व्हाट्सअप, फेसबुक, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर आजकल अफवाहों का बाजार गरम है. व्हाट्सअप के एक ग्रुप में विजय नाम के एक शख्स ने पृथ्वी की एक तसवीर शेयर करते हुए लिखा,”दोस्तो, देख लो हमारी धरती को. इस बार महाप्रलय आने वाला है. मुझे एक ज्योतिषी ने बताया है कि कलयुग का दौर अब खत्म होने वाला है और यह पृथ्वी नष्ट होने वाली है क्योंकि आने वाले 29 नवंबर को एक विशालकाय ग्रह पृथ्वी से टकराने वाला है जो आकार में हिमालय पर्वत से भी बड़ा है.

इस के पृथ्वी से टकराते ही महाविनाश होगा और सभी जीवजंतु, पेड़-पौधे का अंत हो जाएगा.

कोरोना के खतरों के बीच क्या है नई मुसीबत

सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरों ने लोगों को उस समय और परेशानी में डाल दिया है जब कोरोना वायरस महामारी बन कर लोगों की जिंदगियां छीन रहा है.

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एक यूजर ने लिखा,”सही कहते हो भाई, शायद तभी आजकल बेमौसम बारिश हो रही हैं, ओले पङ रहे हैं.

जाहिर है, अगर ऐसा होता है तो निश्चित ही महाविनाश होगा.

कोरोना के खतरों के बीच यह नई मुसीबत इन दिनों सोशल मीडिया पर लोगों को डरा रहा है. सोशल मीडिया पर धरती के अंत का दावा करने वाली इस तरह की खबरें मानसिक तनाव बढ़ा देती हैं.

यूट्यूब पर ढेरों वीडियो

यू ट्यूब पर ऐसे कई वीडियो इन दिनों चल रहे हैं जिन में यह दावा किया जा रहा है कि आगामी 29 एक लघु या क्षुद्र ग्रह Asteroid पृथ्‍वी से टकराएगा और इस के साथ ही बड़ी तबाही मच सकती है. वायरल हो रहे इन वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह Asteroid आकार में एवरेस्‍ट पर्वत के बराबर है. यह बेहद तेज़ गति से पृथ्‍वी की ओर हर पल बढ़ रहा है.

जानें क्या है सचाई

यह सच है कि 29 अप्रैल के आसपास एक Asteroid पृथ्वी के सौर मंडल से और वह भी बेहद पास से गुजरेगा पर इस का पृथ्वी से टकराने की संभावना न के बराबर है. दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने कहा है कि जिस समय यह पृथ्वी से गुजरेगा तब उस की यहां से दूरी लगभग 4 मिलियन किलोमीटर यानी 40 लाख किलोमीटर होगी. इस Asteroid की गति पृथ्वी के पास से गुजरते समय 20 हजार मील प्रति घंटा होगी. अमेरिका की अंतरिक्ष शोध अनुसंधान ऐजेंसी NASA ने इस का नाम 52768 व 1998 ओआर-2 दिया है. यह चपटी आकार की है और इस की खोज साल 1998 में ही हो गई थी और तभी से वैज्ञानिक इस का गहन अध्ययन कर रहे हैं.

यह लघुग्रह 1344 दिनों में सूर्य की परिक्रमा पूरी करता है. यह सच है कि यह बेहद खतरनाक ग्रह है और यदि यह पृथ्वी से टकरा जाता है तो महाविनाश ला सकता है पर इस की संभावना न के बराबर है. इसलिए डरने की जरूरत नहीं है.

क्या कहा है वैज्ञानिकों ने

दरअसल, हमारे सौरमंडल में ऐसे लघुग्रह गुजरते रहते हैं पर पृथ्वी से लाखों किलोमीटर दूर ही.

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भारत के वैज्ञानिकों ने भी इस का पृथ्वी पर टकराने की किसी संभावना से इनकार किया है. भारतीय भौतिकी संस्थान बैंगलुरू के वरिष्ठ प्रोफैसर व वैज्ञानिक आरसी कपूर ने भी कहा है कि यह उपग्रह पृथ्वी से बिलकुल नहीं टकराने वाला है.

वैज्ञानिकों ने इस लघुग्रह का पृथ्वी से टकराने और महाविनाश होने की बात को सिरे से नकार दिया है.

हां 2079 में यह उपग्रह जरूर पृथ्वी के काफी करीब से गुजरेगा बावजूद भी यह टकराएगा नहीं.

इसलिए बेहतर यही है कि कोरी अफवाहों पर कतई ध्यान नहीं दें और सोशल मीडिया पर ऐसी किसी खबर पर भरोसा नहीं करें.

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