सवाल

मेरे मम्मीपापा हमेशा से एकदूसरे से लड़ते आए हैं. पहले मैं कालेज जाता था, तो शाम को घर आ कर अपने कमरे में बंद हो जाया करता था जिस से मुझे उन दोनों की बातें सुननी नहीं पड़ती थीं और न ही झगड़े. जब से हम सभी घर में रहने लगे हैं तब से मुझ से यह रोजरोज का लड़ाईझगड़ा सहा नहीं जा रहा. मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्या ऐसा कोई उपाय है जिस से मैं इन दोनों को झगड़ने से रोक सकूं. अगर हाल ऐसा ही रहा तो शायद मैं पागल हो जाऊंगा.

जवाब

यह सही है कि इतना ज्यादा समय घर पर रहना, वह भी इस झगड़े के बीच, बेहद मुश्किल है. लेकिन, इस सिचुएशन से निकलने का तरीका सिर्फ यह है कि आप इस का सामना करें. मम्मीपापा झगड़ा करते हैं तो इस का कोई कारण तो होगा ही. आप को वह कारण पता हो तो उसे सुलझाने की कोशिश कीजिए. ज्यादा कुछ नहीं तो उन्हें समझाइए कि उन के इस तरह झगड़ने के कारण आप की शांति भंग हो रही है जो आप के मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है. कोशिश कीजिए कि मम्मी या पापा में से किसी एक के साथ या दोनों के साथ आप थोड़ाबहुत समय बिताएं जिस से उन्हें अपने आपसी झगड़े का ध्यान ही न रहे.

जिस समय वे झगड़ना शुरू करें, आप अपने कमरे में चले जाएं और उन से बात न करें. इस से हो सकता है कि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो और शायद आप को नाराज न करने की गरज से ही वे झगड़ने से खुद को रोकें.

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