बेइमानी के काम करने वाले अक्सर इतने ज्यादा अपराधी आदतों के शिकार हो जाते हैं कि हत्या करने तक चूकते नहीं है और उन में से कुछ तो कानून के हत्थे चढ़ ही जाते है. फाइनैंस कंपनियों का काम इस देश में पूरी तरह बेइमानी का काम है. जो पैसा लगा कर मोटा ब्याज देने का वादा करते हैं वे आमतौर पर गुंडे किस्म के लोग होते हैं और जमा पैसे को हड़पना आम है. देश भर में लाखों लोग ऐसी कंपनियों में खरबों खो चुके हैं और नईनई कंपनियां खुल रही हैं, नएनए बेवकूफ मेहनत की या बेइमानी की कमाई उन में लगा रहे हैं.

इन को चलाने वाले चूंकि धोखा देना जानते हैं, ये अपनी बीवियों या प्रेमिकाओं से भी बेइमानी करते हुए हिचकते नहीं है. बेइमानी इन के खून का हिस्सा बन जाती हैं. दिल्ली के एक घने इलाके में ङ्क्षसह एंड ब्रादर्स फाइनेंशियल कंपनी के मालिक अनुज को गिरफ्तार किया गया क्योंकि उस ने अपनी प्रेमिका की हत्या कराई जो शादी के लिए दबाव डाल रही थी जबकि अनुज पहले से शादीशुदा था.

इन का मतलब है लोगों से फाइनैंस कंपनी के नाम पर पैसा जमा करने वाला अपनी बीबी से भी बेईमानी कर रहा था और प्रेमिका से भी. प्रेमिका चूंकि उसी दफ्तर में काम करती थी उसे यह मालूम होगा ही कि अनुज शादीशुदा है पर वह पत्नी से पति छीन लेना चाहती थी, बेइमानी से.

जो धंधे टिके ही बेइमानी पर होते हैं उन में सभी बेइमान होते हैं और ‘शोले’ के गब्बर ङ्क्षसह की तरह कब बौस का निशाना बन जाएं कहां नहीं जा सकता. ये फाइनैंस कंपनियां वालें सुंदर सौम्य मीठी बातें करने वाले लड़कियां रखने है ताकि ग्राहकों को फंसाया जा सके. अब ये लड़कियां बौस को फंसा लें. या बौस इन्हें फंसा ले तो कोई आश्चर्य की बात नहीं क्योंकि इन की पूरी ट्रेङ्क्षनग ग्राहक को फंसा कर पैसा जमा करने की होती है. जो किसी से पैसा लेना जानता या जानती है उसे किसी का जीवन साथी या किसी का दिल लूटना भी आता है.

बहुत से अपराध इसी तरह से होते हैं. कई सैक्सुअल हैरेसमैंट केसों के पीछे यही लूटन की खून में भरी आदत हो जाती है.भारतीय जनता पार्टी की एक संस्थान स्पोक्सपर्सन सोनाली फोगाट की हत्या का शक भी इसी गिनती में आ सकता है. वह अपने बौयफ्रैंड्स के साथ गोल के किसी पब में गई थी जहां शायद उसे ड्रिंक में कुछ पिलाया गया जिस से उस की मृत्यु हो गई. राजनीति में लगे लोगों के पास इतने पैसे, इतना समय आखिर आता कैसे है कि वे गोवा में सैरसपाटे कर सकें. राजनीति और वह भी भारतीय जनता पार्टी की तो साफसुथरी है. वहां तो कंदमूल खा कर जीने का उपदेश दिया जाता है.

सोनाली फोगाट की हत्या भी उसी वजह से होना मुमकिन है क्योंकि जो उस के साथ गए थे कोई सगेसंबंधी नहीं थे. अब वे सब गिरफ्तार कर लिए गए हैं.
शराफत कोई खास गुण नहीं है. यह अपने बचाव का कवच है. दूसरों को न लूटने का मतलब है खुद के लूटे न जाने देना. यह हर शरीफ समझ जाता है कि मजबूत होने के बाद भी कैसे शरीफ बना रहा जाए.

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