‘‘तुम भी न जाने क्यों शक करते हो. तुम से कह चुकी हूं कि मैं सिर्फ तुम्हारी हूं और तुम्हारे अलावा किसी और की ओर देखना भी मेरे लिए अपराध है.’’
‘‘अगर तुम्हारी बातें सच होतीं तो रोना काहे का था. तुम जो यह खेल खेल रही हो, एक न एक दिन खतरनाक साबित होगा.’’ सर्वेश ने पत्नी को समझाने की कोशिश की लेकिन सोनम पर सर्वेश की इन बातों का कोई असर नहीं हुआ.
एक दिन सर्वेश दुकान से थकाहारा घर लौटा. उस ने घर के भीतर कदम रखा तो उस के पैरों तले से जमीन जैसे खिसक गई. भरी दोपहर में सोनम और कमलेश रंगरेलियां मना रहे थे. सर्वेश के तनबदन में आग सी लग गई. उस ने उसी समय सोनम को भला बुरा कहा और कमलेश के सामने उस की बेइज्जती की.
‘‘यही दिन दिखाना बाकी था मुझे. तुम ने मेरे सीधेपन का नाजायज फायदा उठाया है. मुझ से तरहतरह की कसमें खाती रही हो और यहां अपने यार के साथ मौजमस्ती कर रही हो,’’ वह गुस्से में बोला.
सोनम चुपचाप पति की बातें सुनती रही. सर्वेश ने कमलेश को भी बुराभला कहा, ‘‘भाईसाहब, आप ने भी खूब रिश्तेदारी निभाई. मेरे ही घर में मेरी ही इज्जत पर धब्बा लगा दिया. मेरा नहीं तो अपने बच्चों का खयाल रखते. कल को तुम्हारी बेटी भी बड़ी होगी. उस के साथ कोई ऐसा करे तो तुम्हें कैसा लगेगा.’’
सर्वेश की बातों से कमलेश के तनबदन में आग लग गई. वह बौखला उठा और फिर बुलंद आवाज में सर्वेश को बुराभला कहना शुरू कर दिया, ‘‘मेरी बेटी को बुराभला कहा तो ठीक नहीं होगा.’’
‘‘क्या कर लोगे? दूसरे की औरत के साथ गुलछर्रे उड़ाने से पहले तुम्हें अपनी बेटी का खयाल नहीं आया?’’
उस दिन कमलेश और सर्वेश में जम कर कहासुनी हुई. लेकिन न तो सर्वेश ने इस बात का जिक्र किसी से किया और न ही कमलेश ने यह बात किसी को बताई. अलबत्ता इस घटना के बाद सर्वेश पत्नी पर नजर रखने लगा. जिस दिन उसे पता चलता कि कमलेश घर आया था, उस दिन वह सोनम की पिटाई करता.
अब तक सोनम और कमलेश के अवैध संबंधों की जानकारी सजारी गांव के लोगों को भी हो गई थी. गांव के लोग सर्वेश को अजीब नजरों से देखने लगे थे और फब्तियां भी कसने लगे थे. इन तानों से सर्वेश का सिर उठा कर चलना दूभर हो गया था. उस के घरवाले भी सोनम के चरित्र पर अंगुली उठाने लगे थे.
सोनम मुंहफट थी. इसलिए सास गोमती और ससुर मलखे उस से ज्यादा बात नहीं करते थे. सोनम क्या खाती है, क्या पहनती है, कहां जाती है, इस से उन को कोई मतलब न था. लेकिन जब बहू के नाजायज रिश्तों को ले कर उन की बदनामी होने लगी तो वे चिंतित हो गए.
सास गोमती ने एक रोज सोनम को समझाने का प्रयास किया तो वह फट पड़ी, ‘‘सासूमां, मेरे चरित्र पर अंगुली उठाने से पहले अपने गरेबान में झांक कर देखो. जवानी में तुम ने भी घाटघाट का पानी पिया होगा. कमलेश घर आता है तो आप लोगों की छाती फटती है. वह मेरा जीजा है. जीजासाली का रिश्ता रसीला होता ही है. मैं उस से हंसबोल लेती हूं, हंसीमजाक कर लेती हूं तो इस में हर्ज ही क्या?’’
