पेट की भूख क्या न करा दे. देश में जारी लौकडाउन के बीच लोगों को जरूरी चीजें मुहैया कराने में एक बार फिर से सरकार विफल रही है. यह विफलता भी नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के बाद देश में फैली अव्यवस्था सरीखा ही है जब गरीब लोगों की जेब खाली है, खाने के लाले पङ गए हैं और तो और सरकार से मदद मांगने के बावजूद भी कोई ठोस व स्थाई मदद नहीं मिल रही.
इस खबर ने चौंका दिया
ताजा मामला अरूणाचल प्रदेश का है जहां भूख से बिलबिलाते लोगों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच सकी तो कुछ लोग एक विषैला कोबरा को ही मार कर खा गए. हालांकि राज्य के लोगों के लिए मांसाहार मुख्य आहार है मगर किंग कोबरा संरक्षित प्राणी है और इसे मारना अथवा पङकना गैरकानूनी है.
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मगर देश में लागू लौकडाउन से आम लोगों को बहुत परेशानियां झेलनी पङ रही हैं. केंद्र और राज्य की सरकारें गरीब और जरूरतमंद लोगों को भले ही मुफ्त राशन और नकद राशि देने का दावा कर रही है मगर इस बीच अरूणाचल प्रदेश से आई इस खबर ने सब को चौंका दिया है.
कई दिनों से भूखे थे
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में घर में जरूरी राशन नहीं होने की वजह से कुछ लोग लगभग 10 फुट लंबे कोबरा को मार कर खा गए.
वायरल खबर के अनुसार 3 लोग एक मरे हुए कोबरा को गले में लटकाए खङे हैं. इन में से एक ने मास्क भी लगाया है. वे बता रहे हैं कि इस कोबरा को उन्होंने जंगल से पकङा है. घर में न तो आटाचावल है न ही सब्जी. हम कई दिनों से भूखे हैं लिहाजा अब इस सांप को खाएंगे.
खारिज किया सरकार ने दावा
उधर मामला अरूणाचल प्रदेश सरकार तक पहुंचा तो सरकार ने इस दावे को खारिज कर दिया और दावा किया कि राज्य में चावल की कोई कमी नहीं है.
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सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया,”राज्य में हर जगह लगभग 3 महीने का स्टौक है और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है.”
अब कानूनी काररवाई तय
मालूम हो कि अरूणाचल प्रदेश में किंग कोबरा सहित कई दुर्लभ प्रजातियों के सांप बङी संख्या में पाए जाते हैं. वन्य जीव संरक्षण कानून के तहत किंग कोबरा संरक्षित प्राणी है जिस को मारना अथवा पङकना गैरकानूनी है, इसलिए इन लोगों पर अब कानूनी कार्रवाई होनी तय है. इस के शिकार करने वाले को 5 साल तक का जेल और 25 हजार का जुरमाना भी हो सकता है.
सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, “इन लोगों पर केस दर्ज हो चुका है और फिलहाल ये तीनों अभी फरार हैं. इन्हें जल्द ही पकङ कर उचित कानूनी काररवाई की जाएगी.”
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राज्य के डिप्टी चीफ, वाइल्ड लाइफ वार्डन उमेश कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया,”किंग कोबरा के शिकार की सूचना मिलने पर जब विभाग की टीम पहुंची तो तो जांच के बाद इस घटना की पुष्टि हुई है. आरोपी को पकङने की कोशिश की गई तो गांव वाले की आङ ले कर वे फरार हो गए.”
इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी बयान दिया है और कहा है कि जंगली जानवरों का शिकार करना कानूनी अपराध है और संबंधित लोगों के खिलाफ हर हाल में काररवाई होगी.