माधव की उम्र 45 साल थी. उस के 2 बच्चे थे. पत्नी सविता की उम्र 40 साल थी. पतिपत्नी ज्यादा तो सैक्स नहीं कर पाते थे, पर उन में बहुत ज्यादा प्यार था. हां, जब कभी मूड कर गया, तो माधव सविता की देह मथ ही देता था.
सविता भी पति की बांहों में खो जाती थी. पर यह सब हफ्ते में 2-3 बार ही हो पाता था. लेकिन पिछले कुछ समय से माधव एक नई समस्या से जूझ रहा था. पत्नी के साथ सैक्स करने के बाद उस के अंग में तेज जलन होती थी और कई बार तो वह दर्द से बिलबिला जाता था. पहले तो माधव ने सोचा कि सविता के पास काफी दिनों में जाने से ऐसा हो सकता है, पर पिछले 2 दिन में 2 बार सैक्स करने पर भी उसे वही दर्द हुआ.
माधव ने यह बात किसी को नहीं बताई और इसे आम बात समझ कर चुप्पी साध गया, पर मन ही मन वह सैक्स करने के विचार से ही डरने लगा. सविता भी नहीं समझ पाई कि अब माधव उस से दूरी क्यों बना रहा है, जबकि वह तो उसे पूरा मजा देती है.
भारत में सब से ज्यादा दिक्कत की बात यह है कि अच्छे पढ़ेलिखे लोग भी सैक्स से जुड़ी बीमारियों को जानबूझ कर अनदेखा कर देते हैं और इलाज की कमी में उन्हें बड़ा बना देते हैं, जबकि किसी माहिर अच्छे डाक्टर के पास ऐसी बीमारियों का इलाज हो सकता है.
लेकिन माधव डाक्टर के बजाय किसी नीमहकीम के दरवाजे पर जा पहुंचा, जहां इलाज के नाम पर उसे इतना काढ़ा पिलाया गया कि वह हाथ जोड़ने लगा, जबकि उसे अपनी बीमारी से छुटकारा नहीं मिल पाया.
मर्दाना अंग में जलन बारे में ‘अल्फा वन सैंटर’ के डायरैक्टर और ‘यूरोपियन कमेटी औफ सैक्सुल मैडिसिन’ के फैलो डाक्टर अनूप धीर का मानना है, ‘‘सैक्स के बाद अंग में जलन एक एसटीआई का संकेत हो सकता है, जैसे अंग का दाद, सिफलिस, क्लैमाइडिया या गोनोरिया. अगर आप को संभावित एसटीआई पर शक है, तो सैक्स करने से बचें और अपने अंग की जलन की सटीक वजह का पता लगाने के लिए डाक्टर से मिलें.
‘‘सैक्स का रगड़ाव आप के अंग की चमड़ी को परेशान कर सकता है खासकर अगर आप का साथी सही रूप से लुब्रिकेटेड नहीं है. पार्टनर के शरीर पर रगड़ने से चमड़ी की ऊपरी परत घिस सकती है. यह नीचे की संवेदनशील परत को उजागर कर सकता है, जिस में तंत्रिकाएं और ऊतक होते हैं.
‘‘यह दर्द केवल एक दिन तक रह सकता है, अगर आप ऐसी गतिविधियों यानी सैक्स करने से परहेज करते हैं जो चमड़ी को और परेशान कर सकती हैं. कुछ देर तक सैक्स करने या फिर जोरजोर से सैक्स करने से आप के अंग में दर्द हो सकता है.
‘‘यह लंबे समय तक सीधा रहने का नतीजा हो सकता है, जो मांसपेशियों और ऊतकों को तनाव और कभीकभी चोट भी पहुंचा सकता है.’’
डाक्टर अनूप धीर का यह भी मानना है कि अगर यह समस्या बढ़ रही है तो माहिर डाक्टर से चैक कराने में देर न करें और उस के बताए गए इलाज का पूरी तरह पालन करें.
इन बातों का रखें खयाल
- सैक्स से पहले और बाद में दोनों पार्टनर अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई जरूर करें.
2. कंडोम का इस्तेमाल करें.
3. सैक्स के बाद अंडरवियर बदल दें.
4. अंग में दर्द होने पर कुछ समय के लिए सैक्स करना छोड़ दें.
5. ऐसी सैक्स पोजिशन न इस्तेमाल करें, जिन से बाद में दिक्कत होती हो.