसी बीच वे अपने मातापिता के साथ मुंबई आ गईं और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करते हुए जिद कर के रोशन तनेजा के ऐक्टिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेनी शुरू की और आज वे थिएटर के अलावा टीवी सीरियल, हिंदी, भोजपुरी, गुजराती और मराठी भाषा की फिल्मों के अलावा कई म्यूजिक अलबमों में अपनी ऐक्टिंग का जलवा दिखा रही हैं.
पेश हैं, उन से हुई बातचीत के कुछ खास अंश :
सीतामढ़ी से मुंबई तक का आप का सफर कैसा रहा?
सीतामढ़ी समेत बिहार के ज्यादातर इलाकों में फिल्म इंडस्ट्री को अच्छा नहीं माना जाता. उन की नजर में फिल्म कलाकार तो नचनिया या भांड के अलावा कुछ नहीं हैं. लेकिन पिछले 8-10 साल में इस सोच में काफी बदलाव आया है.
मेरे लिए अच्छा यह हुआ कि मेरे मेकैनिकल इंजीनियर पिता का तबादला मुंबई हो गया, तो मैं भी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के लिए मुंबई आ गई. पढ़ाई पूरी होने के बाद फिल्म कलाकार बनने से पहले मैं ने कई जगह हाथपैर मारे. मैं ने एक मैगजीन में सब एडिटर के रूप में नौकरी की. फिर मैं ने एयर होस्टैस बनने की कोशिश की, पर एक दिन लगा कि यह मेरे बस की बात नहीं है.
इस के बाद अपने परिवार वालों को मनाने के बाद मैं ने रोशन तनेजा के यहां से ऐक्टिंग की ट्रेनिंग हासिल की.
आप के बात करने के लहजे से यह जाहिर नहीं होता कि आप की मातृभाषा भोजपुरी है और आप बिहारी हैं. यह कैसे मैनेज किया आप ने?
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