आज आपको इस रिपोर्ट में हम एक ऐसे सनसनीखेज घटना बता रहे हैं जिसमें एक नारी ही नारी की दुश्मन बन गई एक मां ने अपनी नवजात बालिका की अपने ही हाथों से हत्या कर दी.
यह एक सर्वमान्य सिद्धांत माना गया है कि पूत कपूत हो सकता है मगर मां कभी कुमाता नहीं हो सकती.मां अपने बच्चों के साथ, उनके साथ अत्याचार, भेदभाव नहीं करती. मगर आज 21 वीं शताब्दी के भारत में कुछ एक ऐसी घटनाएं घट जाती है जो इस धारणा को ध्वस्त कर देती हैं की एक नारी, एक मां अपनी औलाद को अपने ही हाथों से नहीं मारती. वह भी सिर्फ इसलिए कि वह एक लड़की है!
जी हां!! एक ऐसा ही दर्दनाक दुखद घटना क्रम आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं. किस किस तरह मां ने अपने पहले बच्चे को जो एक लड़की पैदा हुई थी को अपने ही हाथों से इस लिए मार डाला कि वह लड़का नहीं थी. समाज में लड़कों और लड़कियों के भेदभाव पर हमेशा प्रश्न चिन्ह खड़ा होता रहा है और अब तो यह भी कहा जा रहा है कि लड़कियां लड़कों से कहीं ज्यादा काबिल, संवेदनशील, कर्तव्य परायण और अपने मां पिता को आगे चलकर के संरक्षण देने में योग्य साबित हुई है.
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इस सब के बावजूद एक मां ने जब उसे लड़की पैदा हुई तो उसकी हत्या के लिए आज के सबसे बड़े हथियार “गूगल” का इस्तेमाल किया और उससे पूछा कि हत्या का तरीका क्या हो सकता है?
मासूम की दुखदाई मौत
उज्जैन, मध्य प्रदेश में तीन माह की मासूम के हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने किया है. बच्ची की मां स्वाति ने पुलिस को बताया कि वह बेटा चाहती थी! पिंकी के जन्म के बाद से ही उसे नफरत करने लगी थी.मानसिक रूप से अपने आप को उसकी हत्या के लिए तैयार करती रही.
पुलिस के मुताबिक अपनी ही बच्ची की हत्यारी स्वाति बहुत शातिर किस्म की औरत है. वह बार-बार बयान बदल रही है. वह पुलिस को लगातार गुमराह कर रही है. पुलिस यह रिपोर्ट लिखे जाने के समय तक उसके साथ पूछताछ कर रही थी और वह कभी उसको कभी कुछ कर रही थी, पड़ताल के बाद और भी तथ्य सामने आएंगे.
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हमारे संवाददाता को पुलिस अधिकारियों ने बताया
मासूम पिंकी परिवार की लाड़ली बेटी थी, मगर उसकी मां स्वाति उसे पसंद नहीं करती थी. वह लगातार उसकी उपेक्षा करती थी.उसके सभी काम भी परिवार के दूसरे सदस्य ही करते थे. दरअसल, स्वाति बेटा चाहती थी, लेकिन बेटी होने के बाद से ही वह परेशान रहने लगी थी. पुलिस अधिकारी आकाश भूरिया के मुताबिक पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं कि पिंकी को स्वाति ने ही मारा है. और सबूतों के आधार पर स्वाति को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है, लेकिन बहुत सारे तथ्य हम सार्वजनिक नहीं कर सकते. स्वाति से अर्पित की शादी दो साल पहले 2019 में हुई थी.
बच्ची की आसान हत्या कैसे होगी?
स्वाति इतना होने के बावजूद अपनी कोख से जन्म लेने वाली पिंकी की हत्या के लिए जो काम किया उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे स्वाति ने पिंकी की हत्या के लिए गूगल में सर्च किया और यह जानना चाहा कि कैसे हत्या करती हो वह आसानी से बच सकती है इस हत्याकांड के बाद पुलिस अधिकारियों ने विवेचना की और स्वाति को अपराधी पाया है संपूर्ण कहानी कुछ इस तरह सामने आई है. दरअसल,
पति अर्पित ने 5 दिन पहले ही पत्नी स्वाति को एक नया स्मार्टफोन दिलाया था. मोबाइल हाथ में आते ही सबसे पहले स्वाति ने गूगल पर अकाउंट बनाया. इसके बाद अगले 3 दिन इंटरनेट पर वह बच्ची को मारने की तरीके ही सर्च करती रही.
आखिरकार उसने बच्ची को पानी की हौद में डुबोकर मार दिया. उसने कुछ ऐसे सवाल ऑनलाइन सर्च किए थे- जैसे, बच्ची को कैसे मारें, कैसे बच्चों को आसानी से मारा जा सकता है? ऐसा क्या करें कि मारने वाला पकड़ा न जाए? सबसे आसान मौत क्या हो सकती है? बच्चों को कैसे मारें कि उनके शरीर पर कोई चोट के निशान न हो? कैसे मारें कि पोस्टमार्टम में किसी पर शक न हो?
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जैसे अनेक सवाल स्वाति ने गूगल पर सर्च किए और अंततः 20 मिनट में पिंकी की हत्या पानी में डालकर कर दी. घटना के वक्त घर पर कोई नहीं था दोपहर 1.20 से 1.40 बजे के दौरान घर में से लापता हुई थी. उस समय पति घर के नीचे दुकान पर था.उसके पिता कुछ समय पहले बाहर गए थे. घर में स्वाति और उसकी सास अनीता भटेवरा के अतिरिक्त कोई नहीं था.
कहते हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं अपराधी बच नहीं सकता यहां भी यह सत्य सिद्ध हुआ.
जांच की गई तो आखिर स्वाति शंका के घेरे में आ गई.
अंततः पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया है जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.