दरअसल, यह फ्री की जो मानसिकता है वह हमें अक्सर बड़ा  नुकसान पहुंचाती है. आजकल सोशल मीडिया में फ्री का लालच बड़े जोर शोर से प्रसारित हो रहा है और लोग छोटे से लालच में फंसकर के अपनी गाढ़ी कमाई को लूटा बैठते हैं. उन्हें यह समझ नहीं आता की आपके पास दो हाथ  है प्रकृति ने आपको बुद्धि दी है, इनका इस्तेमाल करिए निशुल्क फ्री के लालच में क्यों अपने पैरों में कुल्हाड़ी मार रहे हो.

आइए, देखें कुछ ऐसे मामले जो हमारी आंखें खोल सकते हैं-

पहला मामला-एक पढ़ें लिखे लोगों के  व्हाट्सएप ग्रुप में मैंने एक मैसेज देखा की जिओ, एयरटेल आदि 30 जून तक फ्री में रिचार्ज दे रहे हैं जल्दी से जल्दी इसका लाभ उठा ले.

नीचे लिंक दिया गया था वह पूरी तरीके से फर्जी था और लोगों को लूटने वाला मगर पढ़े लिखे माने जाने वाले भी झूठ के, ठगी के शिकार हो जाते हैं यह उसका बड़ा उदाहरण है.

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दूसरा मामला-

जैसे ही घरेलू महिला शालू ने यह देखा कि नि: शुल्क रिचार्ज मिलने वाला है उसने अपने सभी परिजनों को वह कथित लिंक भेज दिया. परिजनों ने देखा कि जब लिंक शालू ने भेजा है तो जरूर यह सही होगा. उन लोगों ने उसका उपयोग करके अपने आप को लुटा लिया.

तीसरा मामला-

अगर आपको पैसे चाहिए लोन चाहिए तो आपको 0% में हम रूपए देंगे बस आपको करना यह है कि इस लिंक का प्रयोग करें और लाभ उठा लो.

ऐसे ही न जाने कितने फर्जीवाड़ा आज सोशल मीडिया पर अपने सबाब पर है. हममें अगर थोड़ी भी समझ नहीं होगी और हम उसी को क्लिक करते हैं तो हमारे बैंक का सारा पैसा उड़ सकता है सावधान रहें और कभी भी किसी लालच के फंदे में न फंसे.

शिकारी आया,  दाने डालें

आप लोगों ने यह कहानी कभी न कभी पढ़ी होगी अथवा सुनी होगी कि शिकारी किस तरह पहले पंछियों के लिए दाने डालता है और जब पंछी धीरे-धीरे आकर के दाने चुगने लगते हैं तो शिकारी उन्हें फंसा लेता है.

यह बोध कथा हम पढ़ने सुनने के बाद भी जीवन में उतार नहीं पाते और गाहे-बगाहे ठगी का शिकार होते रहते हैं.पंचतंत्र में ऐसी ही कथाएं सैकड़ों साल पहले लिखी गई और लोगों को शिक्षित करने का प्रयास किया गया. इसका सीधा सा अर्थ है की यह ठगी की प्रवृत्ति हजारों साल से चली आ रही है और लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं,यह  बस अपना रूप बदलती है. आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बैंक खातों को साफ कर रही है. मजेदार यह कि जो लोग पढ़े लिखे और खुद को समझदार मानते हैं वह भी इस ठगी का शिकार हो रहे हैं. जिसमें पुलिस वाले, अधिवक्ता, इंजीनियर आदि भी शामिल है. इस रिपोर्ट के माध्यम से हम आपको एक बार पुनः आगाह करना चाहते हैं किसी भी शिकारी के दाने को चुगने से पहले सौ बार सोच ले.

एक बात गांठ बांध लें की कोई भी चीज आप को निशुल्क नहीं मिल सकती अगर कोई आपको इस का झांसा दे रहा है तो वह बहुत बड़ा सफेद झूठ है और आप बहुत ही सज्जन व्यक्ति जो उसके जाल में फंसने ही वाले हैं. अतः कभी भी निशुल्क फ्री के संजाल में नहीं फंसना है.

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ठोकर खाकर गिरने से अच्छा है, यह पढ़ लें

अगर आपके पास सोशल मीडिया या सर्वसुलभ वॉट्सऐप के द्वारा “तीन महीने के फ्री रिचार्ज” का मैसेज आया है तो खुश मत होइए खुशी के मारे उछलिए मत!

वस्तुत: आप भूलकर भी उसपर विश्वास न करें क्योंकि ऐसा करना आपके लिए भारी पड़ सकता है. और आपका बड़ा नुकसान हो सकता है. इस मैसेज के आपको दर असल फंसाया जा रहा है और आपका अकाउंट भी खाली किया जा सकता है.

सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि Jio, Airtel या Vi यूजर्स को वर्क फ्रॉम होम के लिए तीन महीने का फ्री रिचार्ज दिया जा रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि यह स्कीम सरकार द्वारा चलाई जा रही है.

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इस वायरल मैसेज में लिखा है- ”कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा Work From Home के लिए सभी भारतीय यूजर्स को 3 महीने का रिचार्ज फ्री में दिया जा रहा है.” और-

“अगर आपके पास Jio, Airtel या Vi का सिम हैं तो आप इस ऑफर का लाभ उठा सकते है .

नोट:- नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके अपना फ़्री रीचार्ज प्राप्त करें.

कृपया ध्यान दे: यह ऑफर केवल फलां दिनांक तक ही सिमित है!जल्दी करें..!”

जैसे हमने इस रिपोर्ट में पहले ही बता दिया है इस लिंक पर आप इन लिंक्स पर कदापि क्लिक नहीं करें.

इसी तरह आनलाइन पढ़ाई को लेकर के एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल है. यह पुरी तरह एक फर्जी मैसेज है और  भारत सरकार का नाम लेकर के लोगों को ठगने का उच्च स्तर का प्रयास है, आपको यह समझना होगा कि सरकार ऐसी कोई भी निशुल्क योजना भला क्यों चलायेगी.

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