सीए रचना रानाडे ने कभी नहीं सोचा था कि वे फाइनैंस जगत में इतनी फेमस हो जाएंगी. फाइनैंस सीखने वाली नई पीढ़ी इन दिनों रचना से हो कर ही गुजर रही है. 26 जून, 1986 को पुणे, महाराष्ट्र, भारत में जन्म लेने वाली 37 साल की रचना रानाडे आज फाइनैंस इंफ्लुएंसर की दुनिया में जानामाना नाम हैं. यूट्यूब क्रिएटर के तौर पर शेयर बाजार, वित्त, व्यवसाय और मार्केटिंग पर शिक्षा देने वाली रचना को फाइनैंस मैनेजमैंट में इंट्रैस्ट रखने वाले अच्छे से जानते हैं और उन्हें फौलो भी करते हैं. रचना रानाडे चार्टर्ड अकाउंटैंट हैं जो अपने दर्शकों के लिए मुश्किल समझे जाने वाली फाइनैंशियल लिट्रैसी को आसान बनाती हैं. उन्होंने अपने पहले अटेम्पट में सीए का एग्जाम पास किया और टीचिंग को अपना कैरियर बनाया.
उस के बाद रचना ने पुणे में लाइव बैच में 10,000 से अधिक और औनलाइन 100,000 से अधिक छात्रों को पढ़ाया और फेमस हुईं. यूट्यूब से कमाई 2019 में उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल ‘सीए रचना फड़के रानाडे’ के नाम से लौंच किया और स्टौक मार्केट टौपिक्स पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने 3 साल से भी कम समय में अपने यूट्यूब चैनल पर 4.78 मिलियन यानी 47 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हासिल कर लिए हैं. वहीं इंस्टाग्राम पर उन के 11 लाख से अधिक फौलोअर्स हैं. वे अपनी वीडियोज में मराठी, हिंदी और इंग्लिश भाषा का इस्तेमाल करती हैं.
उन की पौपुलैरिटी देशविदेश में फैली हुई है. उन्होंने दुबई में एक बिलियन शिखर सम्मेलन और अबूधाबी व मस्कट में आईसीएआई सहित प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में भी शिरकत की और अपनी बात रखी. उन के पाठ्यक्रम स्टौक मार्केट बेसिक्स, मनी मैनेजमैंट, फंडामैंटल एंड टैक्निकल एनालिसिस और फ्यूचर्स एंड औप्शंस के लगभग सारे कोर्सों को कवर करते हैं.
35 साल की रानाडे का कहना है, ‘‘सीए के स्टूडैंट्स को 10 साल तक पढ़ाने के बाद मैं कुछ नया करना चाहती थी. फिर मु झे स्टौक मार्केट का खयाल आया, जो मेरा दूसरा प्यार है.’’ इसी सोच के साथ उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो डालना शुरू किया, जिस से वे आज लाखों रुपए कमा रही हैं. पिछले साल उन्होंने पेडअप मैंबरशिप के विकल्प की भी शुरुआत की है.
उन का माध्यम मुख्य रूप से इंग्लिश है लेकिन बीचबीच में वे हिंदी और मराठी का भी इस्तेमाल करती हैं और खूब पैसा कमा रही हैं. भरोसा अपने रिस्क पर मध्यवर्गीय परिवार से आने वाली रानाडे ने कभी नहीं सोचा था कि पढ़ाने का उन का पेशा एक दिन उन्हें बुलंदी पर पहुंचा देगा. यूट्यूब यूजर के स्टैटिस्टिक्स और एनालिटिक्स पर नजर रखने वाले सोशल ब्लैंड के मुताबिक, रानाडे की सालाना कमाई पिछले साल 3.3 करोड़ रुपए थी.
यूट्यूब के सीईओ सुसान वोजसिकी ने 26 जनवरी को अपने ब्लौग में लिखा था, ‘‘भारतीय क्रिएटर रचना रानाडे अपने चैनल का इस्तेमाल लोगों की वित्तीय साक्षरता में मदद के लिए करती हैं. उन्होंने पिछले साल मैंबरशिप की शुरुआत की. यूट्यूब उन की कमाई का मुख्य स्रोत बन गया है. वे 1,00,000 डौलर से ज्यादा कमा रही हैं.’’ रानाडे ने ‘बेसिक्स औफ स्टौक मार्केट’ पर अपना वीडियो यूट्यूब पर 2019 में अपलोड किया था. यह वीडियो वायरल हो गया जिसे अब तक 27 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं.
इस लैक्चर में 3 वीडियोज हैं जो स्टौक मार्केट में इंट्रेस्ट रखने वालों के लिए बनाई गई हैं. रचना इन में बहुत ही सिंपल तरीके से स्टौक मार्केट के बेसिक्स समझाती हैं जो काफी इंट्रैसटिंग लगते हैं. फाइनैंस लिटरैसी की वकालत हालांकि रचना सेबी (एसईबीआई) रजिस्टर फाइनैंस इन्फ्लुएंसर नहीं हैं, फिर भी उन के फौलोअर्स की संख्या बताती है कि आम लोगों द्वारा उन पर कितना विश्वास किया जा रहा है. उन के कोर्सेज के पैकेज 3 हजार से ले कर 50 हजार रुपए तक में उन की वैबसाइट पर मौजूद हैं.
प्रांजल कामरा के बाद फाइनैंस एक्सपर्ट के तौर पर रचना को ही फौलो किया जाता है. ‘अर्न 1 करोड़ इन 1 ईयर’, ‘हाउ टू पिक स्टौक इन 1 मिनट’ और ‘हाऊ टू प्लान योर ड्रीम हाउस’ जैसे वीडियोज लोगों को अट्रैक्ट करने के लिए काफी हैं. आप को जान कर हैरानी होगी कि रचना एक पेशेवर गायिका भी हैं और उन के पास संगीत विशारद की डिग्री भी है, जो संगीत में स्नातक की डिग्री के बराबर है. उन्होंने अपने
यूट्यूब चैनल पर कई सिंगिंग कवर भी अपलोड किए हैं. रचना महिलाओं की फाइनैंस लिट्रैसी के बारे में भी बात करती हैं. एक रैपिड फायर इंटरव्यू में वे एक सवाल, ‘एक आदत जो महिलाओं के पैसे बचा सकती हैं और उन्हें अमीर बना सकती हैं?’ के जवाब में कहती हैं. ‘‘कुछ भी खरीदने से पहले अपनेआप से पूछें कि क्या आप को इस की जरूरत है.’ वे आगे कहती हैं, ‘आप को उस प्रोडक्ट की कीमत और उस के इस्तेमाल के बारे में सोचना चाहिए. मान लीजिए, आप कोई हैडफोन खरीदती हैं महंगा सा और उस का इस्तेमाल दिन में 2 बार ही करती हैं तो वह आप के लिए फुजूलखर्ची है.’
रचना ट्रेडिंग के तरीके बताती हैं और इन्वैस्टमैंट के भी. किसी भी और फाइनैंस इंफ्लुएंसर की तरह लोग इन्हें भी फौलो करते हैं. अकसर आंख बंद कर के और बिना कुछ सीखेसम झे लोग इन की सलाह पर अपना हार्ड अर्न पैसा लगा देते हैं और लालच के चलते उसे गंवा भी बैठते हैं, सो, सावधान रहने की भी जरूरत है.