24 जून, 2010 को आई फोन 4 लौंच किया गया था. इस फोन का नई पीढ़ी पर इतना ज्यादा क्रेज हुआ था कि चीन के एक 17 साल के लड़के ने यह फोन खरीदने के लिए अपनी एक किडनी काला बाजार में बेच दी थी.
उस लड़के का नाम शिआओ वांग था और महज अपने दोस्तों पर रोब जमाने के लिए उस ने यह जानलेवा कांड कर दिया था. हद तो यह थी कि शिआओ वांग ने अपने आपरेशन के लिए एक ऐसा अस्पताल चुना था, जहां किडनी निकालने का काम गैरकानूनी तरीके से होता था और वहां साफसफाई का भी खयाल नहीं रखा जाता था.
इस से पहले सोशल मीडिया पर आई फोन खरीदने को ले कर किडनी बेचने के मीम्स तो खूब बनते थे, पर चीन के लड़के ने उसे सच साबित कर दिया. बाद में इस सब का अंजाम यह हुआ कि शिआओ वांग को लकवा मार गया और वह हमेशा के लिए अपाहिज हो गया.
अब चीन के पड़ोसी देश भारत की बात करते हैं. अब 2023 में आई फोन 14 लौंच हो चुका है. यकीनन यह आई फोन 4 से बहुत ज्यादा अच्छा होगा और इस के फीचर भी लेटैस्ट होंगे. कीमत के तो कहने ही क्या.
इस का एक फीचर है इस का कैमरा, जो सोशल मीडिया पर रील बनाने वालों को अपना दीवाना बना देता है. हम आप को एक ऐसे जोड़े से मिलवाते हैं, जिस ने यह फोन खरीदने के लिए इतनी ज्यादा घटिया हरकत कर दी कि इनसानियत भी शरमा जाए.
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक ऐसा मामला सामने आया, जिस में एक जोड़े ने कथित रूप से आईफोन खरीदने के लिए अपना 8 महीने का बच्चा 2 लाख रुपए में बेच दिया. उन दोनों पर यह भी आरोप है कि बच्चा बेचने के बाद पतिपत्नी ने मिल कर आईफोन तो खरीदा ही, बचे हुए पैसों से दीघा और मंदारमणि घूमने गए, जहां उन्होंने कथित रूप से ढेर सारी खरीदारी की और सोशल मीडिया के लिए रील बनाईं.
खबरों के मुताबिक, आरोपी पति जयदेव चौधरी और उस की पत्नी साथी चौधरी की माली हालत ठीक नहीं थी. रविवार, 23 जुलाई, 2023 को साथी चौधरी का अपने सासससुर से झगड़ा हो गया था, जिस के बाद पुलिस ने सासससुर को गिरफ्तार कर लिया था.
इसी बीच कुछ पड़ोसियों ने साथी चौधरी के हाथ में महंगा फोन देखा. उन्होंने यह भी ने गौर किया कि इस जोड़े का 8 महीने का बच्चा भी कई दिनों से नजर नहीं आ रहा है.
जब इस बारे में ज्यादा चर्चा होने लगी तो पुलिस ने साथी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, उस ने पुलिस के सामने कबूल किया कि दोनों पतिपत्नी ने बच्चे को बेचा. लेकिन इस की वजह हैरान करने वाली थी. आरोपी ने बताया कि उन्होंने इन पैसों से आईफोन खरीदा, कई इलाकों में घूमने गए और इंस्टाग्राम रील भी बनाईं.
अब आप सोच सकते हैं कि सोशल मीडिया पर रातोंरात स्टार बन जाने की लत कितनी ज्यादा खतरनाक हो गई है कि एक मां ने अपने 8 महीने के बच्चे को बेच डाला. यह कोई मैट्रो शहर की घटना नहीं है, जहां आई फोन रखना स्टेटस सिंबल है या जरूरत है, बल्कि एक अदना सी रील बनाने की खातिर कोई गांवदेहात का जोड़ा इतना घिनौना काम कर सकता है, यह बड़ा गंभीर मुद्दा है.
आज की तारीख में सोशल मीडिया बड़ा ताकतवर हथियार बन कर सामने आया है. पर यह एक ऐसी दोधारी तलवार है, जो खुद का बड़ा नुकसान कर सकती है. इस की लत हमें मानसिक रूप से बीमार कर सकती है. एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने वाले अनिद्रा का शिकार हो रहे हैं, जो और दूसरी कई गंभीर बीमारियों की जड़ है.
सोशल मीडिया पर दूसरों की शानदार जिंदगी के बारे में देखसुन कर लोग हीन भावना का शिकार हो रहे हैं. उन्हें लगता कि सामने वाला कितना ज्यादा खुश है और हम किसी काम के नहीं. इसी वजह से बहुत से लोग अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं. औनलाइन ठगी इसी समस्या की उपज है, जबकि लोग भूल जाते हैं कि जो सोशल मीडिया पर दिख रहा है, वह पूरा सच नहीं है.
यहां लोग शिआओ वांग की तरह इस वर्चुअल दुनिया में इतने ज्यादा घुस जाते हैं कि एक मोबाइल फोन खरीदने के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं और इनाम में उन्हें मिलती है एक अपाहिज जिंदगी जो उन्हें किसी काम का नहीं छोड़ती.