गोमती जानती थी कि बहू बेलगाम है. इसलिए वह अपनी फजीहत नहीं कराना चाहती थीं. सो उन्होंने अपनी जुबान बंद कर ली और उस से बातचीत करनी बंद कर दी. गोमती ने अब अड़ोसपड़ोस के घरों में जाना भी कम कर दिया. क्योंकि वह जहां भी जातीं, महिलाएं उन की बहू की ही चर्चा करतीं और उस के बहके कदमों को रोकने की बात कहतीं.
पति और घरवालों के विरोध के कारण सोनम सतर्क रहने लगी थी. कमलेश का भी सोनम के घर आना कम हो गया था. अब दोनों की बात मोबाइल फोन पर होती और जिस दिन घर सूना होता, उस
दिन सोनम मिलन के लिए कमलेश को बुला लेती.
लेकिन सावधानी के बावजूद एक दोपहर गोमती ने बहू को रंगरलियां मनाते पकड़ लिया. उस रोज उस के सब्र का बांध टूट गया. उस ने फोन पर बात कर बेटे सर्वेश को बुला लिया. सर्वेश घर आया तो कमलेश दुम दबा कर भाग गया. लेकिन सोनम कहां जाती. सर्वेश ने सोनम
को बुराभला कहा और उस की जम कर पिटाई की.
पत्नी सोनम की बेवफाई से सर्वेश टूट चुका था. वह अपना गम मिटाने के लिए शराब के ठेके पर जाने लगा. उसे सोनम से इतनी नफरत हो गई थी कि उस ने उस से बातचीत तक करनी बंद कर दी थी. वह देर रात शराब के नशे में घर आता और कभी खाना खा कर तो कभी खाए बिना ही सो जाता था. कभीकभी कमलेश को ले कर उस की जम कर तकरार होती थी और नौबत मारपीट तक आ जाती थी.
सोनम कमलेश की दीवानी थी, इसलिए उसे न तो पति की परवाह थी और न ही परिवार की इज्जत की. इसी दीवानगी में एक रोज सोनम ने फोन पर कमलेश से बात की और उसे घर बुलाया. कुछ देर बाद कमलेश सोनम के घर आया तो वह अपनी चारपाई पर लेटी बारबार करवटें बदल रही थी. कमलेश उस की बेचैनी भांप गया था.
‘‘सोनम, तुम्हारी तबियत ठीक नहीं है क्या?’’ कमलेश ने पूछा.
सोनम उठ कर बैठ गई. वह पल भर तक कमलेश के चेहरे पर नजर जमाए रही, फिर सपाट शब्दों में बोली, ‘‘जीजाजी, तुम मुझे प्यार करते हो न?’’
‘‘अरे, यह भी कोई पूछने की बात है?’’ कमलेश चारपाई से उठा, ‘‘तुम्हें मेरे प्यार पर यकीन नहीं है क्या? मेरी चाहत में कहीं कोई खामी नजर आई तुम्हें?’’ उस ने सोनम का चेहरा अपने हाथों में थाम लिया.
‘‘नहीं जीजाजी, मुझे तुम पर पूरा भरोसा है, लेकिन…’’
‘‘लेकिन क्या?’’
‘‘तुम्हारी वजह से मेरा पति मुझे मारतापीटता है और तुम दुम दबा कर भाग जाते हो. आखिर तुम कैसे प्रेमी हो? कुछ करते क्यों नहीं?’’
‘‘घर का मामला है. फिर वह तुम्हारा पति है. तुम पर उसी का हक है. मैं कर ही क्या सकता हूं?’’ कमलेश ने मजबूरी जाहिर की.
‘‘विरोध तो कर सकते हो. फिर भी न माने तो…’’ सोनम बोली.
‘‘तो क्या सोनम?’’ कमलेश ने आश्चर्य से पूछा.
‘‘उस का गला काट दो, मार डालो उसे, ताकि मैं चैन से रह सकूं.’’ सोनम बोली.
‘‘ठीक है, जैसा तुम चाहती हो वैसा ही होगा,’’ कमलेश ने आश्वासन दिया.
‘‘मुझे तुम से यही उम्मीद थी.’’ सोनम चैन की सांस लेते हुए बोली.
