सौजन्य- सत्यकथा
राजेश ने खुश हो कर अपने बटुए से रीटा को उस की एक्स्ट्रा सर्विस के पैसे दिए और नीचे रिसैप्शन पर आ कर पूनम को स्पैशल मसाज के लिए शुक्रिया कहा और दुकान के बाहर से आटो पकड़ा और घर आ गया. राजेश शारीरिक थकावट और दर्द के मारे अगले 2 दिनों तक औफिस नहीं जा पाया.
स्पा सेंटर की अनोखी दुकानें, जिस का बोर्ड देख कर ही लोगों के मन में अनोखे खयाल पैदा हो जाते हैं, आजकल बढ़ते ‘गुलाबी धंधे’ का अड्डा बन रहे हैं. बौडी मसाज के नाम पर लोग आजकल स्पा सेंटरों में जाते हैं और अपने दिलों में दबी इच्छाओं की पूर्ति कर लेते हैं.
स्पा सेंटरों में मसाज कराने का मेनू कार्ड बेशक लंबाचौड़ा क्यों न हो, लेकिन लोग कीमत की परवाह किए बगैर स्पा व मसाज सेंटरों में जा कर अपनी पसंद की महिला से मनचाहा मसाज करवाते हैं.
चाहे वह स्वीडिश मसाज हो, डीप टिश्यू मसाज हो, हौट स्टोन मसाज हो या फिर ट्रिगर पौइंट मसाज हो. मसाज कराने के ग्राहक के पास दरजनभर औप्शन होते हैं, जिस में से वह कोई एक चुनता है और उस के दिल में एक ही तरह के मसाज की तमन्ना होती है.
दिल्ली के बड़ेबड़े और हर रिहाइशी इलाकों में स्पा सेंटर खुले हैं. पहाड़गंज, करोलबाग, ग्रीन पार्क, महिपालपुर, द्वारका, रमेश नगर, लाजपत नगर वगैरह जैसे कई इलाकों में स्पा सेंटरों की दुकानों की भरमार है.
पहले के समय देह व्यापार के लिए खास जगह मौजूद होते थे. लेकिन जैसेजैसे प्रशासन का शिकंजा इस तरह के गैरकानूनी धंधों को रोकने के लिए मजबूत हुए हैं, वैसेवैसे देह व्यापार से जुड़े लोगों ने खुद को बनाए रखने के लिए अपना रूप भी बदला है.
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