सवाल
मेरा 6 साल का बेटा है. पता नहीं क्यों वह दिनोंदिन जिद्दी होता जा रहा है. जो भी कहते हैं, उस का उलटा करता है. जबान चलाता है जबकि हम उस की हर बात मानते हैं. इस के बावजूद वह हर वक्त नाराज व खिंचाखिंचा सा रहता है. हमारी छोटी सी फैमिली है. हम पतिपत्नी और यह हमारा इकलौता बेटा. मुझे उस की बहुत चिंता हो रही है. इस कारण मैं तनाव में रहने लगी हूं. कुछ उपाय बताएं.
जवाब
आजकल न्यूक्लियर फैमिली होती है और अकसर पेरैंट्स को यह प्रौब्लम फेस करनी पड़ती है. खैर, समस्या है तो हल निकालना पड़ेगा. सब से पहले तो आप को यह जानने की कोशिश करनी पड़ेगी कि कहीं आप के बेटे के मन में कुछ परेशानी तो नहीं चल रही. कोई वजह जिस से वह खुश न हो लेकिन आप को शेयर नहीं कर पा रहा तो सब से पहले वह बात जानने की कोशिश आप को करनी पड़ेगी.
यदि ऐसी कोई बात नहीं है तो आप को उसे दूसरी तरह से हैंडल करना पड़ेगा. सब से पहले यदि आप चाहती हैं कि आप का बच्चा आप का और आप के फैसलों का सम्मान करे तो आप को भी उस का सम्मान करना होगा, वरना आप का बच्चा आप की अथौरिटी बिलकुल बरदाश्त नहीं करेगा. बेटे को आदेश न दे कर उसे सु?ाव और विकल्प दें और यह करते हुए धैर्य रखें, अपना आपा न खोएं.
बेटे के साथ किसी भी बात को ले कर जबरदस्ती न करें. बच्चों से जबरन कुछ करवाने से वे वही करने लगते हैं जिस के लिए उन्हें मना किया जाता है. यदि बेटा टीवी देखने में लगा हुआ है. आप खुद भी उस के साथ बैठ जाइए. उस के प्रोग्राम में अपनी दिलचस्पी दिखाएंगी तो वह आप के प्रति ज्यादा जवाबदेह बनता जाएगा. बेटे को महसूस कराएं कि आप उस से जुड़े हुए हैं. जबतब उसे गले लगाएं.
बेटा जब भी अपनी कोई बात कहे उसे ध्यान से सुनें. कुछ बच्चे जिन की मजबूत इच्छाशक्ति होती है उन की राय भी मजबूत होती है और वे कई बार बहस करने लगते हैं. अगर आप बेटे की बात पर गौर नहीं करेंगी तो वह ज्यादा जिद्दी हो जाएगा.
ये भी पढ़ें- मेरी पत्नी बेटी और बेटे में फर्क करती है, क्या करूं?
बच्चे को अपनी मरजी करने दें. यदि वह अपनी मरजी के कपड़े पहनना चाहता है तो पहनने दें. हां, यदि आप को लगता है कि उस के द्वारा सलैक्ट किए गए कपड़े मौके के हिसाब से ठीक नहीं हैं तो आप उसे दोतीन औप्शन दे दीजिए, इस से वह कन्फ्यूज नहीं होगा और आसानी से फैसला कर पाएगा.
एक बात और, बेटे के जिद करने पर आप उस पर चिल्लाएंगी तो शायद वह भी पीछे नहीं रहेगा. हमेशा याद रखें कि बेटे को सम?ाने में आप को उस की मदद करनी है. इन सब बातों का ध्यान रखें, तनाव बिलकुल न लें. खुद भी खुश रहिए, बच्चे को भी खुश रखिए. घर का माहौल बच्चे पर बहुत प्रभाव डालता है.