सर्वेश फरनीचर की दुकान पर काम करता था. वह अकसर रात 10 बजे के बाद ही घर आता था. लेकिन 18 फरवरी, 2022 को वह शाम ढलते ही घर आ गया. उस ने साफसुथरे कपड़े पहने और सजसंवर कर सोनम से बोला, ‘‘मैं एक शादी में शामिल होने शहर जा रहा हूं. सुबह ही आ पाऊंगा.’’
पति की बात सुन कर सोनम मन ही मन खुश हुई. सर्वेश चला गया तो सोनम ने मोबाइल फोन पर कमलेश से बात की, ‘‘जीजाजी, सर्वेश एक शादी में शहर गया है. आज की पूरी रात हमारी मिलन की रात है. तुम जल्दी घर आ जाओ.’’
‘‘कहीं सर्वेश रात को घर लौट आया तो..?’’ कमलेश ने शंका जाहिर की.
‘‘तुम्हारी तो कागज से भी ज्यादा कमजोर है जो एकदम फट जाती है. अरे भई, जब वह कह कर गया है कि सुबह ही आ पाएगा. तुम निश्चिंत हो कर आ जाओ,’’ सोनम उसे विश्वास दिलाते
हुए बोली.
‘‘तब ठीक है. मैं जल्द ही आ रहा हूं,’’ कमलेश उत्साह से बोला.
रात लगभग 11 बजे कमलेश सोनम कें घर सजारी आ गया. अब तक सोनम के सासससुर जो भूतल पर रहते थे, सो गए थे. सोनम पहली मंजिल पर रहती थी. कमरे में पहुंचते ही कमलेश ने सोनम को बांहों में जकड़ लिया और फिर रंगरलियां मनाने के लिए बिस्तर पर पहुंच गए.
इधर रात एक बजे सर्वेश घर लौट आया. वह सीढि़यां चढ़ कर अपने कमरे में पहुंचा तो उस की सांसें ठहर गईं. कमलेश और सोनम एकदूसरे में डूबे थे. यह देख कर सर्वेश का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. बात बरदाश्त के बाहर थी.
वह सोनम पर टूट पड़ा. उस ने जैसे ही सोनम को मारने के लिए हाथ उठाया, कमलेश उस का हाथ पकड़ कर मरोड़ते हुए बोला, ‘‘खबरदार साढ़ू भाई, जो हाथ उठाया. चुपचाप चले जाओ वरना…’’
‘‘वरना क्या?’’ कहते हुए सर्वेश ने सोनम को पकड़ लिया. यह देख कमलेश और सोनम सर्वेश पर टूट पड़े और उसे लातघूंसों से पीटने लगे.
सर्वेश समझ गया कि उन दोनों के इरादे नेक नहीं है. अत: वह जान बचा कर कमरे से भागा, लेकिन कमलेश ने उसे चंद कदम की दूरी पर फिर से दबोच लिया.
इसी समय सोनम पति की छाती पर सवार हो गई और गुस्से से बोली, ‘‘मार डालो इस हरामी के पिल्ले को. यह जिंदा रहेगा तो हम दोनों के बीच बाधक बनता रहेगा.’’
यह सुनते ही कमलेश के हाथ सर्वेश की गरदन पर पहुंच गए. इस के बाद कमलेश और सोनम ने मिल कर सर्वेश का गला घोट दिया.
सर्वेश को मौत की नींद सुलाने के बाद रात 3 बजे दोनों ने मिल कर उस के शव को अपने मकान के पीछे खंडहर में फेंक दिया. फिर सुबह होने के पहले कमलेश फरार हो गया. सोनम भी कमरा दुरुस्त कर सो गई, जैसे कुछ हुआ ही न हो. सोनम ने पति के मोबाइल को तोड़ कर खंडहर की झाडि़यों में फेंक दिया.
19 फरवरी, 2022 की सुबह पड़ोस का रहने वाला युवक राजू खंडहर में कूड़ा फेंकने गया तो उस ने सर्वेश की लाश देखी. राजू ने इस की खबर उस के घर दी तो घर में कोहराम मच गया. मलखे व गोमती तुरंत वहां पहुंचे और बेटे का शव देख कर फफक पड़े. सोनम भी पहुंची और पति के शव के पास विलाप करने लगी.
