सवाल-

मैं लखनऊ के एक ऐसे महल्ले में रहता हूं, जहां आवारा जानवरों का बड़ा जोर है. आवारा कुत्ते, गाय और सांड़. लोगों का गली से निकलना मुश्किल कर देते हैं. नगर-निगम भी सुनवाई नहीं करता है. बच्चों का गली में खेलना मुश्किल हो गया है. इस का समाधान बताएं?

जवाब-

यह समस्या हमारी और आप की खुद की ही देन है. रिहाइशी इलाकों में लोग पुण्य कमाने के लिए खूब तबीयत से कुत्तों और गायों को खाना खिलाते हैं, जिस से ये जानवर वहीं रहने लगते हैं और लोग इन्हें भगाते भी नहीं हैं. पर जब ये नुकसान पहुंचाने लगते हैं, तो हर कोई हायहाय करने लगता है.

यह ठीक है कि इन्हें खदेड़ने का काम नगरनिगम का है, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं करता. आप महल्ले वालों को ले कर शिकायत करें, लोकल मीडिया वालों को बुला कर हकीकत दिखाएं. बिना हल्ला मचाए काम नहीं बनने वाला.

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