इसी बीच मलखे ने सर्वेश की हत्या की सूचना थाना चकेरी पुलिस को दी तो कुछ देर बाद चकेरी थानाप्रभारी मधुर मिश्रा, एएसपी मृगांक शेखर पाठक, एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) राहुल मिठास तथा डीसीपी (ईस्ट) प्रमोद कुमार घटनास्थल आ गए.
अधिकारियों ने मौके पर डौग स्क्वायड तथा फोरैंसिक टीम भी बुलवा ली. पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया. सर्वेश की उम्र 32 साल के आसपास थी. उस के गले पर खरोंच के निशान थे. ऐसा लग रहा था कि उस की हत्या गला दबा कर की गई थी.
फोरैंसिक तथा डौग स्क्वायड टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की तथा साक्ष्य जुटाए. निरीक्षण के बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया.
घटनास्थल पर मृतक की पत्नी सोनम मौजूद थी. वह छाती पीट कर रो रही थी. डीसीपी प्रमोद कुमार ने उस से पूछताछ की तो सोनम ने बताया, ‘‘किसी से लेनदेन का विवाद था. रात 12 बजे उसी का फोन आया था. उस के बाद यह कह कर घर से चले गए कि कुछ देर बाद वापस आ जाएंगे. कहां जा रहे हैं? किस का फोन था? यह कुछ नहीं बताया.
‘‘मैं रात भर इन का इंतजार करती रही. लेकिन नहीं आए. सुबह इन की मौत की खबर मिली. पता नहीं किस ने मेरा सुहाग उजाड़ दिया. अब मेरे मासूम बच्चों का क्या होगा?’’
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और मृतक के पड़ोसियों से पूछताछ की तो पता चला कि सोनम चरित्रहीन है. उस का नाजायज रिश्ता उस के जीजा कमलेश से है.
सर्वेश की हत्या में इन्हीं दोनों का हाथ हो सकता है.
मृतक के मातापिता ने भी दबी जुबान से स्वीकार किया कि उन की बहू सोनम सर्वेश के साथ दगा कर सकती है. सोनम शक के घेरे में आई तो थानाप्रभारी मधुर मिश्रा ने उसे हिरासत में ले लिया और उस का मोबाइल फोन अपने कब्जे में कर लिया.
मधुर मिश्रा ने सोनम के फोन की काल डिटेल्स निकलवाई तो पता चला कि एक खास नंबर पर वह घंटों बातचीत करती थी. इस नंबर के संबंध में सोनम से पूछा गया तो उस ने बताया कि यह मोबाइल नंबर उस की फुफेरी बहन दीपिका के पति कमलेश का है.
कमलेश शक के दायरे में आया तो पुलिस ने उसे नाटकीय ढंग से हिरासत में ले लिया. पुलिस ने उस के मोबाइल फोन की भी काल डिटेल्स निकलवाई तो पता चला कि उन दोनों के बीच हर रोज बातें होती थीं. इस के अलावा घटना के समय सोनम और कमलेश के मोबाइल फोन की लोकेशन भी घटनास्थल पर मिली.
इस के बाद थानाप्रभारी मधुर मिश्रा ने सोनम और कमलेश से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए और सर्वेश की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया. कमलेश ने पूछताछ में बताया कि सर्वेश की पत्नी सोनम से उस का नाजायज रिश्ता बन गया था. सर्वेश अवैध रिश्ते का विरोध करता था.
घटना वाली रात सर्वेश ने उन दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया था. विरोध पर उन दोनों ने मिल कर सर्वेश की गला घोट कर हत्या कर दी और शव को घर के पिछवाड़े खंडहर में फेंक दिया था. सोनम की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक
का टूटा हुआ मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया.
चूंकि दोनों ने सर्वेश की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया था, अत: थानाप्रभारी मधुर मिश्रा ने मृतक के पिता मलखे की तहरीर पर भादंवि की धारा 302, 201 के तहत सोनम व कमलेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली तथा उन्हें विधिसम्मत गिरफ्तार कर लिया.
22 फरवरी, 2022 को पुलिस ने हत्यारोपी सोनम व कमलेश को कानपुर कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जिला जेल भेज दिया गया. उस के दोनों बच्चों को उन की दादी गोमती संभाल रही थी.